पांच वर्ष पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह लोक सुराज के दौरान आज ही के दिन ग्राम बोईरगांव पहुंचे थे
1 min read- पूर्व मुख्यमंत्री ने 6 माह के भीतर बिजली लगाने, पक्की सड़क बनाने का किया था वादा, पांच साल में भी नहीं हो पाया पूरा
- रामकृष्ण ध्रुव मैनपुर
तहसील मुख्यालय मैनपुर से 06 किलोमीटर दुर ग्राम पंचायत बोईरगांव में आज ही के दिन पांच साल पहले वर्ष 2016 में छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री अक्षय तृतीय के पर्व पर लोक सुराज के अभियान के दौरान अचानक हेलीकाप्टर से पहुंचे थे। बोईरगांव में ईमली झाड के नीेचे पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह ने चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्या सुना था इस दौरान उनके साथ तत्कालीन मुख्य सचिव विवेक डाड भी उपस्थित थे। इस दौरान लोक सुराज में अचानक मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर ग्राम पंचायत बोईरगांव व उसके आश्रित ग्राम बेहराडीह झरियाबाहरा, बरदुला, डुमरघाट के ग्रामीण काफी गदगद हो गये, तब पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ग्रामीणाें से उनकी समस्याआें को पुछा तो ग्रामीणों ने ग्राम बोईरगांव से ग्राम डुमरघाट तक पक्की डामरीकरण सड़क निर्माण एंव बिजली लगाने की मांग किया था, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह 06 माह के भीतर ग्राम डुमरघाट में बिजली लगाने की घोषणा किया था। ग्रामीणों को पुरा भरोसा दिलाया था कि 06 माह के भीतर हर हाल में ग्राम डुमरघाट तक पक्की सडक और बिजली पहुंचा दी जायेगी लेकिन आज पांच वर्षो बाद भी तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह की घोषणा पुरा नहीं हो पाया जिसका मलाल आज भी इस ग्राम पंचायत के लोगो में देखने को मिलता है।
इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह के घोषणा के एक वर्ष के भीतर ग्राम डुमरघाट में बिजली नहीं लगाया गया और पक्की सड़क का निर्माण नहीं किया गया तो उनके घोषणा को याद दिलाने ग्राम बोईरगांव के पूर्व सरपंच श्रीमती हिरौंदी मांझी एवं पूर्व जनपद सदस्य सुखचद ध्रुव के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने रायपुर पहुंचकर तत्कालीन मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह को उनके घोषणा को याद दिलाते हुए डुमरघाट में बिजली लगाने और पक्की सडक बनाने की मांग किया था जिस पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह ने दो माह के भीतर फिर बिजली लगाने और सड़क निर्माण करवाने का आश्वासन दिया था।
ग्राम पंचायत बोईरगांव के पूर्व जनपद सदस्य सुखचंद ध्रुव ने आज सोशल मिडिया पर पांच साल पुराना तत्कालीन मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह के बोईरगांव आगमन की तस्वीर और मांगपत्र को ट्वीट कर बताया कि 09 मई 2016 को अक्षय तृतीया के दिन ग्राम पंचायत बोईरगांव में तत्कालीन मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह का आगमन हुआ था। तब उन्होने डुमरघाट तक पक्की सडक और बिजली लगाने की घोषणा किया था साथ ही 06 माह के भीतर बिजली लगाने और सडक बनाने की बात कही गई थी। इस सबंध में आज कई ग्रामीणों से चर्चा किया। ग्राम डुमरघाट के ग्रामीणाें ने बताया कि मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह पांच साल पहले जब बोईरगांव पहुंचे थे तो मैनपुर से 12 किलोमीटर दुर बीहड जंगल के अंदर बसे विशेष पिछडी कमार आदिवासी ग्राम डुमरघाट में पक्की सडक और बिजली लगाने की घोषण किया था तो गांव के लेागो में विकास की उम्मीद जगी थी।
ग्राम पंचायत बोईरगांव के आश्रित ग्राम डुमरघाट की जन संख्या 300 के आसपास है इस गांव तक पहुचने के लिए आज तक पक्की सडक का निर्माण नही हो पाया है लोग पगडंडीनुमा मार्ग से होकर आना जाना करते है इस गांव में पहुचने के लिए दो सड़क हैं। एक बरदुला से जंगल रास्ता महज 06 किलोमीटर में पहुचा जा सकता है और दुसरा रास्ता तौरेंगा कोदोमाली से होते हुए 28 किलोमीटर की दुरी पर पड़ता है। इन दोंनो रास्तों से डुमरघाट पहुचने के लिए 08-10 बडे नदी नालों को पार करना पड़ता है। गांव तक सडक नही होने के कारण आज भी एम्बुलेंस 108 नही जा पाता, अत्यधिक बीमार की स्थिति में भयंकर बारिश के दिनों में गर्भवती महिलाआें एंव मरीजों को पैदल मैनपुर अस्पताल में लाना पडता है ।
अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से लगायेंगे फरियाद – सहदेव साण्डे
ग्राम पंचायत बोईरगांव के वर्तमान सरपंच सहदेव साण्डे ने इस सबंध में चर्चा करने पर बताया कि आज से पांच साल पहते तत्कालीन मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह दो बार ग्राम पंचायत बोईरगांव पहुचे जिसमें एक बार बेहराडीह और दुसरी बार बोईरगांव आगमन हुआ,दोनो बार तत्कालीन मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह द्वारा ग्राम डुमरघाट तक पक्की सडक और बिजली लगाने की घोषणा किया गया जब मुख्यमंत्री के घोषणा के बावजूद आज पांच वर्षो में बिजली नहीं लग पाई। सड़क नहीं बन पाया तो ग्रामीण किसके पास फरियाद लगायेंगे , सरपंच सहदेव साण्डे ने आगे कहा छत्तीसगढ के वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हमारे गांव के ग्रामीण मुलाकात करेंगे और ग्राम डुमरघाट तक पक्की सड़क और बिजली लगाने की मांग करेंगे हम सभी ग्रामवासियों को उम्मीद है जो कार्य पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह नही किये उस कार्य को वर्तमान मुख्यमंत्री भुपेश बघेल अवश्य पुरी करेंगे।