फर्जी तरीके से शासकीय जमीन को निजी बनाकर बेचा, पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा
1 min read- गरियाबंद न्यूज़ रिपोर्टर, गोलू वर्मा
- गरियाबंद पीड़ित परिवार को 6 साल बाद चला पता आरोपी सहित पटवारी भी पहुंचा जेल
छुरा जिला गरियाबंद के आदिवासी ब्लॉक छुरा के तहसील कार्यालय के पीछे स्थित भूमि खसरा नंबर 121 रब्बा 0.07 हेक्टेयर को नगर छुरा राजापारा निवासी रामेशर एवं बिशेसर निषाद द्वारा वर्ष 2014 में तत्कालीन हल्का पटवारी नटेश्वर नायडू के साथ मिलीभगत कर उक्त शासकीय भूमि को पहले अपने नाम पर नामांतरण कराया गया। साथ ही तहसील कार्यालय छुरा से उक्त भूमि के संबंध में ऋण पुस्तिका भी तैयार करा लिया गया था, जिसे रमेशर एवं बिशेसर निषाद द्वारा पीड़ित प्रदीप पांण्डेय भूपेंद्र सेन को 60,000 – 60,000 रुपए में बिक्री पात्र तैयार कर रजिस्ट्री तैयार करा दिया गया था।
पीड़ित प्रदीप पांण्डेय भूपेंद्र सेन द्वारा उक्त भूमि पर मकान निर्माण कार्य प्रारंभ करने से वास्तविकता के संबंध में एवं स्वयं के साथ धोखाधड़ी होने की जानकारी हुई, जिससे पीड़ितों द्वारा थाना छूरा में इसकी लिखित शिकायत की गई। जांच दौरान शिकायत सही पाए जाने पर आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 65/2021 धारा 420,32 भादवि 0 पंजीबद्ध कर विवेचन की जा रही थी।
प्रकरण में थाना प्रभारी छुरा निरीक्षक संतोष भुआर्य के नेतृत्व वाली संयुक्त टीम द्वारा आरोपी पटवारी नटेश्वर नायडू व भूमि विक्रेता रमेशर निषाद को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया जो अपराध कारित करना स्वीकार करने से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। वहीं एक अन्य विक्रेता बिशेसर निषाद की 02-03 पूर्व मृत्यु हो चुकी है।