तौरेंगा वन परिक्षेत्र के जंगल में जगह जगह भीषण आग, अधिकारी भी बेखबर
- वन्य प्राणी जान बचाने पहुंच रहे हैं गांव की ओर, अवैध शिकार की संभावना
- रामकृष्णध्रुव गरियाबंद
मैनपुर – उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बफर जोन ऐरिया वन परिक्षेत्र तौंरेंगा में इन दिनों जगह जगह भीषण आग लगी हुई है और तो और नेशनल हाईवे के किनारे जंगल आग की लपटों से घिरा है, लेकिन संबधित वन परिक्षेत्र अधिकारी आग की खबरों से बेखबर है, जब उनसे इस सबंध में जानकारी लिया गया तो उन्होने कहा कि यह जंगल क्षेत्र मेरा नहीं है वन परिक्षेत्र मैनपुर अंतर्गत आता है, जबकि होली के दिन सोमवार और आज बुधवार को तौंरेंगा वन परिक्षेत्र के कोदोमाली और राजापडाव के पास जंगल जो नेशनल हाईवे से लगा हुआ है। वहां दिनभर आग लगी थी। आने जाने वाले लोग आग के धुओं से परेशान थे। शोसल मिडिया से लेकर वाट्साप ग्रुपो में दिनभर तौंरेंगा परिक्षेत्र में आग लगने की जानकारी क्षेत्र के लोग विडियोज़ और तश्वीर के माध्यम से पोस्ट करते रहे हैं। वही राजापडाव गौरगांव मार्ग ओडिसा सीमा से लगे क्षेत्र गरीबा से साहेबिनकछार मार्ग में जंगल के भीतर जगह जगह भीषण आग लगने से वन्य प्राणियों की सामत आ गई है।
वन्य प्राणी लगातार गांव के तरफ रूख कर रहे है, और शाम के समय गांव के नजदीक नदी तालाबो में इन दिनाें वन्य प्राणियो चीतल, सांभर, भालू, खरगोश, हिरण लगातार पहुच रहे है, जिससे अवैध शिकार की संभावना भी बड गई है, वन्य प्राणियों की सुरक्षा को लेकर वन्य जीव प्रेमियों में चिंता देखने को मिल रही है, वही दुसरी ओर विभाग के द्वारा जंगल को आग से बचाने के लिए जितना प्रयास करना चाहिए उतना प्रयास नहीं दिख रहा है।
जंगलों में अवैध कटाई और अतिक्रमण के मामले भी तौरेंगा परिक्षेत्र में बढ़ रहे हैं
पिछले एक दो वर्षो के भीतर उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बफर जोन ऐरिया तौरेगा वन परिक्षेत्र में जंगल के भीतर अवैध अतिक्रमण के साथ अवैध कटाई के भी मामले भी बढे़ है, जिसकी पुष्टि स्वंय वन विभाग करता है। समय समय पर वन विभाग द्वारा तौरेगा वन परिक्षेत्र में जंगल के भीतर अवैध अतिक्रमण और अवैध कटाई के दर्जनों मामले दर्ज किये गये है। अभी भी लगातार तौरेंगा वन परिक्षेत्र के जंगल सुरक्षित नजर नहीं आता ओडिसा सीमा से लगे जंगल क्षेत्र में अवैध कटाई बदस्तुर जारी है।
- क्या कहते है वन अफसर
इस सबंध में चर्चा करने पर वन परिक्षेत्र अधिकारी तौरेगा मिलनराम वर्मा ने बताया कि तौरेंगा वन परिक्षेत्र में अन्य वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष आगजनी की घटना कम हुई है। लगातार विभाग द्वारा मानिटिरिंग किया जा रहा है कर्मचारियाें की अभाव है।