पैरी उद्गम भाठीगढ़ में माघी पुन्नी पर देवी -देवताओं की निकलेगी शोभायात्रा
1 min read- 27 फरवरी को ब्रम्ह मुहुर्त पर स्नान करने पहुंचेंगे हजारों श्रद्धालु, पहाड़ी पर लगेगा मेला
- रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर
तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 03 किमी दूर क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थल पैरी उद्गम भाठीगढ़ मे आज 27 फरवरी शनिवार को माघी पुन्नी पर मेला लगेगा और ब्रम्ह मुहुर्त मे पुन्नी स्नान करने पहुंचेंगे हजारों श्रद्धालु तो वहीं पैरी उद्गम पहाड़ी पर मेला लगेगा। जहां क्षेत्रभर से पहुंचे देवी -देवताओ की पूजा अर्चना कर शोभायात्रा निकाली जायेगी।
मड़ाई बिहाई जायेगी और क्षेत्र मे सुख शांति समृद्धि खुशहाली की कामना किया जायेगा। पैरी उद्गम स्थल भाठीगढ़ में लगने वाला माघी पून्नी मेला के दिन सुबह से हजारो की संख्या मे श्रद्धालु पहाड़ी के ऊपर स्थित मां पैरी उद्गम की मंदिर में पहुंचकर पूजा अर्चना करने भीड़ उमड़ पड़ती है।
क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक व पर्यटन स्थल के रूप मे विख्यात पैरी उद्गम तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 03 किमी की दूरी पर स्थित है, यहां घने जंगल व कई मनोरम दृश्य के साथ विशाल पहाड़ी है और इस पहाड़ी से पैरी नदी का जन्म हुआ है। जमीन सतह से लगभग एक हजार फीट की उंचाई पहाड़ी के उपर बड़े बड़े चट्टानों के बीच से पैरी नदी का उद्गम स्थल है जहां मंदिर का निर्माण किया गया है और इस उद्गम स्थल मे जल कुंड बना हुआ है जहां से लगातार बारहो माह पानी की धार बहती रहती है जिसे पैरी उद्गम स्थल के रूप में जानते हैं।
और यह पैरी उद्गम से बहने वाली पानी की धार त्रिवेणी संगम राजिम मे मिलती है माता पैरी के मंदिर मे सच्चे मन से जो भी मुरादे, मन्नते मांगी जाती है उसे मां अवश्य रूप से पूरा करती है। इसलिये प्रदेश के कोने कोने से बड़ी संख्या मे श्रध्दालुओं की भीड़ खासकर माघी पुन्नी के अवसर पर यहां पहुंचकर पहाड़ी में चढ़कर माता से मन्नते मांगते है। पैरी उद्गम स्थल मे माघी पुन्नी पर्व के चलते एक दिन पूर्व से श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रहा है। चारों तरफ यहां का माहौल धार्मिक मय हो गया है। भाठीगढ़ पैरी उद्गम मे मां बम्हनीन, मां दंतेश्वरी, मां भाठीगढीन, मां पहाड़ी वाली, मां कालाकुवंर, पाठदेवी सहित प्राकृतिक शिवलिंग का मंदिर है जहां हमेशा लोगो की भीड़ पूजा अर्चना करने उमड़ पड़ती है। इस संबंध मे चर्चा करने पर पैरी विकास समिति के अध्यक्ष हेमसिंग नेगी, बैगा पुजारी रतनूराम ध्रुव, आशाराम यादव, खेदू नेगी, कंवलदास वैष्णव, कुंवर सिंह, नकछेड़ा राम धुर्वा, जयराम चक्रधारी, पुरोहित राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि भाठीगढ़ पैरी उद्गम स्थल मे बारहो महिना श्रध्दालुओ की भीड़ लगी रहती है, माघी पुन्नी के अवसर पर मेला का आयोजन किया जाता है।
पैरी उद्गम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग
क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थल पैरी उद्गम को पर्यटन स्थल घोषित करने की मांग लंबे समय क्षेत्र की जनता कर रहे हैं। यहां दूर दूर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, विश्राम गृह, मिनी गाॅडन व अन्य सुविधा उपलब्ध करा कर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाना आवश्यक हो चला है। यहां पहुंचने वाले श्रध्दालुओ के लिए ठंडा पेयजल फ्रिजर व अन्य सुविधाए उपलब्ध कराई जानी चाहिए। साथ ही पैरी मंदिर तक सिढियो के दोनो ओर रेलिंग की भी व्यवस्था किया जाना चाहिए। ज्ञात हो कि भाठीगढ़ पहाड़ी क्षेत्र मे आज से लगभग 20-22 वर्ष पहले इसी पहाड़ी जंगल से एक शेरनी मायावती एवं उसके शावक राजा को पिंजरे मे कैद कर वन विभाग द्वारा नंदन वन रायपुर भेजा गया था तो इसी पहाड़ी में अति दूर्लभ प्रजाती के काला शेर भी वन विभाग ने पिंजरे मे कैद किया था बताया जाता है। भाठीगढ़ पहाड़ी क्षेत्र मे दूर्लभ प्रजाती के वन्यप्राणी भालू, चीता, हिरण, सांभर समय समय पर दिखाई देता है।