हड़ताल के चलते मैनपुर में तीसरे दिन भी नहीं हो पाई धान खरीदी
- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद । छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 15 नवम्बर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रारंभ किया गया है, लेकिन आज सोमवार तीसरे दिन भी मैनपुर में धान खरीदी प्रारंभ नहीं हो पाई जिसके पीछे मुख्य कारण कम्युप्टर सर्वर डाउन होने की बात बताई जा रही है, जबकि किसान धान बेचने के लिए लगातार पहुंच रहे है लेकिन धान खरीदी नहीं हो पा रही है। ज्ञात हो कि सहकारी समितियों को ऑपरेटर प्रबंधक और कर्मचारी पिछले कई दिनों से हड़ताल में है जिसके कारण धान खरीदी प्रभावित हो रही है बावजूद इसके शासन प्रशासन द्वारा धान खरीदी को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए दुसरे विभाग के कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है लेकिन पहली बार उन्हे धान खरीदी में लगाने के लिए वे असमंजस की स्थिति में है।

15 नवम्बर को सिर्फ धान खरीदी की मूहुर्त के रूप में पूजा अर्चना किया गया था। किसानों को बताया गया था कि आगामी 17 नवम्बर से धान खरीदी किया जायेगा जिसके कारण किसानों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा था लेकिन आज तीसरे दिन सोमवार को भी मैनपुर व क्षेत्र के कई धान खरीदी केंद्रों में धान खरीदी नहीं होने से किसानों में नराजगी देखने को मिल रही है। मिली जानकारी के अनुसार मैनपुर, गौरघाट, जिड़ार, बम्हनीझोला, शोभा, उरमाल, गोहरापदर, धौराकोंट, ढोढर्रा, सीनापाली, कदलीमुड़ा, तेतलखुंटी,, चिचिया, बरबहली, अमलीपदर, मुड़गेलमाल, सरनाबहाल, भेजीपदर, गुरजीभाठा अ, खोखमा, फरसरा, में धान बेचने के लिए सुबह किसानों की भींड लगी थी कई जगह किसान टैक्ट्ररों में धान लेकर पहुंचे थे लेकिन कम्प्युटर सर्वर डाउन होने के कारण अधिकांश केन्द्र में धान खरीदी नही होने की जानकारी मिली है, क्षेत्र में प्रशासनिक तैयारियों की पुरी पोल खुल गई है।

कम्पयुटर आपरेटर, समिति प्रबंधंक और धान केन्द्र प्रभारियों का हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल रहा है हालांकि जिला प्रशासन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के तहत तैनात किये गये कर्मचारी धान खरीदी केन्द्रों में पहुचे लेकिन इस कार्य में नया होने के कारण वे कम्प्युटर लाॅग इन नही कर पा रहे है जिसके कारण अधिकांश धान खरीदी केन्द्रों में देर शाम तक तौल नहीं हो पाया। कांटा तौलने की मशीन जस की तस पड़ा रहा वही मैनपुर तहसील मुख्यालय के बावजूद यहा धान खरीदी केन्द्र में हमाल की व्यवस्था नहीं हो पाई।
किसान संघर्ष समिति ने दिया आंदोलन की चेतावनी
किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष टीकम कपील, रामकृष्ण ध्रुव, एलियाल बाघमार, गुमान ठाकुर, सुकचंद ध्रुव ने बताया कि सरकार को चाहिए कि हड़ताल करने वाले कर्मचारियों के मांगों को पुरा किया जाये, और धान खरीदी प्रारंभ करवाया जाए क्योंकि इस वर्ष धान खरीदी में पहले से देरी हो चुकी है। अब किसानों को पैसा की बहुत जरूरत है लेकिन धान खरीदी केन्द्रों से किसान वापस लौट रहे है। वहा कोई व्यवस्था नहीं है। नाम मात्र के मानो औपचारिकता के लिए कर्मचारी बिठा दिये गये हैं। धान खरीदी करने में सरकार असफल साबित हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि दो -तीन दिनों कें भीतर व्यवस्था में सुधार नहीं हुई तो किसान आंदोलन करने मजबूर होंगे।
