खरीदी व अनुदान राशि में फर्जीवाड़ा, कृषि उपसंचालक निलंबित
1 min read- संसदीय सचिव की शिकायत पर हुई कार्रवाई, विस में भी उठा था मामला
- Shikha das। Mahasamund
आर्थिक अनियमितता बरतने के कारण महासमुंद कृषि विभाग में पदस्थ तत्कालीन उपसंचालक वीपी चौबे को अंततः निलंबित कर दिया गया है। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर की शिकायत पर यह कार्रवाई हुई है। निलंबन अवधि में उपसंचालक श्री चौबे को संचालनालय कृषि में अटैच किया गया है।
यहां यह बताना लाजिमी होगा कि महासमुंद जिले में वर्ष 2016-17 से 25 जनवरी 2019 तक सी बीड एक्सट्रेक्ट, सी बीड जेल तथा एमिनो, ह्यूमिक एसिड की खरीदी तथा अनुदान राशि का स्वेच्छाचारिता पूर्ण फर्जीवाड़ा कर आर्थिक अनियमितता बरतने की शिकायत संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने की थी। इस मामले को उन्होंने विधानसभा में भी उठाया था। बाद इसके कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग के उप सचिव जेवियर केरकेट्टा ने तत्कालीन उपसंचालक श्री चौबे को छग सिविल सेवा नियम 1966 के उपनियम 09 दो के तहत निलंबित किया है। वर्तमान में उपसंचालक श्री चौबे बलौदाबाजार में पदस्थ हैं। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय संचालनालय कृषि में निर्धारित किया गया है।
गौरतलब है कि सी बीड एक्सट्रेक्ट, सी बीड जेल तथा एमिनो, ह्यूमिक एसिड कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं में अनुशंसित नहीं था। बावजूद इसके तत्कालीन उपसंचालक श्री चौबे ने कृषि विज्ञान केंद्र भलेसर महासमुंद की अनुशंसा के आधार पर उक्त सामाग्री को सूक्ष्म तत्व के अंतर्गत मानते हुए विभागीय योजनाओं के तहत किसानों को प्रदान करने के लिए क्रय करने आदेशित किया था।