जमीन की लालच में लगातार हरे भरे पेड़ों की चढ़़ रही है बली, जंगल धीरे -धीरे मैदान में तब्दील, पटटा के नाम पर हुआ है जमकर खेला
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- सामान्य जंगल क्षेत्र की बात तो छोड़िए टाइगर रिजर्व के जंगल में भी वृक्षो की अवैध कटाई का सिलसिला जारी
- वन अधिकार पटटा वितरण की जांच किया जाएं तो कई चौकाने वाले मामले सामने आयेंगे
मैनपुर – वन अधिकार पटटा के लालच में लगातार क्षेत्र के जंगलो में हरे भरे कीमती वृक्षो की अवैध कटाई का सिलसिला बदस्तुर जारी है और वन विभाग द्वारा अवैध कटाई के खिलाफ कार्यवाही के बावजूद यहा सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। सामान्य जंगल क्षेत्र की बात तो छोडिए उदती सीतानदी टाईगर रिजर्व के घने जंगल क्षेत्र का अस्तित्व धीरे धीरे खतरे मे आ रहा है पिछले कुछ वर्षो के भीतर टाईगर रिजर्व क्षेत्र के जंगलो में जमकर अवैध हरे भरे वृृक्षो की अवैध कटाई की गई है और तो और दुसरे प्रदेश ओडिसा से लोग पहुचकर यहा के जंगलो को बुरी तरह से काट दर्जनों झोपडियों का निर्माण कर नया गांव बसा डाला और गाव में सोलर पैनल तक बिजली के लिए लगा चुके है।
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के उदंती अभ्यारण्य दक्षिण कक्ष क्रमांक 45 और 46 जो गोण्डेना फाल से लगा ओडिसा सीमा के नजदीक है इस घने जंगल टाईगर रिजर्व के भीतर पिछले कुछ वर्षो में लगातार अवैध कटाई कर टाईगर रिजर्व के जंगल को भारी नुकसान पहुचाया गया है और यहा सैकडो हरे भरे वृक्षो को बुरी तरह से अतिक्रमणकारियों ने काट डाला है जिसमें कीमती वृक्ष सागौन के साथ साल और बीजा भी शामिल है साथ ही वृक्षो को काटने के बाद उसके निशान मिटाने के लिए ठुठो को आग के हवाले कर दिया जा रहा है बडे बडे वृक्षो के छाल को निकालकर उसे गडंिलंग किया जा रहा है जिससे कुछ दिनो मे यह वृक्ष सुख जायेगा और उसे आसानी से काटा जाएगा सैकडो वृक्षो के छाल यहा निकाले गये है ग्रामीण सुत्र बताते है ओडिसा प्रदेश के लोग अभ्यारण्य क्षेत्र में ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।
जंगल में अवैध कब्जा करने से पहले
जंगल में अवैध कब्जा करने से पहले तो वे यहा के जगलो का मुआयाना करते है और वृक्षो के नीचे छाल को निकालकर उसे गंडलिग कर छोड देते है फिर दो तीन माह के भीतर पेड आसानी से सुख जाने पर वहा पुरे गिरोह के साथ पहुचकर सुखे हूए पेडो को काटकर झोपडियो का निर्माण कर अवैध अतिक्रमण करते जा रहे है पेडो को सुखाने के लिए पुराने तरीके से नीचले हिस्से के छाल को हटाकर कई चिजे उसमे डाल देते है जिससे पेड सुख जाते है उसके बाद कटाई आसानी से हो जाती है साथ ही आसपास की जमीन को हल से जोताई कर उसमे मक्का व दलहन तीलहन लगाकर उसे कब्जा बताने का प्रयास करते है बहरहाल उदंती अभ्यारण्य के दक्षिण के कक्ष क्रमांक 45 और 46 में सैकडो वृक्षो की कटाई बेधडक जारी है।
अवैध अतिक्रमण करने वाले दर्जनो लोगो को भेजा जा चुका है जेल
ज्ञात हो कि उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के दक्षिण उदंती अभ्यारण्य के करलाझर सर्कल के पुजीपत्थरा बीट कक्ष क्रमाक 54 में सैकडो हरे भरे वृक्षो को काटकर ओडिसा प्रदेश के लोगो के द्वारा अवैध कब्जा करते हूए संरक्षित वन क्षेत्र मेें दर्जनो झोपडिया बनाई गई है जिनके विरूध्द पूर्व में वन विभाग ने बडी कार्यवाही करते हूए बड़ी संख्या में अतिक्रमणकारी लोगो को भारतीय वन अधिनियम 1972 के तहत कार्यवाही करते हूए जेल भेजा गया था लेकिन जगल के भीतर अवैध कब्जा कर जंगलो की अवैध कटाई करने वालो में विभाग के प्रति कोई डर नही दिखाई देता जिसके चलते लगातार जंगल क्षेत्र मे अवैध कब्जा अवैध अतिक्रमण के साथ जंगलो की बदस्तुर कटाई जारी है।
