हरेंद्र भारती के नेतृत्व में गारवपुर में खोली गयी निःशुल्क मोस्ट पाठशाला
1 min read- राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों से बच्चों की शिक्षा की माँग की जानी चाहिए : श्यामलाल
सुलतानपुर। विकासखण्ड लम्भुआ के ग्रामसभा गारवपुर में मोस्ट कल्याण संस्थान उ.प्र. के तत्वाधान में हरेंद्र भारती के नेतृत्व में निःशुल्क मोस्ट पाठशाला का उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम का संचालन विजय बहादुर बौद्धाचार्य ने किया।
उक्त अवसर पर मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद “गुरुजी” ने कहा कि समाज को शिक्षा के माध्यम से ही सामाजिक समानता और आर्थिक सम्पन्नता व शोषण से मुक्ति मिल सकती है। इसलिए समाज की उन्नति और विकास के लिए चिंतित राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों से जाति-धर्म व क्षणिक स्वार्थ से ऊपर उठकर बुनियादी शिक्षा उपलब्ध कराने की माँग की जानी चाहिए।
मोस्ट आई.टी. मैनेजर गुरु प्रसाद निषाद ने कहा कि जिस दिन मोस्ट समाज समझ जायेगा कि शिक्षा से ही सामाजिक स्तर में सुधार हो सकता है उसी दिन से सामाजिक कार्यों का मूल्यांकन शिक्षा के क्षेत्र में किये गए कार्यों और प्रयासों से किया जाएगा।
इस मौके पर डिप्टी डायरेक्टर राजकुमार गौतम, जिला संयोजक जीशान अहमद, तहसील कोऑर्डिनेटर नागवंशी सोनू निषाद, लालबहादुर बौद्धाचार्य, विजय गौतम, धीरज कुमार गौतम, शिक्षक राजमणि गौतम, धर्मेंद्र भारती, महेश बौद्ध, धर्मेंद्र कुमार, अजय कुमार, इ. रोहित चंद्र, शिवकुमार, रामलवट, आशीष बौद्ध, रमेश बौद्ध, मिथुन बौद्ध, विजय, शिवकुमार, रामलखन गौतम, शुभम कुमार बौद्ध, संजय बौद्ध, अजय वनवासी, भीम गौतम, शिवांशु गौतम, विमल कुमार, सौरभ बौद्ध, अनिल कुमार, मिट्ठू कुमार, रामदुलार, रामफेर, राम आसरे, मंहगू, सत्य प्रकाश, आनंद बौद्ध, अर्जुन बौद्ध, लवकुश कुमार, शुभकरन गौतम, सत्यम बौद्ध, राजेंद्र गौतम, श्यामलाल भारती, राजीव कश्यप, अरविंद यादव, गजेन्द्र प्रसाद, अमन कुमार, अमर बहादुर, रोशनी, कुसुम, रीता, संगीता, नीलम, कमला, ममता वनवासी, सरस्वती, नीशा, फूला देवी, कलावती, सीता, लक्ष्मी प्रजापति, सोनावती, सावित्री, गीता, बिन्दु, गीता गौतम, चमेला, शकुंतला, साक्षी प्रजापति, कौशिल्या वनवासी, सोना बौद्ध, इतवारी, रीना, सीमा बौद्ध, पूजा, सीमा गौतम, अनारा गौतम, गायत्री बौद्ध, इंद्रावती बौद्ध, रेशमा गौतम, लक्ष्मी गौतम, रोशनी बौद्ध, मनीषा गौतम, सुमन गौतम, नेहा गौतम, राधिका गौतम, पारो गौतम सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।