गरियाबंद जिले के गांव गांव में मौत का सौदागर झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा मरीजों के जीवन के साथ किया जा रहा खिलवाड़
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- स्वास्थ्य विभाग के अफसर का दावा, 400 से ज्यादा ऐसे क्लीनिक एवं फर्जी डाॅक्टरों के खिलाफ हो रही कार्यवाही
गरियाबंद । गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर , देवभोग, छुरा क्षेत्र के दुरस्थ वनांचल के ग्रामों में पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के चलते मौत का सौदागर झोलाछाप डाॅक्टरों की भरमार देखने को मिल रही है। कम से कम तीन दर्जन से अधिक झोलाछाप डाॅक्टरों का गिरोह तो सिर्फ मैनपुर क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं जिनके पास न तो कोई डिग्री है और न ही अनुभव इसके बावजूद गांव -गांव इनके जाल फैले हुए।
और भोले भाले ग्रामीण इनके चंगुल में फंसकर जहां एक ओर आर्थिक रूप से पूरी तरह बर्बाद हो रहे हैं। दूसरी तरफ जान से भी हाथ धोना पड़ रहा है और तो और कई स्थानो पर बकायदा इनके द्वारा क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है। हालंकि गरियाबंद जिला प्रशासन द्वारा इन झोलाछाप डाॅक्टरो एवं अवैध क्लीनिक के खिलाफ छापेमारी की कार्यवाही की जा रही है लेकिन उनके कार्यवाही करने से पहले ही इन्हे भनक लग जाता है। और सटर गिराकर रफुचक्कर हो जाते हैं। जिसके कारण इनके उपर अब तक ठोस कार्यवाही नही हो पा रही है। नर्सिंग एक्ट की तमाम नियमों को धत्ता दिखाते हुए मैनपुर और देवभोग क्षेत्र के सैकड़ो गांव में आठवीं पास से लेकर आयुर्वेदिक बीएमएस की डिग्री हासिल कर मलेरिया टाइफाइड सहित गंभीर बीमारियों का असफल इलाज कर लाखों रुपए कमाने में जुटे हुए हैं जिन्हें संरक्षण देने में भी स्वास्थ विभाग भी पीछे नहीं है। मतलब गांव गांव के लोगों की जान को सस्ती समझकर झोलाछाप डॉक्टर के भरोसे छोड़ रखे है। तभी तमाम शिकायतों के बावजूद ठोस कार्यवाही देखने को नहीं मिल रहा है। सूत्रों की माने तो बीते 4 माह में 3000 से अधिक मलेरिया का डोज खपत हो चुका है जो गांव गांव आम लोगों को लगाया गया है। यहां तो वह भी मलेरिया का इलाज करते देखे जा सकते हैं। जिनके पास मेडिकल डिग्री तो दूर 12वीं की डिग्री तक नहीं है।
गंभीर मामला आया था सामने
पिछले दिन झोलाछाप डाॅक्टरो की लापरवाही से ग्राम पेण्ड्रा में इलाज के दौरान नस काटकर झोलाछाप डाॅक्टर फरार हो गये । इसके बाद मरीज की तबीयत बिगड़ने और दम तोड़ने के बाद प्रशासन ने क्षेत्र के कई स्थानों पर छापेमारी की कार्यवाही किया था लेकिन महज यह कार्यवाही खानापूर्ति बनकर रह गई उसके बाद से फिर झोलाछाप डाॅक्टर क्षेत्र में सक्रिय नजर आ रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के जिला चिकित्सा अधिकारी नवरत्न ने कहा 400 से अधिक अवैध क्लीनिक और झोलाछाप डाॅक्टरो का गिरोह क्षेत्र में सक्रिय- इस संबंध में चर्चा करने पर गरियाबंद के जिला चिकित्सा अधिकारी डाॅ यू एन नवरत्न ने बताया पूरे जिले में 480 से भी ज्यादा अवैध क्लीनिक और झोलाछाप डाॅक्टरो का गिरोह है जिस पर विभाग की कड़ी नजर के साथ लगातार कार्यवाही किया जा रहा है। एसडीएम के नेतृत्व में मैनपुर देवभोग क्षेत्र में कार्यवाही की जायेगी।
