पालिका घेराव के दौरान कांग्रेसियों ने जमकर उड़ाई कोरोना नियमों की धज्जियां
- न्यूज रिपोर्टर, रामकृष्ण ध्रुव
- प्रशासन भी मूक दर्शक बनकर देखता रहा
- भाजपा की दो टुक कांग्रेस कार्यकर्ता अपने ही शासन मंे निभा रहे विपक्ष की भूमिका
गरियाबंद – सोमवार को नगर पालिका घेराव का करने निकले कांग्रेसी बेलगाम नजर आए। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियो ने धारा 144 का उल्लंघन करते हुए कोरोना गाडलाइन की जमकर धज्जिया उड़ाई। सोशल डिस्टेसिंग के नियमो को भी ताक में रख दिया। एक ओर राज्य शासन ने जहां पूरे प्रदेश में सामुहिक राजनीतिक कार्यक्रमो के आयोजन में प्रतिबंध लगा रखा है दूसरी ओर कांग्रेसियो ने अपने ही शासन प्रशासन के आदेश को ताक में रखकर पांच से अधिक संख्या में घेराव कार्यक्रम में नजर आए। पूरे कार्यक्रम के दौरान प्रशासन भी मूकदर्शक बना रहा।
ज्ञात हो कि सात सुत्रीय मांगो को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को नगर पालिका घेराव का आयोजन किया था परंतु पूरा कार्यक्रम में फ्लाप रहा, कार्यक्रम में गिनी चुनी संख्या में कांग्र्रेसी नजर आए है। कार्यक्रम में कोरोना के नियमो की जमकर धज्जियां उड़ी। तय कार्यक्रम के अनुसार ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष मो हाफिज खान के नेतृत्व मे कांग्रेसी दोपहर 12 बजे कांग्रेस भवन में एकजुट हुए और फिर रैली के शक्ल में नारेबाजी करते हुए पालिका का घेराव करने निकले।
इस दौरान 40 से 50 की संख्या में कांग्रेसी नजर आए है हालांकि पालिका पहुचते तक यह संख्या आधी हो गई। पालिका पहुंचने के पहले ही पुलिस ने उन्हे बेरिगेटस लगाकर रोक दिया। बेरिगेटस को पार करने के दौरान भी पुलिस और कांग्रेसियो के बीच काफी देर तक झूमाझटकी हुई। इस दौरान कांग्रेसियो ने जमकर नारे बाजी भी की। जिसके बाद कांग्रेसियो ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
इधर जिला प्रशासन द्वारा सम्पूर्ण जिले में धारा 144 प्रभावशील करने तथा किसी प्रकार के भी रैली, धरना, सभा, प्रदर्शन कार्यक्रम को प्रतिबंधित करने के बाद भी कांग्रेसियो ने रैली निकाली और घेराव प्रदर्शन किया इसे लेकर अब सवाल उठने लगे है। भाजपा ने भी इसमें निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अपने शासन के नियमो को ताक में रखकर प्रदर्शन कर रही है। जबकि इस प्रकार के कार्यक्रम में शासन की स्पष्ट रोक है। कार्यक्रम के दौरान ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष मो हाफीज खान, शहर अध्यक्ष दिलीप सिन्हा, ओम राठौर, चंन्द्रभूषण चैहान, संदीप सरकार, ज्योति साहनी, विमला साहू, देवा मरकाम, लता यादव, सविता गिरी, नदीम कुरैशी, रूपेश साहू, अवध राम यादव, गैदराम सिन्हा, वेदराम सिन्हा, देवेश सिन्हा, नंदू गोस्वामी, अमृत पटेल, भानु सिन्हा, मुकेश रामटेके, घनश्याम, शीला ठाकुर, नंदनी त्रिपाठी, सुमन देवांगन, असद खान, भागवत पटवा, हरीश देवांगन सहित अन्य कांग्रेसी मौजुद थे।
कांग्रेस अपने शासन के खिलाफ विपक्ष की भूमिका में
इधर घेराव के बाद नपा उपाध्यक्ष एवं भाजपा मंडल अध्यक्ष सुरेन्द्र सोनटेके ने कहा कि कांग्रेस का कार्यक्रम फ्लाप रहा, कांग्रेस के कार्यकर्ता ही खुद अपने शासन के विरूध्द विपक्ष की भूमिका में उतर गए है। सच तो ये है कि कांग्रेसी खुद ही अपने सरकार से संतुष्ट नहीं है जो मांगे शासन स्तर पर लंबित है उसके लिए आंदोलन कर रहे है। नगर के विकास के लिए कई मांगे और प्रस्ताव मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री, नगरीय प्रशासन मंत्री और विधायक के पास लंबित है, उसमें ये मांगे भी शामिल है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में हमेशा अंतर रहा है एक ओर मुख्यमंत्री कहते है कोरोना संक्रमण काल में अतिक्रमण ना हटाये दूसरी ओर कांगे्रसी गरीबो को हटाने प्रदर्शन कर रहे है। कार्यक्रम से कांग्रेस का गरीब विरोधी चेहरा सामने आ गया है।
नपा अध्यक्ष छबि को पचा नहीं पा रही कांग्रेस
नपा सभापति आसिफ मेमन ने कहा कि वास्तव में कांग्रेस नगर पालिका की स्वच्छ छबि और नगर पालिका अध्यक्ष के प्रति जनता के मन में बढ़ रहे विश्वास से बौखलाहट गई है। कांग्रेस के विधायक ने कोरोना संकटकाल में लापता रहे, गरीबो को चिंता नही की, दूसरी ओर नगर पालिका अध्यक्ष व उनकी टीम पूरे संकटकाल में क्षेत्र की जनता की सेवा में तत्पर रही, जरूरतमंदो को हर संभव मदद की। उसी का परिणाम है कि कांग्रेस को अपनी छबि बचाने इस प्रकार की दोहरी राजनीति करनी पड़ रही है। उन्होने कहा कि कोरोना संकटकाल में कांग्रेस को गरीबो के प्रति संवेदना होनी चाहिए परंतु वे उसे ही हटाने की मांग कर रहे है।
नगर का विकास मेरी पहली प्राथमिकता
इधर नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन ने कहा कि नगर का विकास ही मेरी पहली प्राथमिकता है। कोरोना संकट होने के बाद भी मै और मेरी पूरी टीम 24 घंटे नगर की संेवा में समर्पित है। नगर के विकास के लिए कई मांगे और प्रस्ताव शासन स्तर पर लंबित है, इन्ही मांगो को लेकर कांग्रेसी ने प्रदर्शन किया। उन्होने कहा कि कांग्रेस को नगर के विकास की चिता है तो ये जो मांगे कांगे्रस शासन स्तर पर लंबित है उसे पूरा कराए।
ये है कांग्रेस की मांगे
कांग्रेस ने सात सुत्रीय मांगे को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सोंपा जिसके बाजार से अतिक्रमण हटाने, गर्मी को देखते हुए वाटर एटीएम को जल्द शुरू किया जाए, खुले में मटन मार्केट से जनता परेशान है तत्काल मटन मार्केट को 50 लाख की राशि से बने नए भवन में शिफ्ट किया जाए। नगर के वार्ड नं 4 में स्थित सालों पुराने तालाब में नालियों का गन्दे पानी से गंदगी फैल रही है जिसकी सूचना आये दिन समाचार पत्रों एवं शिकायतों के माध्यम से नपा को दी गई है। नगर के सभी वार्डो में नालियों के पर पत्थर नहीं लगाए जाने की मांग की है।