वन- वन्य प्राणी के क्रूर शिकारी तस्करो के आँतक के लिये कौन जिम्मेदार? पिथौरा वन विभाग सुस्त! हथिनी ही नहीं भालू पर भी क्रूरता की हदे पार कर अँग काटा
1 min read- शिखा दास, महासमुन्द
- वन परिक्षेत्र पिथौरा में वन्य प्राणी शिकारी तस्करो का आतंक क्यों इतना बढ़ रहा ?
- शिकारियों को पकड़ने में वन विभाग का छूटा पसीना, अगर DOG नहीं होता तो शायद ही इतने आरोपी समझाते
- आरोपियों में 7 गिरफ्तार, 2 फरार
- मादाहथिनी की करेंट मौत के बाद खुला मालू की मौत का राज? वर्ना वन विभाग को पता तक नहीं था
- पिथौरा से इतने निकट किशनपुर (रामपुर)के वन विभाग के शिकारियो को वन विभाग का खौफ क्यों नही?
- बहरहाल सवाल यह भी उठ रहा, किसकी लापरवाही के कारण 2 आरोपी भागने में कामयाब?
पिथौरा वन परिक्षेत्र के किशनपुर बिट में ग्रामीण शिकारियों के द्वारा जंगली जानवर का शिकार करने की नियत से खुले में फैलाए गए हाईटेंशन विद्युत से विशालकाय मादा हथिनी की मौत के बाद वन विभाग के हाथ लगा| एक और अवैध शिकार का नया मामला| प्राप्त जानकारी के अनुसार किशनपुर बीट क्षेत्र में ही कुछ दिनों पूर्व शिकारियों द्वारा फैलाए गए हाईटेंशन विद्युत की चपेट में एक भालू की मौत हुई थी।
शिकारियों के द्वारा मृत भालू के कुछ अंगों को काटकर ले जाने की सूचना से वन विभाग में मचा हड़कंप
किशनपुर बीट से भालू की शिकार के मामले पर भी वन विभाग जुटी जांच में| यह जाहिर हो ही गया कि सजगता का अभाव वन विभाग का मुखबिर तँत्र अति कमजोर! क्यों कि लक्ष्मीपुर रायपुर किशनपुर निकटतम गाँव हैं । विभागीय अमले की आरामपरस्ती लापरवाही भी कही ना कही हैं । जब भालू के शिकार की बात हमारी प्रतिनिधि ने कहा तो रेँजर अनजान बनने की कोशिश कर रहे थे ?