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November 22, 2024

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जंगल में अवैध कटाई अतिक्रमण के कारण वन्य प्राणी गांव और शहरों की तरफ आने लगे 

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  • शेख हसन खान, गरियाबंद 
  • वन अधिकार पट्टा के नाम पर सबसे जंगल के भीतर सबसे ज्यादा अवैध कटाई, अवैध अतिक्रमण,सड़क किनारे ही नजर आता जंगल, भीतर दूर-दूर तक मैदान में तब्दील 
  • गांव की तरफ वन्य प्राणी भालू जंगली सूअर लकड़बग्घा के घुस जाने से ग्रामीण मक्का के फसलों के लिए मचान बनाकर कर रहे सुरक्षा

गरियाबंद । पिछले कुछ वर्षों के भीतर हिंसक वन्य प्राणी तेंदुआ, भालू, जंगली सुअर, लकड़बग्घा, लोमड़ी की दस्तक तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर तक देखने को मिल रही है और तो और जिला मुख्यालय गरियाबंद तक आए दोनों तेंदुआ की धमक से नागरिकों में भारी दहशत और देखा जा रहा है।  गरियाबंद जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में किसान अपने फसलों की सुरक्षा के लिए खेतों के भीतर बड़े-बड़े मचान बनाकर रात-रात भर रतजगा कर अपनी फसलों की सुरक्षा करने विवश नजर आ रहे हैं। कुछ वर्षों के भीतर गरियाबंद जिले में दर्जन भर से ज्यादा लोग हिंसक प्राणियों तेंदुआ, भालू ,लकड़बग्घा ,हाथी ,लोमड़ी के हमले से शिकार हुए हैं और कई लोगों की मौत भी हिंसक प्राणियों के हमले से हुआ है।

गरियाबंद जिले के मैनपुर – देवभोग विकासखंड क्षेत्र में बड़ी संख्या में किसान धान के साथ मक्का की फसल ले रहे हैं। मक्का की फसल में फल आ चुकी है और लगभग फसल तैयार हो चुका है। मक्के की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान जंगली भालू , जंगली सूअर, बंदरों के द्वारा पहुंचा जा रहा है जंगली सूअर और भलुओ का दल किसी भी समय मक्का के खेत में घुस जाते हैं और फसलों को तोड़ तोड़ कर बुरी तरह चौपट कर रहे हैं अपने खेतों में फसल की सुरक्षा को लेकर खेतों में किसान लकड़ी के बड़े-बड़े मचान बनाए हैं। लगभग 12 से 18 फीट ऊंचे इस मचान के ऊपर किसान बैठकर चारों तरफ अपनी फसलों की सुरक्षा कर रहे हैं साथ ही मचान में बैठकर पटाखे फोड़ कर तथा बाजा बजा बजा कर अपनी फसलों की सुरक्षा कर रहे हैं । आज क्षेत्र के बिहाड दूरस्थ वनांचल के ग्रामों में पहुंचा सहबिनकछार, अमाड, इंदागाव, अडगडी, फरसर, कुल्हाडीघाट, जिडार क्षेत्र क्षेत्र में 11000 हेक्टेयर में किसान मक्का की फसल ले रहे हैं।

किसान रामेश्वर ओटी, भुजबल नेताम ,धनुराम मरकाम ,चुकेश्वर ठाकुर ,भानु राम ठाकुर ने बताया मक्का की फसल में फल आ गया है और सबसे ज्यादा जंगली भालू जंगली सूअर तथा बंदरों के द्वारा मक्का की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं जिसके कारण खेतों में बड़े-बड़े मचान बनाए हैं। मचान के ऊपर बैठकर बाजा बजा बजा कर अपने फसलों की सुरक्षा कर रहे हैं यदि मचान में बैठकर सुरक्षा नहीं करेंगे तो हिंसक वन्य प्राणी किसानों के ऊपर हमला कर सकता है इसलिए किसान अपनी सुरक्षा को लेकर खेतों में बड़े-बड़े मचान बनाए हुए हैं,

  • गोपालपुर, गिरोहला,सिहार क्षेत्र में तेंदुआ का आतंक

मैनपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम गोपालपुर ,गिरोहोला ,सिहार क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से हिंसक वन्य प्राणी तेंदुआ का आतंक देखने को मिल रहा है लगातार तेंदुआ गांव के भीतर घुसकर मवेशी की कोठा तक पहुंच कर मवेशियों को अपना शिकार बना रहे हैं एक माह के भीतर चार मवेशियों को तेंदुआ के द्वारा शिकार बनाया गया है जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा मैनपुर वन विभाग में किया गया है मैनपुर वन विभाग द्वारा किसानों को मुआवजा देने की बात कही गई है।

