शोषितों को सत्ता में भागीदारी कराना अम्बेडकरवादियों का कर्तव्य है : श्यामलाल
1 min readसुलतानपुर। 25 को कुछमुछ (भदैयां) में राकेश निषाद के नेतृत्व में ‘सारे बन्धन तोड़ो मोस्ट (बहुजन) समाज जोड़ो’ का सम्मेलन सम्पन्न हुआ।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद ‘गुरुजी’ ने कहा कि समाज को जाति-धर्म में बांटकर शासन करना शोषकों का अधिकार है किन्तु मोस्ट (बहुजन) समाज को जोड़कर राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित कराकर समाज को शोषण मुक्त कराना हम लोगों का कर्तव्य है, व्यक्तिगत स्वार्थ में शोषकों को सत्ता सुलभ कराना समाज द्रोहियों की संस्कृति है किन्तु वंचितों को राजनीतिक भागीदारी का मार्ग प्रशस्त कराना अम्बेडकरवादियों की संस्कृति है।
जिला संयोजक ज़ीशान अहमद ने कहा हमारे लोग अपनों के बजाय गैरों पर ज्यादा यकीन करते हैं और वक्त जरूरत पर गैर साथ नही देते अब हमे अपनों को जोड़ने व जुड़ने की आवश्यकता है। जिला सह संयोजक नरेंद्र निषाद ने कहा जाति को समाज मानना हमारी मूर्खता है इसी का परिणाम है कि राजनीतिक भागीदारी में हमारे लोग सबसे पीछे हैं।
उक्त अवसर पर त्रिवेणी प्रसाद भीम, श्रीराम, अमरनाथ, राम किशोर निषाद, शिवप्रसाद निषाद, राकेश कुमार, रंजीत कुमार, बालमुकुन्द निषाद, बैताली निषाद, जैसराम, श्याम बहादुर, दिनेश निषाद, सोभद्र, राममूर्ति निषाद, ननकऊ निषाद, दसरथ राज निषाद, राम पियारे निषाद, रमेश निषाद, मंगरु, रोहित निषाद, गुड्डू निषाद, बंशीलाल निषाद, राजकुमारी, प्रभावती, बासमती सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता से.नि. सेक्रेटरी राम सुंदर बौद्ध ने की।