गर्मी में आम चुनाव – खादी, काटन, कपड़ों की मांग बढ़ी
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- युवा नेताओं ने बदला लुक खादी और मोदी जैकेट की चलन
गरियाबंद। देश में लोकसभा चुनाव को लेकर तारीखें घोषित हो गई है, राजनीतिक दलों ने भी कई सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिया है उम्मीदवारों ने अपने अपने क्षेत्र में प्रचार अभियान तेज कर दिया है। गर्मी के इन दिनों में लोकसभा चुनाव होने के कारण खादी और काटन पैजामा कुर्ता की मांग अचानक बढ़ गई है। नगर के कपड़ा दुकानों में काटन और खादी कपडों की मांग को देखते हुए अनेक प्रकार के वैरायटी मंगवाये गये हैं। साथ ही गमछा की भी मांग बढ गई है। राजनीतिक दलों के लोग एक साथ 100 -100 गमछा खरीदकर ले जा रहे हैं जो अपने कार्यकर्ताओं को धुप से बचने के लिए दे रहे हैं। इस बार लोकसभा चुनाव में भीषण गर्मी मार्च अप्रैल, मई, जून में तेज तीखी धुप के बीच राजनीतिक कार्यकर्ताओं और नेताओं को काम करना पड़ेगा चुनाव प्रचार करना पड़ेगा जिसके कारण काफी आराम दायक और गर्मी में राहत देने वाला कपड़ा खादी और काटन की मांग बढ़ गई है।

- चुनाव के मौसम में खादी और काटन खुब भा रही है कपड़ा कारोबार में आई
आम चुनाव के दौरान हालांकि हर बार खादी और काटन की मांग बढ़ जाती है लेकिन इस आर भीषण गर्मी में चुनाव होने के कारण इन कपड़ा की मांग में उछाल आया है। गर्मी के मौसम में काटन और खादी ज्यादा पहना जाता है। स्वास्थ्य के लिहाज से भी खादी के कपड़े अनुकुल और फ़ायदेमंद बताये गये है जिसके कारण इसकी जमकर बिक्री हो रही है। साथ ही साथ ही टेलरों के पास एक माह से एडवांस बुकिंग चल रहा है और अधिकांश युवा हाप जैकेट मोदी जेकैट की मांग कर रहे हैं। युवा नेताओं के पसंद को ध्यान में रखते हुए कपड़ा व्यवसायियों को राजधानी से स्पेशल जैकेट मंगवाना पड रहा है। साथ ही क्षेत्र के जिला मुख्यालय गरियाबंद में भी खादी कपड़ा और काटन कपड़ा की मांग बढ़ गई है। क्षेत्र के अधिकांश युवा अपने पंसद के कपड़ा सिलाई करवाने गरियाबंद भी पहुंच रहे हैं जहां एक हजार से लेकर सात हजार तक के जैकेट अपने पंसद से खरीद रहे हैं।
500 रूपये से लेकर 5000 हजार तक कपडा मार्केट में कुर्ते पैजामें के कई वैराटी उपलब्ध है 500 रूपये से लेकर 5000 हजार तक कपड़ा मिल रहा है। और काटन कपडों की मांग ज्यादा देखने को मिल रही है साथ ही तिरंगा कलर का गमछा एवं भगवा गमछा के साथ पीले गमछे की मांग बढ़ी हुई है।
- क्या कहते हैं कपड़ा व्यवसायी
मैनपुर नगर के वरिष्ठ कपड़ा व्यवसायी आलोक गुप्ता ने बताया कि गर्मी के साथ ही चुनाव और अन्य त्यौहार के कारण काटन कपड़ा के साथ खादी कपड़ा की मांग बढ गई है। युवाओं को कुर्ता पैजामा और हाॅप जैकेट बहुत पंसद आ रहा है। अधिकांश युवा वर्ग के लोग सुती, लिलेन, और खादी का कुर्ता पैजामा गर्मी में मांग करते हैं । यह आरामदायक रहता है, साथ ही इन दिनों गमछा की भी मांग बढ़ गई है।
मैनपुर शक्ति फैब्रिक्स के मुकेश अग्रवाल ने बताया कि गर्मी के साथ ही चुनाव के कारण काटन कपड़ा और खादी कपड़ा की मांग तेज हो गई है। सफेद कुर्ते पैजामा के साथ अब रंगीन कुर्ते पैजामा की भी मांग बढ गई है। कुर्ते के साथ जैकेट का चलन बढ़ गया है।
