Exclusive… अवैध प्लाटिंग करने वाले 22 विकासकर्ताओं की भूमि होगी राजसात, एसडीएम को सूची सौंपी गई
1 min read- गोलू कैवर्त, बलौदाबाजार
- विगत लगभग 8 महीने में ऐसे 220 अवैध विकासकर्ताओं को नोटिस जारी की गई । इनमें से मात्र 23 लोगों ने नियमितिकरण के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है
30 जून 2021 जिले में अवैध प्लाटिंग कर भूमि विक्रय करने वाले अवैध विकासकर्ताओं की भूमि राजसात की जायेगी। प्रथम चरण में जिले के बलौदाबाजार एवं भाटापारा निवेश क्षेत्र के 22 लोगों के विरूद्ध कार्रवाई शुरू की जा रही है। नगर एवं ग्राम निवेश विभाग द्वारा इस संबंध में कार्रवाई के लिए सूची संबंधित अनुविभागीय राजस्व अधिकारी, तहसीलदार एवं नगरपालिका अधिकारी को सौंप दी गई है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशन में जिले में अवैध विकासकर्ताओं के खिलाफ अभियान छेड़ा गया था। विगत लगभग 8 महीने में ऐसे 220 अवैध विकासकर्ताओं को नोटिस जारी की गई । इनमें से मात्र 23 लोगों ने नियमितिकरण के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है। प्रथम चरण में 22 अवैध विकासकर्ताओं की भूमि राजसात की कार्रवाई शुरू की गई है। शेष लोगों के खिलाफ भी फाईल तैयार की जा रही है।
नगर एवं ग्राम निवेश विभाग के सहायक संचालक बी.एल.बांधे ने बताया कि जिले में कुल 26 कालोनी वैध रूप से विकसित की गई हैं। इसमें बलौदाबाजार निवेश क्षेत्र में 19 और भाटापारा निवेश क्षेत्र के 5 और सिमगा निवेश क्षेत्र के 2 काॅलोनी शामिल हैं। इनके अलावा अन्य कालोनियों को विभाग से मान्यता नहीं है। उन्होंने बताया कि बलौदाबाजार निवेश क्षेत्र में कुल 76 अवैध विकासकर्ताओं को पूर्व में नोटिस जारी किया गया। इसमें से एक विकासकर्ता ने ही नियमितीकरण के लिए आवेदन पेश किया है। शेष 75 में से 11 विकासकर्ता के खिलाफ 10 फरवरी को कार्रवाई की गई। उनकी अवैध प्लाटिंग पर निर्मित संरचनाओं को तोड़फोड़ कर हटाया गया और आगे भूमि राजसात की कार्रवाई शुरू की गई है।
इनमें बलौदाबाजार के कैलाश पंजवानी, केशव सोनार, बसंत पिता ठेलूराम, शालिन पिता दिलीप, अखिलेश पिता शंकरदयाल, केशवप्रसाद सोनी, दुकलहा ढीमर, विवेक आनंद तिवारी, शालीन पिता दिलीप, नंदाबाई पति कलिराम तथा गणेश पिता मोहन शामिल हैं। बचे हुए लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी है।
भाटापारा निवेश क्षेत्र के अंतर्गत 52 अवैध विकासकर्ताओं को नोटिस जारी किया गया है। इनमें से 18 लोगों ने नियमितीकरण के लिए आवेदन प्रस्तुत किये हैं। शेष 34 में से 11 लोगों के अवैध विकास को हटाया गया है और राजसात की कार्रवाई शुरू की गई है। इनमें दीपचंद अग्रवाल ग्राम अंवरेठी, दिनेश पुंशी ग्राम धौंराभांठा, रमेश कुमार वर्मा ग्राम पटपर, कौशिल्या देवी शुक्ला ग्राम पटपर, नवीन, रेशम एवं शारदा पिता टहलदास ग्राम धौंराभांठा, संदीप भट्टर ग्राम हथनी, सुप्रीम कन्स्ट्रक्शन ग्राम पटपर, श्रीमती मधु अग्रवाल ग्राम पेण्डरी, रामकरण ग्राम पेण्डरी, सेवाराम ग्राम तरेंगा और गोपाल यदु ग्राम पेण्डरी शामिल हैl
सिमगा निवेश क्षेत्र के अंतर्गत 11 अवैध विकासकर्ताओं को नोटिस जारी किया गया है। जिसमें से 4 अवैध विकासकर्ताओं के द्वारा नियमितीकरण के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया है। शेष 7 के खिलाफ 3 जुलाई को कार्रवाई किये जाने की तैयारी की जा रही है। कसडोल निवेश क्षेत्र में 24, पलारी में 32, लवन में 17, बिलाईगढ़ में 6 और भटगांव में 2 अवैध विकासकर्ताओं को नोटिस जारी की गई है। माननीय न्यायालय में भी ये मामले दाखिल करने के लिए प्रकरण तैयार किये जा रहे हैं।