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प्रिंट मीडिया का भविष्य अच्छा, हॉस्पिटल प्रबंधकों की भारी मांग

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  • कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर
  • व्यवसाय में सफलता के लिए पेशेवर प्रबंधकों की जरूरत: प्रो. जयंत सोनवलकर

दिनांक 18 जनवरी 2021

कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में चल रहे ओरिएंटेशन कार्यक्रम की तीसरी कड़ी में सोमवार को प्रबंधन विभाग का कार्यक्रम रखा गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति प्रो. जयंत सोनवलकर ने कहा कि डिजिटल मीडिया आने के बाद भी आने वाले समय में प्रिंट मीडिया का भविष्य अच्छा है।

उन्होंने कहा कि अभी भी देश की 30 प्रतिशत आबादी को अखबार पढ़ने की आदत डालना बाकी है। उन्होंने कहा कि प्रबंध विज्ञान तेजी से बढ़ता क्षेत्र है। इस क्षेत्र में पेशेवर लोगों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। मीडिया इंडस्ट्री पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया में प्रबंधन की खास आवश्यकता महसूस की जाने लगी है। तेजी से बढ़ती तकनीक और बदलते बाजार के कारण मीडिया में प्रबंधन की महती आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रबंधन का मुख्य उद्देश्य रणनैतिक प्रबंधन करना है। उन्होंने कहा कि अब जमाना उद्यमिता का है और आत्मनिर्भर बनने का है। उद्यमिता का विकास तभी कर सकते हैं, जब हम कुछ नया देने को तैयार हों। कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ता के रूप में बोलते हुए आईबीसी 24 न्यूज़ चैनल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री विवेक पारक ने कहा कि वर्तमान में डिजिटल मीडिया तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि तकनीक के विस्तार के कारण मीडिया के क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बड़े हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया प्रबंधन मैं सबसे बड़ी चुनौती विश्वसनीयता की है और दूसरी बड़ी चुनौती मीडिया में विज्ञापन राजस्व को उगाने की है। उन्होंने कहा कि तकनीकी क्रांति के दौर में कंटेंट डिलीवरी और कंटेंट प्रॉपर्टी राइट भी एक चुनौती बनी हुई है। उन्होंने कहा कि कंटेंट को लेकर छिड़ी मीडिया प्रतिस्पर्धा में सांस्कृतिक और नैतिकता से संबंधित कंटेंट देने होंगे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के कारण फेक न्यूज़ भी मीडिया इंडस्ट्री की एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है।

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के लिए नीति निर्देशक सिद्धांत तय होना चाहिए। तभी फेक न्यूज़ जैसी समस्या से निपटा जा सकता है कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए एनएच-एमएम आई हॉस्पिटल के चीफ फैसिलिटी डायरेक्टर श्री नवीन शर्मा ने कहा कि हेल्थ इंडस्ट्री अब तेजी से बढ़ती इंडस्ट्री है। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल सेवाओं के प्रबंधन के लिए अब हॉस्पिटल प्रबंधकों की मांग बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल प्रबंधन के क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल प्रबंधन का अर्थ है मरीज को पूरा भरोसा और निश्चिंता प्रदान करना। उन्होंने कहा कि तेजी से बढ़ते हेल्थ सेक्टर को देखते हुए 50 हजार से अधिक हॉस्पिटल प्रबंधकों की मांग बढ़ी है। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बलदेव भाई शर्मा ने की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दुनिया को बदलने का सबसे सशक्त और त्वरित माध्यम पत्रकारिता है। यह एक नोबल प्रोफेशन है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को पाठ्यक्रमों के साथ ही विषय का व्यावहारिक ज्ञान भी सीखना चाहिए। व्यावहारिक ज्ञान ही फील्ड में कार्य करने के दौरान आपको सफल बनाता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता सामाजिक सरोकारों से जुड़ा हुआ नैतिक उद्यम है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का पूर्ण विकास कर सामाजिक जीवन में बदलाव करें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपनी पढ़ने की आदत को बढ़ाएं तभी पत्रकारिता के क्षेत्र में सफलता प्राप्त की जा सकती है। कुलसचिव डॉ. आनंद शंकर बहादुर ने कहा कि प्रबंधन तेजी से लोकप्रिय होता विषय है। आज हर सेक्टर में प्रोफेशनल प्रबंधकों की आवश्यकता है। इस अवसर पर प्रबंधन विभाग के अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि तकनीकी क्रांति और सामाजिक परिवर्तन के कारण प्रबंधन के क्षेत्र में भी परिवर्तन आया है। यह कन्वर्जेंस का दौर है और इस दौर में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रोफेशनल प्रबंधकों की आवश्यकता है।

स्वागत भाषण कार्यक्रम के संयोजक और एसोसिएट प्रोफेसर शैलेंद्र खंडेलवाल ने दिया। इस अवसर पर जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ. शाहिद अली, पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष पंकज नयन पांडेय, विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के अध्यक्ष डॉ. आशुतोष मंडावी, प्राध्यापक नृपेंद्र शर्मा, डॉ. राजेंद्र मोहंती, डॉ. नितिन कल्ला, अतुल प्रधान, डॉ. ऋषि दुबे सहित विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थी यूट्यूब के माध्यम से काफी बड़ी संख्या में कार्यक्रम से जुड़े। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रतिभा बारीक ने किया।

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