क्षमा करने का गुण अपना लें तो जीवन में छाये अवसाद दूर होना आसान: मेहता
भगवान अग्रसेन जयंती समारोह के तीसरे दिन निकली कलश यात्रा
राउरकेला। महाराजा अग्रसेन सेवा संघ की ओर से भगवान अग्रसेन जयंती समारोह के तीसरे दिन मंगलवार को तीन दिवसीय भव्य अग्र भागवत का शुभारम्भ हुआ। अग्रभागवत के पूर्व मंगलवार को प्रात: 9 बजे 108 महिलाओ द्वारा उदितनगर पंचदेव मंदिर से भगवान अग्रसेन मंदिर तक कलश यात्रा की गई। इस अवसर पर समाज के सभी अग्रणी गणमान्य जान उपस्थित थे। इसके उपरांत अपराह्न 3 बजे से 7 बजे तक अग्रभागवत की कथा हुई। इस अवसर पर विख्यात जीवन प्रबंधन गुरु प . विजय शंकर जी मेहता द्वारा भगवान अग्रसेन जी की जीवणी एवं जीवन जीने की कला एवं आसान राह बताई गई। गुरुजी द्वारा बताया गया कि अगर हम क्षमा करने का गुण अपने जीवन मे उतार लें तो हमारे जीवन के आधे से ज्यादा अवसाद यूं ही समाप्त हो जाते है।
उन्होंने कहा कि हमारे घरों में बड़े बुजुर्गों को हमे अपने बच्चों की तरह की प्यार देना चाहिए। उनकी सेवा स्वयं परमात्मा की सेवा है। मंगलवार को कलश यात्रा से लेकर अन्य कार्यक्रमों में अग्रसेन सेवा संघ के अध्यक्ष हरिओम बंसल, ब्रीज मोहन अग्रवाल, सीताराम बेरलिया, अशोक अग्रवाल, सुरेश केजरिवाल, प्रभात टिबडेवाल, प्रदीप मोदी, रमेश अग्रवाल, सुरेश जिंदल, आलोक बगडिया, शंभू भाजिका, बंदना टिबडेवाल, केदार केडिया, चंद्रा बंसल,उत्तम अग्रवाल आदि उपस्थित थे। 24 से 26 सितंबर तक अग्रभागवत कथा हर दिन शाम तीन बजे से होगा। 27 सितंबर को म्यूजिकल चेयर, अंताक्षरी, झटका राउंड आदि प्रतियोगिता होगी। 28 सितंबर को सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक महिलाओं के लिए खेलकूद प्रतियोगिता करायी जाएगी। शाम को भजन गायक मनोज एवं अजीत के द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। 29 सितंबर को विशाल शोभायात्रा अमर भवन से निकलकर अग्रसेन भवन पहुंचेगी। शाम को अग्रसेन भवन में मुख्य समारोह होगा, जिसमें केन्द्रीय पेट्रोलियम व स्टील मंत्री धर्मेंद्र प्रधान तथा सम्मानित अतिथि सुंदरगढ़ के सांसद व संसदीय रक्षा कमेटी के अध्यक्ष जुएल ओराम, राउरकेला के विधायक तथा जिला योजना कमेटी के अध्यक्ष शारदा प्रसाद नायक, मुख्य वक्ता द्वारका प्रसाद जालान आमंत्रित हैं।