दादा के सपने को पूरा करने हेलीकाप्टर से दुल्हन को लेने पहुंचा किसान का बेटा

- रायपुर से प्रकाश झा
वर और वधु पक्ष, अधिया लेकर खेती करता है वर पक्ष
लोरमी. ग्राम बेड़ापारा कोटा निवासी अमरनाथ यादव के पुत्र रामेश्वर की शादी लोरमी क्षेत्र के ग्राम पेंड्रीतालाब एन निवासी मनहरण यादव की पुत्री साधना से तय हुयी. यह शादी लोरमी क्षेत्र के लिये ऐतिहासिक रहा. दरअसल रामेश्वर के दादा स्व़ बिहारी लाल का सपना था कि उसके पोते की बारात हेलीकाप्टर से निकले. इस सपने को पूरा करने के लिये रामेश्वर ने रायपुर के निजी कंपनी से आठ लाख रूपये राशि जमा कर हेलीकाप्टर बुक कराया. शादी 15 जुलाई को होनी थी लेकिन मौसम में आयी खराबी की वजह से हेलीकाप्टर उड़ान नही भर पाया. लेकिन दूसरे दिन आखिरकार मौसम साफ हुआ और हेलीकाप्टर लेकर दुल्हा लोरमी पहुंचा. ग्राम सारधा में बनाये गये हेलीपेड में हेलीकाप्टर ने लैंड किया यहां से वाहन में सवार होकर ग्राम पेंड्रीतालाब जाकर अपनी दुल्हन को विदाई करवाकर हेलीकाप्टर में ले गया. वर और वधु दोनों पक्ष मूलत: किसान पृष्ठभूमि से आते हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार वर पक्ष के पास आठ एकड़ खुद की खेती है और 60 एकड़ से अधिक कृषि भूमि अधिया लेकर खेती करते हैं इस तरह अपने दादा के सपने को पूरा करने के लिये दुल्हे ने हौसला दिखाया हालांकि दूल्हे के दादा अभी वर्तमान में नही है.

पेंड्रीतालाब में हुई शादी जुर्माने के प्रावधान को लेकर भी चर्चा में रहा दरअसल वर पक्ष ने शादी में शामिल होने वाले लोगों के लिये शराब और गुटका का सेवन नही करने की अनिवार्य शर्त रखी थी इसका उल्लंघन करने पर एक हजार रूपये जुमाने का प्रावधान किया गया था. बकायदा शादी कार्ड में इसका जिक्र किया गया था. निर्धारित तय तिथि के अनुसार बारात हेलीकाप्टर में 15 जुलाई को पहुंचना था लेकिन हेलीकाप्टर नही आने से दुल्हा पक्ष मायूस जरूर नजर आया लेकिन उत्साह कम नहीं था दुल्हा. रामेश्वर श्रीकृष्ण की वेशभूषा में अपनी दुल्हन को ले जाने के लिये रथ में सवार होकर ठाठबांठ के साथ पहुंचा. इस तरह का बारात क्षेत्र में पहली बार देखा गया