पुल पुलिया के अभाव में राजापड़ाव गौरगांव आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के 25 हजार ग्रामीणों को नहीं मिल रही मूलभूत सुविधाएं
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण सांसद विधायक एवं उच्च अफसर भी नहीं पहुंच पाते क्षेत्र के दौरे पर आखिर ग्रामीण किससे करे फरियाद
- लगातार बारिश के कारण सीतानदी के सिरगांव क्षेत्र के दर्जनों गांव भी टापू में तब्दील
गरियाबंद । गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखंड मैनपुर क्षेत्र के राजापड़ाव गौरगांव ईलाके के आठ ग्राम पंचायत के लगभग 62 पारा टोला के लगभग 20 हजार ग्रामीण आजादी के सात दशक बाद भी मूलभूत बुनियादी सुविधाओं के लिए तो तरह ही रहे हैं। बारिश के इन दिनों मे सबसे ज्यादा परेशानी पुल पुलिया के अभाव के कारण हो रही है नेशनल हाईवे 130 सी राजापड़ाव से लेकर गौरगांव और गरीबा तक पुल पुलिया का निर्माण अभी तक नहीं हो पाया है जबकि पुल पुलिया निर्माण को लेकर इस क्षेत्र के हजारों ग्रामीणों ने कई बार चक्काजाम, धरना प्रदर्शन, रैली गरियाबंद जिला मुख्यालय तक पदयात्रा के साथ साथ कई आंदोलन कर चुके है। हर बार सिर्फ इस क्षेत्र के ग्रामीणों को आश्वासन ही मिला है। राजापड़ाव से लेकर गौरगांव जो मुख्य लाईफ लाईन मार्ग है। यह सीधा ओड़िसा राज्य को जोड़ती है ओड़िसा के लोग भी इस मार्ग से आना जाना करते हैं लेकिन इस मार्ग मे अड़गड़ी, जरहीडीह, शोभा, बाघनाला, गरीबा नाला मे अबतक पुल का निर्माण नही हो पाया है जबकि पुल निर्माण के लिए राशि स्वीकृत होने की बात संबंधित विभाग के अफसरो द्वारा बतायी जाती है लेकिन पुल निर्माण नहीं होने के कारण बारिश के इन दिनों मे यह क्षेत्र के अधिकांश गांव टापू मे तब्दील हो जाता है साथ ही सबसे ज्यादा परेशानी मरीजों को अस्पताल पहुंचाने मे होती है। बारिश के दिनो मे संजीवनी एक्सप्रेस 108 और महतारी एक्सप्रेस एम्बुलेंस की सुविधा भी इस क्षेत्र के ग्रामीणों को नहीं मिल पाती है।
- ओड़िसा में बारिश होते ही बाघनाला में बाढ़ आने से क्षेत्र का जनजीवन होता है प्रभावित
ओड़िसा सीमा से बसे होने के कारण ओड़िसा में बारिश होने पर उसका भारी असर राजापडाव गौरगांव क्षेत्र मे देखने को मिलता है ओड़िसा क्षेत्र मे बारिश होते ही अचानक बाघनाला में बाढ़ आ जाती है कई बार इस बाघनाला मे लोग दुर्घटना के शिकार भी हो चुके है। बाघनाला मे बाढ़ के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वैसे भी यह क्षेत्र पूरी तरह से आदिवासी बहुल्य क्षेत्र है। आदिवासी एवं विशेष पिछड़ी कमार जनजातियों के विकास के लिए राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित किया जा रहा है लेकिन धरातल पर इसका लाभ नही मिल पा रहा है।
- संवेदनशील ईलाका होने के कारण विधायक सांसद एवं उच्च अधिकारी नहीं पहुंचते क्षेत्र में
राजापड़ाव गौरगांव क्षेत्र को संवेदनशील क्षेत्र कहते हुए सांसद विधायक एवं उच्च अधिकारी इस क्षेत्र के दौरे पर नही पहुंचते जिसके कारण इस क्षेत्र के लोग जहां जनप्रतिनिधियों के उपेक्षा के शिकार हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर उच्च अधिकारियों द्वारा भी क्षेत्र के समस्याओं के समाधान के लिए कोई ठोस पहल करते नही दिखाई दे रहे हैं जिसका खामियाजा इस क्षेत्र के लगभग 20 हजार ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
- इन 62 ग्रामों के लोगों को हो रही है भारी परेशानी
