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December 16, 2025

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दल से बिछडे हाथी नेशनल हाइवे 130-सी मैनपुर- देवभोग मार्ग पर पहुंचा, 2 घंटे तक सड़क में लगा जाम

  • पत्रकार शेख हसन खान की ग्राउंड रिपोर्टिंग
  • मैनपुर क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में जंगली हाथियों के दल के धमक से दहल उठा क्षेत्र, शाम होते ही गांव में पसर जाता सन्नाटा 
  • साथियों का दल तीन भागों में फिर बंटा, एक दल कुल्हाड़ीघाट राजाडेरा अमली की ओर बढ़ रहा

गरियाबंद । गरियाबंद, मैनपुर , देवभोग नेशनल हाइवे 130 सी मुख्य मार्ग में आने जाने वाले राहगीर इन दिनों डरे और सहमे नजर आ रहे है। कारण इस क्षेत्र में लंबे समय से जंगली हाथियों का दल जंगल में डेरा डाल दिया है, क्योंकि खेतों में पर्याप्त मात्रा में धान और मक्का के साथ दलहन तिलहन की उन्हे चारा पानी मिल रहा है। साथियों के दलों के द्वारा पिछले एक डेढ़ माह से मैनपुर के आसपास डेरा डाल देने से भारी दहशत में लोगों की रात कट रही है और तो और शाम होते ही ग्रामीण क्षेत्रों के गांवो में सन्नाटा पसर जा रहा है। ग्रामीण घरों के दरवाजे बंद कर अपने आपको सुरक्षित करने में लगे हुए हैं।सबसे चिंताजनक बात यह है कि देखने को मिल रहा है। इस बार हाथियों का दल लगातार नेशनल हाइवे के आसपास मंडरा है। पिछले एक पखवाड़े में 8 से 10 बार हाथियों का दल नेशनल हाइवे को पार किया है जिसके कारण सड़क जाम की स्थिति बन गई है ।

आज गुरूवार को तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 10 किमी दूर राजापड़ाव और बाजाघाटी मंदिर के बीच जंगल के नजदीक एक हाथी जो दल से बिछड़ कर बीमार हो गया है। वह कई घंटे तक सड़क किनारे मंडराता रहा और मक्के के खेत में घुसा रहा। बीमार हाथी के सड़क किनारे पहुंचने की खबर लगते ही भारी भीड़ सड़क में लग गया और हाथी को सुरक्षित सड़क पार कराने के लिए तथा लोगों के जनहानी को रोकने के लिए वन विभाग द्वारा नेशनल हाइवे के दोनो तरफ वाहनों को रोक दिया गया। लगभग डेढ़ से दो घंटे तक वाहनों की लंबी कतार सड़क में लगी रही। तब हाथी मक्के के खेत से निकलकर दोपहर 3 बजे के आसपास नेशनल हाइवे को पारकर एक बार फिर मैनपुर वन परिक्षेत्र के बेहराडीह जंगल के तरफ बढ़ रहा है लेकिन अभी देर शाम को यह हाथी फिर नेशनल हाइवे के पास पहुंच गया है। हाथी के डर से जाम में फंसे वाहनो के सभी दरवाजे खिड़की बंद कर दिये गये। सैकड़ों लोगों ने हाथी को नेशनल हाइवे पार करते देखा इस दौरान हमारे मैनपुर संवाददाता शेख हसन खान भी मौके पर मौजूद थे।

  • बीमार हाथी के मुह में छाला के चलते बांस के कोमल पत्ते और मक्के के फसल को पहुंचा रहा है नुकसान

दल से बिछड़कर यह बीमार हाथी पिछले एक सप्ताह से राजापड़ाव गौरगांव क्षेत्र में कई ग्रामों में धान और मक्के की फसल को नुकसान पहुंचाते हुए धमतरी जिले के तरफ बढ़ रहा था लेकिन आज सुबह ही यह हाथी वापस लौट गया। सुबह 11 बजे से नेशनल हाइवे के किनारे राजापड़ाव के पास किसान रामसिंह के मक्के की खेत में घुस गया जब किसान खेत की फसल देखने पहुंचा तो हाथी को देखकर भागा और इसकी जानकारी अन्य ग्रामीणों को दी गई। देखते ही देखते भारी भीड़ लग गई। वन विभाग के भी कर्मचारी मौके पर पहुंच गये बार -बार हाथी सड़क किनारे पहुंच पार करने की कोशिश कर रहा था लेकिन फिर वापस हो जाता था। जब सड़क को दोनो तरफ जाम किया गया और सड़क को खाली किया गया तब हाथी नेशनल हाइवे को पार किया और मैनपुर परिक्षेत्र के बेहराडीह के तरफ बढ़ रहा था लेकिन अभी खबर मिली है। वापस फिर लौट रहा है और सड़क किनारे ही डेरा डाल दिया है।

  • 3 झुंडों में बटा हाथी का एक दल राजाडेरा अमली की ओर बढ़ रहा

मैनपुर के आसपास लगभग 22 से 25 की संख्या में हाथियो के दल ने डेरा डाल दिया है। साथियों का दल तीन भागों में बंट गया है इसलिए चारों तरफ घुम रहा है। किसी भी समय क्षेत्र के कोई भी गांव में दिखाई देता है जिसके कारण वन विभाग को भी टेªकिंग करने में परेशानी हो रही है। ऊपर से बारिश में जंगल घना हो गया है पास की चीज दिखाई नहीं देता। अभी देर शाम को कुल्हाड़ीघाट क्षेत्र से खबर मिली है कि हाथियों का एक दल जिसमें 7 से 8 की संख्या में है। बेसराझर होते हुए राजाडेरा अमली की ओर बढ़ रहा है।

  • बीमार हाथी का इलाज किया जा रहा है – जैन

उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन ने बताया बीमार हाथी का उम्र 10-12 वर्ष के आसपास है और उसके मुंह में छाला होने के कारण चारा चरने में परेशानी आ रही है। इसलिए इससे दूरी बनाकर रखा जाये क्योकि यह काफी आक्रमक हो सकता है। उन्होंने बताया कि इलाज के लिए ट्रेकुलाइज की अनुमति मांगी गई है स्थानीय स्तर पर इलाज जारी है।