गरियाबंद का महुआ पहली बार जायेगा विदेश, प्रदेश के महुआ की महक यूके तक
1 min read- रामकृष्ण ध्रुव, गरियाबंद
- छत्तीसगढ़ के 9 वनमंडल में फूड ग्रेड महुआ की खरीदी, 13 हजार रूपये प्रति क्विंटल की दर से 10 हजार क्विंटल फूड ग्रेड महुआ की मांग
गरियाबंद वनमंडल अंतर्गत मैनपुर विकासखण्ड के ध्रुर्वागुडी मे 200 क्विंटल फूड ग्रेड महुआ का संग्रहण
मैनपुर। गरियाबंद जिले के महुआ फुल पहली बार यूके जायेगा गरियाबंद वनमंडल अंतर्गत विकासखण्ड मैनपुर के ग्राम ध्रुर्वागुडी मे फूड ग्रेड महुआ का संग्रहण कार्य किया जा रहा है। यूके के एक कंपनी ने राज्य लघु वनोपज सहकारी समिति से फूड ग्रेड महुआ खरीदी करने अनुबंध किया है। इसकी प्रति क्विंटल दर 13 हजार रूपये निर्धारित है। सामान्य महुआ की दर 3600 रूपये निर्धारित है कंपनी ने 10 हजार क्विंटल की डिमांड की है लेकिन इस बार 1800 क्विंटल आपूर्ति करने का लक्ष्य निर्धारित है। प्रदेश के 9 वनमंडल में महुआ पेड़ के नीचे नेट लगाकर महुआ संग्रहण किया जा रहा है।
गरियाबंद वनमंडल के मैनपुर विकासखण्ड अंतर्गत धुुर्वागुडी मे फूड ग्रेड महुआ का संग्रहण किया जा चुका है। वनांचल के लोगों को ज्यादा से ज्यादा कीमत मिले इसके लिए वन विभाग ने फूड ग्रेड महुआ संग्रहण की योजना बनाकर काम शुरू किया है। अभी महुआ से लड्डु, जूस, कुकीज, चाॅकलेट, आचार, जेम बनाये जा रहे हैं। प्रदेश के कोरबा जिले मे 7 साल पहले से ग्राम कोई की हरियाली महिला समूह महुआ लड्डु बना रही है। इसकी मांग रायपुर, बेगलुरू व दिल्ली में भी रहती है।
- फूड ग्रेड महुआ फुल की आधुनिक तकनीक से संग्रहण कार्य जारी
गरियाबंद वनमंडल मे फूड ग्रेड महुआ की आधुनिक तकनीक से इसका संग्रहण कर इसे सुखाया जा रहा है और इसमे थोड़ा भी धूल व मिट्टी के कण नहीऔ है। मिली जानकारी के अनुसार पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश मे 9 वनमंडल में फूड ग्रेड महुआ का संग्रहण किया जा रहा है जिसमे वनमंडल गरियाबंद, कटघोरा, कोरबा, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, धरमजयगढ़, जसपुर, मागेन्द्रगढ, कोरिया शामिल है।
महुआ फुल से पहले सिर्फ शराब बनाई जाती थी
महुआ से पहले सिर्फ शराब बनाया जाता था अब इस महुआ फुल को खाद्य प्रोडक्ट अभी बनाया जा रहा है इसलिए फूड ग्रेड महुआ की मांग बढ़ी है।
प्रदेश में 320 करोड़ का होता है महुआ का कारोबार
10 -15 वर्षो मे इस साल सबसे ज्यादा महुआ फुल का उत्पादन छत्तीसगढ़ में हुआ है। सरकारी आंकड़ो की मानो तो छत्तीसगढ़ मे लगभग 8 लाख क्विंटल तकरीबन 320 करोड़ रूपये के महुआ फुल का संग्रहण होता है। औषधीय गुणो के कारण महुआ की महक छत्तीसगढ़ के साथ देश ही नहीं बल्कि विदेश तक होने लगी है और यदि गरियाबंद जिले की बात करे तो महुआ फुल का कारोबार गरियाबंद जिले मे 80 करोड़ से अधिक का होता है। इससे ही महुआ फुल की महत्ता का अहसास हो जाता है।
मार्च में गरियाबंद जिले में हुआ था फूड ग्रेड महुआ संग्रहण का प्रशिक्षण
गरियाबंद वनमंडल के वन परिक्षेत्र इंदागांव देवभोग अंतर्गत फरसरा ध्रुर्वागुडी में मार्च महिने मे राज्य स्तरीय फूड ग्रेड महुआ फुल संग्रहण कार्यशाला का आयोजन किया गया था। इस कार्यशाला मे प्रदेश के 10 वनमंडल के 150 से ज्यादा संग्राहक व प्रतिनिधि को प्रशिक्षण दिया गया था। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशा अनुसार वनवासियो को अधिक लाभ दिलाने वैज्ञानिक पद्धति से महुआ फुल का संग्रहण के लिए वनमंत्री मोहम्मद अकबर लगातार प्रयासरत रहे हैं। साथ ही इस राज्य स्तरीय प्रशिक्षण मे उप प्रबंध संचालक अतुल श्रीवास्तव, वन मंडलाधिकारी गरियाबंद मयंक अग्रवाल, विभाग के सीनियर एक्जीकेटिव अनुराधा स्वर्णकार, सांइटिस्ट कल्याणी शर्मा पहुंचे थे और वैज्ञानिक पद्धति से महुआ फुल संग्रहण के बारे मे प्रशिक्षण दिया गया था।
- क्या कहते हैं वन मंडलाधिकारी गरियाबंद
गरियाबंद वनमंडलाधिकारी मयंक अग्रवाल का कहना है फूड ग्रेड महुआ संग्रहण से ग्रामीण संग्राहकों को अधिक लाभ मिलेगा गरियाबंद वनमंडल में फूड ग्रेड महुआ संग्रहण कार्य के तहत 200 क्विंटल महुआ की खरीदी कर उसे वैज्ञानिक पद्धति से पैकिंग कार्य किया जा रहा है।
मयंक अग्रवाल डीएफओ गरियाबंद