हाथियों का दल वापस आबादी के गांव के तरफ बढ़ने से वन विभाग की बढ़ी चिंता
- मैनपुर के नजदीक देहारगुडा और गिरहोला के जंगल में पहुंचा हाथियों का दल
- रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर
पिछले चार दिनो से वन परिक्षेत्र मैनपुर के दबनई, छिन्दौला जंगल में पहुचे 15 हाथियों के दल कल शुक्रवार को रात में उंदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बफर जोन कुल्हाडीघाट वन परिक्षेत्र के पहाडी ईलाके डडईपानी के तरफ बढ़ गया था जिससे यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि यह हाथियों का दल पहाडी गांव के तरफ चले जायेगा लेकिन आज शनिवार को अचानक दोपहर 02 बजे के आसपास हाथियों के दल अपना मुवमेंट बदल दिया। वापस आबादी वाले गांव की तरफ बढने लगा जिससे ग्रामीणों और हाथियों के सुरक्षा में तैनात वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के मुश्किले कम होने के बजाय बढ़ने लगी है।
मिली जानकारी के अनुसार, देर शाम समाचार लिखे जाने तक शनिवार को 07ः30 बजे के आसपास 15 हाथियों का दल तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 6 किलोमीटर दुर गिरहोला देहारगुडा और सिंहार के नजदीक तक अपनी दबिश दे दिया है, तो वही वन विभाग के द्वारा मैनपुर के आसपास गौरघाट देहारगुडा, आमागुडा, गिरहोला, रामपारा, दर्रीपारा, सिंहार, चलकीपारा, जिडार, राजपुर, गंगाजमुना, आसपास ग्रामो में देर शाम तक मुनादी करवाकर लोगों को अकेले घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील किया जा रहा है।
वही वन विभाग के एसडीओं राजेन्द्र सोरी, वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर संजीत मरकाम, वन विभाग के अमला व हाथी मित्रदल के साथ हाथी प्रभावित गार्मो में पहुचकर लोगो से अपील कर रहे हैं कि ग्रामीण रात के समय अकेले घर से न निकले हाथियों के अचानक तहसील मुख्यालय के नदजीक ग्रामो तक पहुंच जाने से एक बार फिर क्षेत्र के लोगों में दहशत देखने को मिल रही है, क्योंकि इन दिनो इन ग्रामों में धान कटाई और मक्का की तोडाई का कार्य तेज गति से चल रहा है और फसल की रखवाली के लिए किसानों को अपने खेतो पर रात के समय रहना पड़ता है।
ऐसे में अचानक हाथियों के द्वारा नुकसान पहुंचाने की संभावना को लेकर किसान डरे और सदमें हुए है। बहरहाल हाथियों का दल मैनपुर के नजदीक के ग्रामो में अपनी दबिश दे रही है।
क्या कहते है वन परिक्षेत्र अधिकारी
वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर संजीत मरकाम ने बताया कि यह हाथियों का दल कल शुक्रवार रात को पहाडी गांव के तरफ बढ गया था, लेकिन आज शनिवार को दोपहर अचानक वापस लौट गया और गिरहोला, सिहार के जंगल में अभी हाथियांे का दल उपस्थित है। लगातार ग्रामीणाें को सुरक्षा की दृष्टि से रात के समय अकेले घर से बाहर नहीं निकले और जंगल नही जाने की अपील किया जा रहा है।रेंजर श्री संजीत मरकाम ने बताया कि इस दल में कुल 15 हाथी है जिसमें दो नन्हे शावक भी है और हाथियों का दल चारों तरफ से शावक को अपने सुरक्षा घेरे में लेकर आगे बढ़ रहे हैं।