गरियाबंद जिले में राजनीतिक संरक्षण में खुलेआम हो रही है रेत की अवैध खुदाई, जिम्मेदार अफसर मौन
- ग्रामीणों द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से शिकायत करने की तैयारी
- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद। जिले में छत्तीसगढ़ शासन के रेत की अवैध खुदाई को लेकर दिए गए दिशा निर्देश पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। गरियाबंद जिले के ग्राम तर्रा में अघोषित रूप से अवैध रेत खदान संचालित हो रहे हैं। जिम्मेदार जानकारी होने के बाद भी मौन साधे हुए हैं। राजिम तहसील तहसीलदार एडीएम राजिम और माइनिंग अधिकारी को पैरी नदी के तर्रा गांव में अवैध रेत खुदाई की जानकारी होने पर भी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।
राजिम क्षेत्र के ग्राम तर्रा के पैरी नदी पर राजनीतिक संरक्षण में खुलेआम अवैध रेत खदान संचालित हो रहे है। जिला प्रशासन के बड़े अफसर भी राजिम क्षेत्र के नेता के सामने बौने पड़ गए है। वही इस नेता का खौफ अधिकारियों पर ऐसा है कि रेत खुदाई पर कार्रवाई करने की बात से उनके हाथ पांव फूलने लगते हैं। जिले में प्रशासन का सिस्टम नेता के सामने चकनाचूर हो जा रहे हैं।
ग्राम तर्रा में हो रहे अवैध रेत खुदाई की शिकायत मुख्यमंत्री से करने की तैयारी में है। ग्रामीण सहित क्षेत्र के लोग इतना गुस्साए हुए हैं की किसी भी दिन अवैध रेत खुदाई को लेकर सड़क पर उतर सकते हैं।
राजिम क्षेत्र के ग्राम तर्रा मैं रेत की अवैध खुदाई धड़ल्ले से हो रही है। पैरी नदी में बिना शासकीय सुकृति के अवैध खदान संचालित हो रहे हैं इस संबंध में प्रशासन को जानकारी होने के बाद भी रेत की अवैध खुदाई और परिवहन धड़ल्ले से जारी हैं रेत खुदाई को लेकर गांव में एवं आसपास के अन्य गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है क्योंकि तर्रा गांव से रेत लोडिंग कर निकलने वाले वाहन सुरसाबांधा से होते हुए नेशनल हाईवे 130 सी में श्याम नगर राजिम जैसे शहरी इलाकों से होकर गुजर रही है। रेत लेकर जाने वाले हाईवा वाहन के सड़कों में दौड़ने से राहगीर भयभीत है।