सर्जन डॉ. सुरेंद्र दिव्याकर के सार्थक पहल से हार्निया (अण्डकोष) मरीज को मिली राहत, ऑपरेशन रहा सफल
1 min read- गोलू कैवर्त, बलौदाबाजार
कसडोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जब से सर्जन की डिग्री लेकर डॉ सुरेंद्र दिव्याकर की पदस्थापना हुआ है तब से वह मरीजों के लिए मसीहा के रूप अपनी एक अलग छाप छोड़ने में सफल रहे हैं। डॉ सुरेंद्र दिव्याकर स्वभाव एवं विनम्रता में सरल एवं सहज सर्जन एवं चिकित्सक के रूप में जाने जाते हैं।मरीजों से उनकी मधुरता भरी वाणी किसी वरदान से कम नहीं है।गौरतलब हो कि डॉ सुरेंद्र दिव्याकर जब से सर्जन बनकर कसडोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपनी सेवा दे रहे हैं तब से विभिन्न बीमारियों से ग्रसित मरीजों के लिए वरदान के रूप में किसी मसीहा से कम नहीं हैं।
बड़े से बड़े बीमारियों के इलाज के लिए जंहा मरीज पहले रायपुर बिलासपुर के चक्कर लगाने को मजबूर रहते थे अब उन मरीजों को राहत मिला है क्योंकि सर्जन डॉ दिव्याकर पदस्थापना के कुछ दिन बाद से ही कई बड़े बीमारियों का सफल ऑपरेशन कर एक मिसाल पेश किये हैं।कोरोना संकट काल मे निरन्तर कई सफल ऑपरेशन कर मरीजों को नया जीवनदान दिये हैं।उन्हीं सार्थक पहल में बुधवार 18 नवम्बर को कसडोल विकास खण्ड के हसुवा निवासी 35 वर्षीय युवा जो विगत 10 साल से हार्निया(अण्डकोष)की बीमारी से जूझ रहा था।जिनका तकलीफ 3-4दिनों से कुछ ज्यादा ही बढ़ गया था जो असहनीय था।
मरीज ने अपना समस्या सर्जन डॉ सुरेंद्र दिव्याकर को कसडोल अस्पताल पहुंच कर बताया तब सर्जन डॉ दिव्याकर ने मरीज को साहस देते हुए सामान्य ऑपरेशन से ठीक होने की बात कहकर उनकी सहमति से बहुत ही सरल तरीके से ऑपरेशन कर मरीज को हार्निया(अण्डकोष)बीमारी की समस्या से निजात दिलाकर उन्हें एक नया जीवन प्रदान कर उत्कृष्ट पहल किये हैं।ऑपरेशन के बाद मरीज ने सर्जन डॉ सुरेंद्र दिव्याकर एवं उनके टीम का धन्यवाद करते हुए आभार भी प्रकट किये।ऑपरेशन के बाद मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हैं एवं अस्पताल में भर्ती और स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।आज मरीजों के लिए डॉ दिव्याकर किसी वरदान से कम नहीं हैं।एक सच्चाई यह भी है किसी भी बीमारी का ऑपरेशन का खर्च लागत बड़े बड़े प्राइवेट अस्पताल में हजारों रुपये आता है ।लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल में पदस्थ सर्जन दिव्याकर के अनूठी पहल से मरीजों को बड़ी बड़ी अस्पताल में चक्कर लगाने एवं ऑपरेशन में लगने वाली खर्चा से पूरी तरह से राहत मिली है। इसी कारण रोज नए नए मरीज ऑपरेशन के लिए कसडोल अस्पताल पहुंच कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।गौरतलब हो कि सर्जन डॉ दिव्याकर के ऑपरेशन टीम का हिस्सा ड्रेसर बजरंग वर्मा का भी सराहनीय योगदान लगातार दिख रहा है।हमारे संवाददाता गोलू कैवर्त ने सर्जन डॉ दिव्याकर से चर्चा किये तब बताया कि उनका प्रथम दायित्व मरीजों की सेवा कर उन्हें पूर्णतः स्वस्थ करना है।साथ ही निरन्तर अपनी ड्यूटी के प्रति ईमानदारी के साथ निर्वहन कर मरीजों को उत्तम स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने की दिशा में निरन्तर प्रयासरत रहना है।मेरे कारण किसी मरीज को उत्तम स्वास्थ्य जीवन की प्राप्ति होती है इससे बड़ी उपलब्धि और सौभाग्य क्या हो सकता है।