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November 19, 2024

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वन कर्मचारी संघ के अनिश्चितकालीन हड़ताल से जंगल की सुरक्षा खतरे में

  • शेख हसन खान, गरियाबंद
  • वन परिक्षेत्र अधिकारियाें के भी अब हड़ताल में चले जाने से जंगल मे आगजनी की घटना थमने का नाम नहीं ले रही है

मैनपुर – उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व एंव गरियाबंद वन मंडल के लगभग 400 से भी ज्यादा वन कर्मचारी पिछले एक पखवाडे से भी अधिक समय से अनिश्चित कालीन हडताल में चले गये है, तो वही अब वन परिक्षेत्र अधिकारियाें के भी हडताल में चले जाने से जंगल की सुरक्षा खतरे में है और लगातार जंगलो में आगजनी के कारण वन्य प्राणी गांव के नजदीक व मुख्य मार्गो में दिखाई दे रहे है जिसके कारण वन्य प्राणियों की सुरक्षा को लेकर भी वन विभाग चिंतित नजर आ रहा है, तो वही लगातार हडताल के कारण जंगल की सुरक्षा खतरे में पड गई है। जंगलों में लगातार आगजनी की घटनाए बड रही है। हालांकि वन विभाग द्वारा जंगलों में लगने वाली आग पर काबू पाने के लिए प्रत्येक बीट पर फायर वाचर व दैनिक मजदूर लगाये गये हैं। बकायदा सेलेटाईट के माध्यम से जंगलों की निगरानी किया जा रहा है, लेकिन आए दिनों जंगलो मे आगजनी की घटनाए की खबर आ रही है।

वही दुसरी ओर वन कर्मचारी संघ द्वारा जब तक उनके मांगो को पुरा नही किया जाऐगा तब तक यह अनिश्चितकालीन हडताल करने की बात कही जा रही है। लगातार वन कर्मचारी संघ के सदस्य हडताल में शामिल होकर नारेबाजी कर रहे हैं। छत्तीसगढ वन कर्मचारी संघ की 12 सुत्रीय प्रमुख मांगो में वन रक्षक वेतन मान 2003 से 3050 स्वीकृत किया जाए। वन रक्षक/ वनपाल /उ.व क्षेत्रपाल कर्मचारियाें का वेतनमान अनुसार किया जाए। पुरानी पेंशन योजना लागू किया जाए। छत्तीसगढ राज्य गठन के पश्चात नया सेटअ्प पुनरीक्षण किया जावें। महाराष्ट्र सरकार की तरह 5000 हजार रूपये पौष्टिक आहार वर्दी भत्ता दिया जाए ।

पदनाम वर्दी हेतु संबोधित नाम अन्य पहचान निर्धारण आदेश किया जावें। वनोपज संघ के कार्य हेतु एक माह का अतिरिक्त वेतन दिया जावें। काष्ट वनोपज प्रदय से कमी मात्रा की वसूली निरस्त/ राईट आफ किया जावें । विभागीय पर्यटन स्थल में वन कर्मचारियों एंव सेवा निवृत्त वन कर्मचारियाें को निःशुल्क प्रवेश दिया जावें। वनपाल प्रशिक्षण अवधी 45 दिन किया जावें। वनपाल प्रशिक्षण केन्द्र कोनी ( बिलासपुर) प्रारंभ किया जावें। भृत्य, वानिकी, चौकीदार का समायोजन किया जावे। एंव दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों को नियमित किया जावें। मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है। इस मौके पर प्रमुख रूप से वन कर्मचारी संघ के जिलाअध्यक्ष डोमार कश्यप, मनीष कुमार वर्मा, रामध्वज मौर्य, धनेश सिन्हा, उधोराम धु्रव, टुमेश्वर सिंह साहू, हरिअर्जुन यादव, जितेन्द्र सिंह ठाकुर, देवलाल साहू, तुलसी धुव, पुष्पा गर्धव, पुर्णिमा धु्रव, सरिता साहू, दिपेन्द्र राजपुत, टिकेश्वरी साहू, शिवराज साहू, चन्द्रप्रकाश सिन्हा, धनेश साहू, रतन लाल यादव, योगेश दिवान, राहूल श्रीवास, कुंजल सिंह धु्रव, देवनाथ मरकाम, सुखदेव निषाद, रोहित कुमार साहू, पतिराम यादव, अर्जुन यादव, प्रभुलाल मरकाम, सोहन यादव, अशोक निर्मलकर, चुम्मनलाल , गोवर्धन यादव, कमल नेताम, चिंताराम साहू, सोहन लाल निषाद, रिखिराम पटेल, चित्रसेन दिवान, बैकुण्ठ सिंह ठाकुर, घनश्याम धु्रव, विजय निषाद, लोकेश श्रीवास, योगेश मानिकपुरी, चन्द्रभान, महेन्द्र सिंह चैहान, नेहरू सिंह , राहूल राजपुत, तोरण नाग, टिकाराम वर्मा, श्याम सुन्दर सहित बडी संख्या में वन कर्मचारी संघ के सदस्य उपस्थित हो रहे हैं।

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