सड़क किनारे ही नजर आते है घने जंगल अंदर मैदान में तब्दील
गरियाबंद जिले के जंगल को साल वृक्ष का घने जंगल कहा जाता है लेकिन अब यह घना जंगल सिर्फ सड़क किनारे ही बचा है सड़क से अंदर कुछ दूरी पर जाने पर दूर -दूर तक सिर्फ मैदान और ठूंठ नजर आते है महज 10 वर्षो के भीतर पट्टा के लालच में जिले के भीतर जंगलो का जो विनाश हुआ है वह किसी से छिपा नही है और तो और टाइगर रिजर्व के जंगलो को भी जमकर नुकशान पहुंचाया गया है और नुकशान पहुंचाया जा रहा है। धीरे -धीरे जंगल सीमटते जा रहे है जिसके कारण वन्यप्राणी गांव की तरफ रूख कर रहे है।
वन अधिकार पट्टा की जांच किया जाये तो कई चैकाने वाले मामले सामने आयेंगे
शासन ने वर्षो से काबिज जमीन का पट्टा देने वन अधिकार अधिनियम बनाया है और जंगल के भीतर वर्षो से काबिज लोगो को पट्टा मिलना भी चाहिए जो इनके वास्तविक हकदार है लेकिन गरियाबंद जिले के भीतर वन अधिकार पट्टा के नाम पर जो खेला हुआ है वह किसी से छिपा हुआ नही है कई व्यापारी, जनप्रतिनिधि और तो और मैनपुर नगर में निवास करने वाले लोगो के नाम से जंगलो में वन अधिकार पट्टा वितरण किया गया है जिसका निष्पक्ष जाॅच किया जाये तो कई चौकाने वाले मामले सामने आयेंगे और न जाने इसके लपेटे में वन विभाग के स्थानीय अधिकारी कर्मचारियो के साथ न जाने कितने लोगो का नाम सामने आयेगा कहां नही जा सकता इस मामले की पूरी कुण्डली व दस्तावेज पूर्व में जिला कलेक्टर कार्यालय में शिकायत किया जा चुका है।
क्या कहते है क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व अधिकारी
1 उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन ने बताया जहां भी अवैध कटाई के मामले आते है तत्काल कार्यवाही किया जा रहा है और आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी।
वरूण जैन उपनिदेशक उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व
2 गरियाबंद जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम ने कहा वन अधिकार पट्टा के नाम पर अपात्र लोगो द्वारा अवैध रूप से जंगलो की कटाई कर अवैध कब्जा करने वालो पर विभाग द्वारा कार्यवाही किया जाना चाहिए और जो पात्र है उन्हे शासन के नियमानुसार वन अधिकार पट्टा का लाभ मिलना चाहिए।
संजय नेताम उपाध्यक्ष जिला पंचायत गरियाबंद
3 ब्लाॅक कांग्रेस महामंत्री गेन्दू यादव ने बताया आज से 10 वर्ष पहले गरियाबंद और उदंती अभ्यारण्य का जंगल काफी घना होता था लेकिन पिछले कुछ वर्षो में वन अधिकार पट्टा के नाम से जो जंगलो में अवैध कटाई हुई है वह सबको सोचने के लिए मजबूर करता है दो वर्ष पहले उदंती अभ्यारण्य के गोड़ेना फाल पूंजीपथरा जंगल में सैकड़ो बड़े -बड़े पेड़ो की बली चढ़ा दिया गया है जिसकी शिकायत क्षेत्र के लोगो ने वनमंत्री मोहम्मद अकबर से किये थे तो वनमंत्री द्वारा इस मामले को संज्ञान में लेते हुए वन अफसरो पर निलंबन की गाज गिरी थी। श्री यादव ने कहा आज भी जंगल क्षेत्रो में अवैध अतिक्रमण और कटाई जारी है।
गेन्दू यादव ब्लाॅक कांग्रेस महामंत्री मैनपुर