बारिश की बेरूखी से मैनपुर क्षेत्र के किसान चिंतित, प्राचीन शिवमंदिर भाठीगढ़ में सैकड़ों लोगों ने किया जलाभिषेक
- शुक्रवार 18 अगस्त को 50 ग्राम के ग्रामीण किसान भीमादेव को मनाने रात में उमड़ेंगे देहारगुडा में
- शेख हसन खान, गरियाबद
गरियाबंद। गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र में इस वर्ष पर्याप्त बारिश के अभाव में खेती किसानी कार्य थम गया है और अभी भी क्षेत्र में रोपाई सियासी का कार्य बाकी है। कई किसानों ने धान की बोआई तक नही किया है और जो किसान धान की बोआई और रोपाई कर चुके है। पानी के अभाव में खेत सुख गया है। खेतों में बड़ी बड़ी दरारे आ गई है। अकाल और सुखा के चलते किसानो के माथे चिंता की लकीरे स्पष्ट दिखाई दे रही है। बारिश के लिए लगातार किसान देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर रहे हैं । क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थल पैरी उद्गम स्थित प्राचीन शिवमंदिर में बारिश की कामना को लेकर लगातार बारी बारी अलग अलग ग्रामों के लोग सुबह ब्रम्ह मुहुर्त में पहुंचकर विशेष पूजा अर्चना कर तालाब के पानी मानव श्रृंखला बनाकर लगातार जलाभिषेक कर रहे हैं।
- शुक्रवार को 50 ग्रामों के किसान भीमादेव को मनाने जंगल में होंगे एकत्रित
बारिश करवाने देवता भीमादेव को मनाने आज भाठीगढ़ राज के लगभग 50 ग्रामो पारा टोला के ग्राम प्रमुख वरिष्ठजन, झाखर पुजारी बैगा शुक्रवार शाम 5 बजे मैनपुर से 6 किमी दूर देहारगुड़ा जंगल क्षेत्र में एकत्र होंगे और पूरी रात भीमादेव को मनाने पूजा अर्चना करेंगे इस संबंध में क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक हेमसिंह नेगी, प्रेमसाय जगत, छबि दीवान, पवन दीवान, सुंदर कपिल, गंगाराम जगत, थानुराम पटेल ने बताया क्षेत्र में इस वर्ष पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण खेती किसानी का कार्य थम गया है। खेती किसानी पिछड़ गया है। अगस्त महिना भी आधा बित गया है। चारों ओर सूखा की स्थिति है। अच्छी बारिश की कामना को लेकर भीमादेव को प्रसन्न करने 18 अगस्त शुक्रवार शाम 5 बजे से जात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमें भाठीगढ़ राज के 50 ग्रामो के लोग शामिल होंगे और इस दौरान कई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा और वाद्ययंत्रो की धून में भीमादेव को मनाया जायेगा और रात्रि जागरण किया जायेगा।