टाईगर रिजर्व क्षेत्र में वन विभाग ने किया 16 लोगों को गिरफ्तार
जंगल के भीतर अवैध रूप से झोपड़िया बनाकर अवैध कब्जा
मैनपुर। उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र में जंगलो कें भीतर कीमती हरे भरे वृक्षों की अवैध कटाई एंव जंगल के भीतर अवैध अतिक्रमण का सिलसिला बदस्तुर जारी है। टाईगर रिजर्व में अवैध कटाई का मामला तहसील मुख्यालय मैनपुर से लेकर राजधानी रायपुर तक गुंज रहा है अब तो यहा अवैध कटाई के मामले को विपक्ष विधानसभा में भी उठाने की बात कह रहे हंै। आज सोमवार को फिर एक बार वन अफसरों एवं वन अमला ने बड़ी कार्यवाही करते हुए टाईगर रिजर्व क्षेत्र में सैकडो पेडो की अवैध कटाई कर लगभग 18 अवैध रूप से झोपड़ियों का निर्माण कर अवैध अतिक्रमण कर खेती किसानी की तैयारी करने वाले 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें 05 महिलाएं भी शांमिल है और इनके खिलाफ वन्य जीव सरंक्षण अधिनियम 1972 की धारा के तहत कार्यवाही किया जा रहा है मामले पर कार्यवाही समाचार लिखे जाने तक जारी है।
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के सहायक संचालक आर के रायस्त ने बताया कि टाईगर रिजर्व क्षेत्र के बफर जोन एरिया इदागांव वन परिक्षेत्र कक्ष क्रमांक 1210 देवझरन जंगल में पिछले 2018 से जंगल के भीतर लगभग 200 से ज्यादा हरे भरे वृक्षों की अवैध कटाई कर 18 झोपड़ियों का निर्माण कर अवैध अतिक्रमण कर कुछ लोग द्वारा जंगल की जमीन में अवैध रूप से हल चलाकर खेती किसानी करने कब्जा कर रहे थे। सोमवार को सुबह वन विभाग के एसडीओ पी आर धु्रव, वन परिक्षेत्र अधिकारी टी आर नरेटी, आर एन सोरी, एल आर पटेल, सीतानदी परिक्षेत्र अधिकारी जे आर मरकाम, रिसगांव अधिकारी गोपालसिंग राजपूत के नेतृत्व में संयुक्त वन विभाग के दल, जिसमें 38 वन अमला शामिल थे जिसमें महिला वन कर्मचारी भी दल में शामिल थी। सुबह 6 बजे कक्ष क्रमांक 1210 देवझरन पहुंचकर जंगल के भीतर अवैध रूप से अतिक्रमण कर कच्चे झोपड़ी बनाकर निवास कर रहे 16 लोगों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों में 05 महिलाएं भी शामिल है। इनके पास से 20 से ज्यादा मवेशी भी रखे थे मवेशियों को उनके परिजनो रिश्तेदारो व सुरक्षा समिति के हवाले किया जा रहा है और उनके कच्चे झोपड़े में रखे रोजमर्रा के सामग्री भी जब्त किया गया है साथ ही अभी देर शाम तक मामले की कार्यवाही जारी है। सहायक संचालक श्री रायस्त ने आगे बताया कि पूर्व में 2018 एवं 2019 में भी यहां वन विभाग ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही किया था, लेकिन वे फिर आकर अवैध तरीके से फिर जंगल में पेड़ों की अवैध कटाई को अंजाम देकर झोपडियों का निर्माण कर निवास करने लगे थे। इन्हे कई बार वन विभाग के स्थानीय अमला द्वारा समझाइस दिया गया, लेकिन वे अवैध अतिक्रमण और अवैध कटाई को अंजाम देते रहे जिसके चलते आज वन विभाग द्वारा उच्च अधिकारियों के मार्ग दर्शन मे कार्यवाही की गई है।