माता शबरी-जन्मभूमि शिवरीनारायण-धाम में माता शबरी की भव्य-मंदिर निर्माण के लिए महंत डॉ. राम सुंदर दास को नपं के पूर्व अध्यक्ष डॉ. शांति कुमार कैवर्त्य ने सौंपा ज्ञापन
1 min read- माता शबरी-जन्मभूमि शिवरीनारायण-धाम में माता शबरी की भव्य-मंदिर निर्माण के लिए शिवरीनारायण मठाधीश महंत डॉ. राम सुंदर दास को नपं.के पूर्व अध्यक्ष डॉ. शांति कुमार कैवर्त्य ने सौंपा ज्ञापन
- गोलू कैवर्त, बलौदाबाजार
नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष डॉ. शांति कुमार कैवर्त्य ने राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त शिवरीनारायण मठ मंदिर के मठाधीश महंत डॉ. रामसुन्दर दास से शबरी जन्मभूमि-शिवरीनारायण में माता शबरी की भव्य मंदिर निर्माण कराने की मांग का ज्ञापन सौंपा है। डॉ.शान्ति कुमार कैवर्त्य ने विगत दिनाँक 25 फरवरी को मठ-मंदिर में आयोजित पवित्र गद्दी महोत्सव के पावन बेला पर गद्दीसीन महंत डॉ. रामसुंदर दास को आवेदन सौपे एवं अपने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि पवित्र पावन मनोरम स्थल माता शबरी जन्मभूमि -शिवरीनारायण के धार्मिक गरिमानुरूप छत्तीसगढ़ शासन के महत्वाकांक्षी परियोजना श्री राम वन गमन पथ पर्यटन परिपथ में शामिल कर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर इस पुण्य धरा को महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
यह शिवरीनारायण ही नहीं अपितु इस पावन प्रदेश सहित भारतवर्ष के लिए गौरव की बात है। यह पावन स्थल रामायण कालीन पवित्र धरा स्वरूप भीलनी शिरोमणि माता शबरी की जन्मभूमि है, जो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम जी की अनन्य भक्त है। जिसे श्री राम जी ने नवधा रामायण भक्ति से उपकृत कर धन्य किया है। ऐसी मातेश्वरी की पवित्र पावन भूमि शिवरीनारायण के मूल- स्थान पर स्थित शबरी फुलवारी वर्तमान में मठ फुलवारी पर माता शबरी जी की भव्य मंदिर का निर्माण शासन-प्रशासन, जनभागीदारी व अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक संस्थानों के सहयोग से कराने आग्रह करते हुए इसकी भूमि-पूजन व भव्य शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन माता शबरी जयंती 14 मार्च फाल्गुन मास शुक्ल पक्षारंम्भ के पावन पर्व पर भारतवर्ष के जगतगुरु शंकराचार्य के कर कमलों से कराए जाने का निवेदन किया है।
साथ ही पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. कैवर्त्य ने इस पुण्य धरा पर श्री राम वन गमन परिपथ परियोजना में श्री राम की भव्य व विशाल मूर्ति स्थापित होने वाले स्थान पर उनके बाल आत्मसखा व आयोध्या में श्री राम राज्यारोहण समारोह के मुख्य अतिथि श्रृंगवेरपुर महाराजा श्री गुह राज निषाद की भी अष्टधातु की विशाल प्रतिमा स्थापित कराने की मांग की है। इस ज्ञापन की प्रतिलिपि छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत को भी प्रेषित की है। श्री राम, माता कौशल्या और माता शबरी की जन्मभूमि पर समानताएं नगर पंचायत शिवरीनारायण के पूर्व अध्यक्ष डॉ. शांति कुमार कैवर्त्य ने अपने इस ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया है कि त्रेता-युगीन श्री रामला,माता कौशल्या और माता शबरी की जन्मभूमि पर यह समानताएं हैं कि इनके जन्म भूमियों पर इनमें से किसी की भी मंदिर नहीं है। वर्षों पश्चात माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णय अनुसार अब अयोध्या-धाम में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र का भव्य व विशाल मंदिर बनने जा रहा है।
तद्नुरूप श्री राम की माता कौशल्या और श्री राम की शिरोमणि भक्त माता शबरी की भव्य व विशाल मंदिर का निर्माण इनके पवित्र जन्म-स्थलों क्रमश: कोसला-धाम और शिवरीनारायण-धाम में कराने का आग्रह किया है।हालांकि माता कौशल्या जन्मभूमि -कोसला धाम में विराजित माता कौशल्या, रामलला और देवी शान्ता का एक पवित्र देवालय मंदिरनुमा है, जहाँ मां भवानी महामाया देवी और ग्राम्य देवता ठाकुरदेव विराजमान हैं। इसके पहले खुले आसमान पर विराजित इन देवताओं के देवालय का निर्माण अस्सी के दशक में यहां के तत्कालीन सरपंच दुर्गेश्वर तिवारी द्वारा कराए गये।वयोवृध्द पं.रामशरण तिवारी के अनुसार यहां पवित्र डीह पर माता कौशल्या की एक छोटी सी अत्यंन्त प्राचीन मंदिर थी।कालंतर में मंदिर के जीर्णता से टूट जाने से वर्षों तक ये खुले आसमान पर ही विराजित रहे हैं। वहीं दूसरी ओर । शबरी-जन्मभूमि शिवरीनारायण-धाम में भगवान श्री नर- नारायण मुख्य मंदिर के पूर्व दिशा में स्थित पश्चिमाभिमुख श्री केशव नारायण मंदिर के गर्भगृह में श्री रामचंद्र जी के भगवान विष्णु रुपी श्री केशव-नारायण जी के चरण-कमल के निकट शिरोमणि माता शबरी देवी जी विराजित है ।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी पूर्व वर्ष में सौपे थे मांगपत्र । नगर पंचायत शिवरीनारायण के पूर्व अध्यक्ष डां. कैवर्त्य ने छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र- 2020 के पहले 19-02-2020 को जनता का बजट के तहत माता कौशल्या जन्मभूमि-कोसला तथा माता शबरी जन्मभूमि- शिवरीनारायण को विकसित कर इन पवित्र स्थलों पर क्रमश: माता कौशल्या एवं माता शबरी की भव्य मंदिर निर्माण हेतु मान. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को ज्ञापन सौंपी गई थी। जिसकी प्रतिलिपि माननीय विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत और महंत डॉ. राम सुंदर दास को भी सौंपी गई थी।