मछुवा कल्याण बोर्ड अध्यक्ष एम. आर. निषाद जशपुर जिले के महिला समूहों से मिलकर एवं स्वागत गीत को सुनकर हुए गदगद
- मैं अबला नादान नहीं हूं, दबी हुई पहचान नहीं हूं।
- मैं स्वाभिमान से जीती हूं, रखती अंदर खुद्दारी हूं।।
- मैं आज की नारी हूं….
नारी सशक्तिकरण की दिशा में लिखी गई ये चंद लाइनें इन दिनों जशपुर के मछुवा स्व. सहायता समूह की महिलाओं के उपर सटीक बैठती है। माननीय एम .आर. निषाद जी अध्यक्ष मछुवा कल्याण बोर्ड छत्तीसगढ शासन जशपुर जिले के मत्स्य कृषक सम्मेलन मे शामिल हुए।जशपुर जिला भी आदिवासी क्षेत्र होने के कारण ज्यादातर तालाब आदिवासियों को आबंटित हुए है। वहां मछुवा समितियों मे पुरूषों की अपेक्षा महिलाये ही अग्रसर है। वे दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में जाकर बकायदा तालाबों में जाल डालकर मछलियां पकड़ती है।उन मछलियों को बाजार में बेंचकर अपने व परिवार का भरण पोषण करती है तथा लाभ अर्जित करती है।
पुरूष प्रधान देश में इस तरह महिलाओं द्वारा किये जा रहे कार्य समाज तथा देश के लिये गौरव की बात है।श्री निषाद जी उन महिलाओं के साहस को देखकर गदगद हो गये।श्री निषाद जी ने उन महिलाओं को शासन की लाभकारी योजनाओं की जानकारी दिये तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किये कि इनके स्वावलंबन की दिशा में कोई रूकावट न आवे।
समितियों के द्वारा मछली चोरी होने की संभावना को देखते हुए बांध के ऊपर मछुआ आवास की मांग की और महिलाओं के द्वारा मछली बेचने हेतु मोटरसाइकिल की जगह मोपेड की मांग की इस संदर्भ में माननीय अध्यक्ष महोदय द्वारा शासन से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।जशपुर जिला पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण मैदानी क्षेत्रों में स्वयं की भूमि में तालाब निर्माण कर मछली पालन को बढ़ावा देने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया।
अधिक से अधिक किसानों का तालाब निर्माण कराकर शासन की योजनाओं से लाभान्वित करें मछली पालन विभाग के द्वारा विभिन्न महिला समूह को हां जाल एवं आइस बॉक्स का वितरण किया गया श्री निषाद जी के साथ श्री राजेन्द्र धीवर जी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सीपत,श्री हरिशंकर निषाद जी जिला पंचायत सदस्य श्री गजाधर बेहरा प्रदेश सचिव मछुआ कांग्रेस श्री शत्रुहन निषाद जिला अध्यक्ष मछुआ कांग्रेश श्री शिवपाल धीवर जी मत्स्य निरीक्षक व निज सहायक अध्यक्ष मछुवा कल्याण बोर्ड,मछली पालन विभाग अधिकारीगण तथा मछुवा समाज के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।