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October 17, 2024

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इंद्रप्रस्थ फेस- 2 हितग्राहियों ने 33 केवी उपकेंद्र का किया विरोध

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  • हितग्राहियों ने कहा कि किसी भी सर्त पर बनने नहीं दिया जाएगा
  • पूर्व में आरडीए और रायपुर कलेक्टर से कर चुके हैं शिकायत

रायपुर। इंद्रप्रस्थ फेस- 2 हितग्राहियों ने मंगलवार को कॉलोनी के अंदर प्लेग्राउंड में बन रहे 33 केवी के उपकेन्द्र का प्रदर्शन करते हुए विरोध जताया और आरडीए के खिलाफ नारे लगाए। हितग्राहियों ने कहा कि नक्शे के आधार पर यहां फ्लैट्स रखरीदा गया है जो रेरा से एप्रुबड है। गेट नंबर 1 और 2 के पास करीब 41 हजार स्क्वायर फीट जमीन फ्लेग्राउंड और गार्डन के लिए निर्धारित है। इस जमीन पर पूर्व में आरडीए ने करीब 21 हजार स्क्वायर फीट जमीन पर अंदर ग्राउंड पानी टंकी और ट्रांसफार्मर बना चुका है, अब बची हुई करीब 20 हजार स्क्वायर फीट में 33 केबी का उपकेंद्र बनाने की तैयारी में है।

सोमवार को जब विधुत विभाग और आरडीए निरीक्षण करने कॉलोनी पहुंचा तो हितग्राहियों ने जमकर विरोध जताया। उन्होंने कहा कि किसी भी सर्त पर यहां उपकेंद्र बनने नहीं दिया जाएगा। जब तक अपना हक नहीं मिलेगा आंदोलन जारी रहेगा।
आपको बता दे कि इंद्रप्रस्थ फेस- 2 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुल 2416 आठ मंजिला आवासीय फ्लैट्स बने हुए हैं। अभी तक करीब 600 से अधिक हितग्राही रहने आ गए हैं। महिलाओं ने कहा कि उपके ंद्र बनने से बच्चों का खेलकूद का मैदान खत्म हो जाएगा। मेरे बच्चे खेलने के लिए कहां जाएंगे। कॉलोनी की महिलाएं भी इस लड़ाई में पुरुषों से कंधे से कंधे मिलाकर खड़ी है। भविष्य में करीब 15 हजार परिवार यहां बसने वाला है। इस स्थिति में कॉलोनी के अंदर ऐसा कोई एक बड़ा पार्क नहीं जहां सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजन किया जाए सके। हितग्राहियों ने कहा कि इसकी लिखित शिकायत आरडीए और रायपुर कलेक्टर से किया जा चुका है। इस मौके पर चंद्रशेखर प्रसाद, दिलीप सोनी, अनिल थारवानी, तुलसी सेन, महेश, सुनिल त्रिपाठी, जितेंद्र, सरजू, संदीप तिवारी, आरएस बघेल व विनय मंडल आदि दर्जनों हितग्राही मौजूद थे।

आरडीए ने गरीबों पर नहीं खाया तरह, बिना सूचना के ठेला दुकानों को तोड़ा

जहां वर्तमान में रहवासियों के लिए रोजमर्रा की जरुरत की सामग्रियों के लिए कैम्पस के बाहर ठेलागाड़ी लगाकर हितग्राहियों के निस्तार के हिसाब से दुकानें लगाई गई थी जिसे आज सुबह बिना सूचना दिए एका एक तोड़फोड़ कर दिया गया जिससे उन छोट दुकानदार जो ठेलागाड़ी में दुकानदारी कर रहे थे काफी नुकसान व दिक्कतों का सामना करना पड़ा। साथ ही अपना और अपने परिवार के भरण पोषण के लिए असहाय महसूस कर रहे हैं। इस प्रकार तोड़ फोड़ को लेकर रहवासियों ने रायपुर विकास प्राधिकरण का विरोध करते हुए शासन से उचित कार्यवाही की मांग की है।