ग्राम पंचायत अड़गड़ी, शोभा, गोना, भूतबेड़ा, कुचेंगा, गौरगांव, कोकड़ी, गरहाडीह एवं आश्रित ग्राम नवापारा, धवईभर्री, गेदराबेड़ा, लाटापारा, कच्छारपारा, झोलाराव, डोंगरीपारा, बोरईडीह, धोबनडीह, कांदाखोदरा, खरताबेड़ा, घोटियाभर्री, डूमरबुडरा, छिन्दभर्री, चिपरी, नगबेल, बरगांव, जरहीडीह, कोसमुबुड़ा, नवापारा, कन्हारपारा, टिकरापारा, लहपी, करेली, कुसियारबरछा, जंगलपारा, केरापारा, रक्सापथरा, ढोलसरई, जंगलपारा, शुक्लाभाठा, मौहानाला, भदकापारा, भालूपानी, मोंगराडीह, मोतीपानी, बाहरापारा, भीमाटिकरा, भदरीपारा, गाजीमुड़ा, गरीबा, मौहानाला, कच्छारपारा जैसे 62 से ज्यादा पारा टोला के ग्रामीणों को नदी नालों में बाढ़ के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
- सीतानदी के सिरगांव क्षेत्र के दर्जनों गांव भी टापू में तब्दील
राजापड़ाव क्षेत्र से लगे उदंती सीतानदी सिरगांव क्षेत्र के दर्जन भर से अधिक गांव झमाझम बारिश के बाद इन दिनो टापू मे तब्दील हो गया है। इस क्षेत्र से भी लोगों का आना जाना लगा रहता है लेकिन संपर्क पूरी तरह से टूट गया है चार दिन पहले भारी बाढ़ के कारण नदी में रेत निकाल रहे लगभग आधा दर्जन टैक्टर पानी मे डूब गया और लोग भागकर अपना जान बचाये थे। राजापड़ाव गौरगांव क्षेत्र के लोगो का ईलाज व अन्य कार्यों के लिए इस क्षेत्र मे आना जाना लगा रहता है लेकिन वहां से भी संपर्क टूटा हुआ है दूसरा गरियाबंद मैनपुर मार्ग मे भी पुल पुलिया का अभाव है।
- पुल निर्माण के लिए लोक निर्माण सेतु निगम द्वारा राशि हो चुकी है स्वीकृत – पंडोले
लोक निर्माण विभाग सेतु निगम के एसडीओ श्री पंडोले ने बताया कि मैनपुर ब्लॉक के राजापड़ाव गौरगांव क्षेत्र के बाघनाला अड़गड़ी शोभा नाला मे उच्च स्तरीय पुल निर्माण के लिए राशि पूर्व मे ही स्वीकृत हो चुकी है लेकिन टेंडर लगना बांकी है।
- क्या कहते है क्षेत्र के जनप्रतिनिधि –
01 – जिला पंचायत गरियाबंद के उपाध्यक्ष संजय नेताम ने कहा लंबे समय से राशि स्वीकृत होने की बात कही जा रही है। टेंडर प्रक्रिया जल्द पूरा करना चाहिए क्योंकि इस क्षेत्र के 20 से 25 हजार से ज्यादा ग्रामीणों का आने जाने वाला मार्ग मे पुल पुलिया निर्माण नहीं होने से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्कूली बच्चों को स्कूल तक पहुंचने और मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने मे भारी दिक्कत बारिश के दिनो मे होती है श्री नेताम ने कहा पूर्व मे इस क्षेत्र के लोगो ने पुल पुलिया निर्माण को लेकर चक्काजाम, धरना प्रदर्शन, उग्र आंदोलन कर चुके है। शासन प्रशासन को चाहिए कि क्षेत्रवासियों के समस्या को देखते हुए पुल पुलिया निर्माण कार्य को प्राथमिकता के साथ किया जाये।
2- क्षेत्र के समाजसेवी कार्यकर्ता पूरन मेश्राम ने कहा पुल पुलिया के अभाव मे क्षेत्र का विकास थम सा गया है। लगातार आंदोलन के बाद भी सरकार और प्रशासन में बैठे नुमाईंदे फिर जनांदोलन की इंतजार कर रहे हैं।
राजापड़ाव गौरगांव क्षेत्र के लोगों के साथ आजादी के 75 वर्षो बाद भी लगातार छलावा हो रहो हैं। जल्द से जल्द पुल पुलिया निर्माण कार्य पूरा किया जाये।
3 ग्राम पंचायत गोना के सरपंच सुनील मरकाम ने बताया इस क्षेत्र के लोगो की प्रमुख मांग पुल पुलिया और बिजली की शुरू से रही है। पुल पुलिया के निर्माण हो जाने से अन्य विकास कार्य भी स्वयं आसानी से हो जायेंगे।
आज की स्थिति मे कभी भी बाघ नाला मे अचानक बाढ़ आ जाने से चार से पांच घंटा और कभी कभी तो चौबीस चौबीस घंटा क्षेत्र मे आवागमन पूरी तरह बाधित हो जाता है उन्होंने छत्तीसगढ़ के विष्णुदेव सरकार से मांग किया है कि आदिवासी बहुल्य क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को देखते हुए पुल पुलिया निर्माण कार्य को गंभीरता से करवायी जाये।