“दारू वाले दाऊजी” ने लगाया शराब पर दाऊ टैक्स, बिना विधानसभा या अध्यादेश के टैक्स कैसे बढ़ेगा ?
1 min readबिना विधानसभा या अध्यादेश के टैक्स कैसे बढ़ेगा ?
रायपुर। पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता श्री देवजी भाई पटेल ने “शराब विक्रय” पर “दाऊ टैक्स” लगाने का आरोप लगाते हुए कहा कि, आबकारी मंत्री श्री लखमा जी ने इसे सार्वजनिक तौर पर मीडिया में टैक्स बढ़ाने की बात को स्वीकारा है । राज्य के आबकारी मंत्री द्वारा मजदूरों पर खर्च के नाम पर 20 रुपए प्रति क्वार्टर बढ़ाकर लिए जाने की बात स्वीकार करना , इस बात का प्रतीक है कि, राज्य सरकार संवैधानिक प्रावधानों के खिलाफ जाकर काम कर रही है, श्री पटेल का कहना है कि विधानसभा की अनुमति के बिना राज्य सरकार को न तो नया टैक्स लगाने का अधिकार है ना कम करने का, बिना विधानसभा की विधेयक अथवा अध्यादेश जारी किए , प्रदेश में शराब दुकानों से 60 रुपए की क्वार्टर 80 में, रुपए70 का ₹90 में , 680 रुपए का 900 रुपए में इत्यादि खुले आम बेची जा रही है ओ भी मुख्यमंत्री के निर्देशन पर। उन्होंने इसे आश्चर्यजनक एवं घोर आपत्ति जनक बताया है ।
देवजी भाई पटेल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा ही गरीब वर्ग को भ्रमित एवं शोषित करते आई है । पहले वह भ्रम फैला रही है कि वह ट्रेन से आने वाले मजदूरों का किराया देगी असल में मजदूरों से तो कोई ट्रेन किराया वसूला ही नहीं जाना है ,केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार को देना है। ट्रेन में मजदूरों की सहायता के नाम पर गरीब मजदूरों से शराब की अवैध वसूली की जा रही है ,यह आबकारी मंत्री के कथन से स्पष्ट है। अब लोग मुख्यमंत्री को "दारू वाले दाऊजी" कह कर गली-गली में प्रचारित करने लगे हैं। शराब पर अवैध टैक्स ही नहीं "दाऊजी टैक्स " को भी वसूला जा रहा है ,शराब की ऑनलाइन डिलीवरी इसका एक उदाहरण है ।
पूर्व विधायक का मानना है कि पूरी शराब होम डिलीवरी के नाम पर कोचियों और प्रभावशाली लोगों के पास फर्जी नामों से पहुंच रही है। दारू का शार्टेज कर इसकी ब्लैक मार्केटिंग भी की जा रही है।
देवजी भाई ने आरोप लगाया है कि शराब का विक्रय राज्य में कांग्रेस का गोरखधंधा बन गया है । शराब तस्करी अवैध टैक्स एवं "दाऊजी टैक्स" सारा राजस्व गरीबों से वसूला जा रहा है । गरीबों से शराब बंदी के नाम से वोट लेकर ,उन्हें अब शराब का नशेड़ी बनाने का काम बघेल सरकार कर रही है। यह लज्जा जनक है ।