  • जिला मुख्यालय गरियाबंद सहित तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर के भीतर तक वन प्राणियों की दस्तक

तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर साहित गरियाबंद जिला मुख्यालय तक लगातार वन्य प्राणियों की दस्तक की खबर मिल रही है। गरियाबंद जिला मुख्यालय के भीतर तेंदुआ की तस्वीर कई बार कैमरे में कैद किया जा चुका हैं तो वहीं मैनपुर नगर के भीतर सीसीटीवी कैमरे में हिंसक वन्य प्राणियों भालू, लकड़बग्घा व अन्य वन्य प्राणियों की तस्वीर लगातार कैद हुई है जिससे आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है लगातार वन्य प्राणी जंगल से निकलकर अब गांव के तरफ आ कर रहे हैं।

  • हर वर्ष दर्जन भर से ज्यादा लोग वन्य प्राणियों के हमले के शिकार

गरियाबंद वन मंडल एवं उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के जंगल में हर वर्ष दर्जन भर से ज्यादा लोग वन्य प्राणी भालू हाथी, तेंदुआ, जंगली सूअर वह अन्य वन प्राणियों के हमले से शिकार हो रहे हैं। वन विभाग द्वारा लाखों रुपए की मुआवजा राशि पीड़ित परिवारों को प्रदान किया गया है।

  • जंगल में लगातार अवैध कटाई के चलते वन्य प्राणी शहरों के तरफ आ रहे हैं

जंगल के भीतर लगातार अवैध कटाई अवैध कब्जा के कारण पिछले कुछ वर्षों में वन्य प्राणी लगातार गांव और शहरों की तरफ आने लगे हैं इसके पीछे मुख्य कारण क्षेत्र के वरिष्ठजनों के द्वारा बताया जाता है की वन अधिकार पट्टा के नाम पर जंगलों के भीतर कई स्थानों पर हरे भरे किमती वृक्षों की जमकर अवैध कटाई किया गया है और तो और सिर्फ सड़क किनारे ही अब जंगल दिखाई देता है। थोड़ा अंदर जाने पर अंधाधुन अवैध कटाई के कारण जंगल मैदान में तब्दील हो गया है। जंगल अब वन प्राणियों के अनुकूल नहीं होने के कारण लगातार वन्य प्राणी गांव और शहरों की तरफ आ रहे हैं जिससे वन प्राणियों और मनुष्य के बीच द्वंद्व की स्थिति निर्मित हो गई है। हाथियों का दल पिछले एक माह से मैनपुर क्षेत्र के कुल्हाड़ीघाट जंगल में डेरा डाले हुए हैं जो गांव के आसपास पहुंचकर लगातार किसानों के धान और मक्के के फसल को जमकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। हाथियों ने अपना स्थानीय ठिकाना इस क्षेत्र के जंगलों को बना लिया है।

  • समय रहते नहीं जागे तो आने वाले दिनों में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा

गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखंड क्षेत्र को घने साल के जंगल के रूप में जाना जाता है लेकिन लगातार अवैध कटाई और अवैध अतिक्रमण के कारण जंगलों में दूर-दूर तक ठूठ ही ठूठ नजर आ रहे हैं जंगल में पर्याप्त चारा और वन प्राणियों की अनुकूल नहीं होने के कारण वन्य प्राणी गांव के तरफ आ रहे हैं। समय रहते यदि अवैध कटाई और अवैध कब्जे को नहीं रोका गया तो आने वाले समय में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है जिसके लिए जन जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है।

  • क्या कहते हैं वन अफसर

वन विभाग गरियाबद के एस डी ओ राजेंद्र सोरी ने बताया लगातार पिछले कुछ वर्षों में वन्य प्राणियों के शहरों और गांव के तरफ आना निश्चित रूप से चिंताजनक है । उन्होंने कहा जंगलों को सुरक्षित रखने के लिए सभी को आगे आना होगा तभी जंगल की सुरक्षा होगी जंगल में अवैध कब्जा और अवैध कटाई के कारण कई स्थानों पर वन्य प्राणी बड़े शहरों और गांव तरफ आ रहे हैं।