मैनपुर क्षेत्र में गर्भवती महिला को खाट में बिठाकर उफनते नदी को पार कर अस्पताल तक पहुंचाया गया
- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद । गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में भारी बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नदी नाले पूरे उफान पर है और ग्रामीण क्षेत्रों का जनसंपर्क नदी नालों में बाढ़ के कारण टूट गया है। एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर खाट मे बिठाकर परिजन और ग्रामीण उफनते नदी को पार करा कर मीलों पैदल चलने के बाद उन्हे अस्पताल तक पहुंचाया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार मैनपुर तहसील मुख्यालय से लगभग 38 किमी दूर उदंती अभ्यारण्य के भीतर बसे ग्राम पंचायत अमाड़ के आश्रित ग्राम कुंभकोट निवासी श्रीमति पिंकी पति रतीराम गोड़ रात से प्रसव पीड़ा प्रारंभ हुआ लेकिन भारी बारिश के कारण उदंती और अमाड़ नदी में बाढ़ के कारण आना जाना संपर्क टूट गया था। ऐसे में परिजन एवं ग्रामीण जनों ने गर्भवती महिला को खाट में बिठाकर जान जोखिम में डाल नदी पार कर लगभग 8 किमी पैदल चलने के बाद सड़क तक पहुंचाया और वहां से उन्हे पहले झरगांव अस्पताल फिर देवभोग अस्पताल भेजा गया है।
इसे दुर्भाग्य ही कहा जाये कि आदिवासी क्षेत्र में आज भी पुल पुलिया के अभाव में ग्रामीण समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे है और तो और गर्भवती महिलाओं को खाट एवं कांवर में बिठाकर अस्पताल तक लाया जा रहा है। यह कोई पहला मामला नहीं है कई गांवों तक पुल पुलिया एवं सड़क नहीं होने के कारण मरीजों को बारिश के दिनों में ऐसा ही पहुंचाया जाता है। ग्राम पंचायत अमाड़ के वरिष्ठ नागरिक मदन यादव एवं ग्रामीणों ने बताया कि टाइगर रिजर्व के भीतर बसे होने के कारण गांव तक पक्की सड़क नहीं बन पाई है। पहले भी मरीजों को इसी तरह कई बार अस्पताल ले जा चुके है। गांव का संपर्क बारिश और नदी में बाढ़ के कारण पूरी तरह टूट चुका है।
