पशुओं को खुरहा, चपका से बचाने मैनपुर ब्लॉक में सघन टीकाकरण जारी
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- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद। राष्ट्रीय पशुरोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत पशुओं को खुरहा-चपका की बीमारी से बचाने के लिए सघन टीकाकरण अभियान की शुरुआत 01 मार्च से हो गया है जो माह भर चलेगी। गत दिनों जिला मुख्यालय गरियाबंद में कलेक्टर दीपक अग्रवाल के द्वारा पशुधन विकास विभाग के दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। सघनता से टीकाकरण कार्यक्रम संपादित करने के निर्देश दिए गए थे जिसके तारताम्य में मैनपुर ब्लॉक के सुदूर वनाँचल के गाँवों में पशुओं के टीकाकरण के लिए दल गठित किए गए हैं, जो गांव एवं मोहल्ले में जाकर पशुओं को इस बीमारी से बचाने के लिए निशुल्क टीका लगाएंगे।
उपसंचालक पशु एवं चिकित्सा सेवाएं डॉ.ओपी तिवारी के मार्गदर्शन व निर्देशन में ब्लॉक के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेश नायक के नेतृत्व में स्टॉफ एवं गौसेवक, पशुधन मित्र व कृत्रिम गर्भधान कार्यकर्ताओं के द्वारा टीकाकरण कार्य संपादित किए जायेंगे। मैनपुर ब्लॉक के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेश नायक ने बताया कि खुरहा-चपका बीमारी विषाणु जनित है। दुधारू पशुओं में यह बीमारी होने से दुध उत्पादन क्षमता प्रभावित होती है। भार-वाहक पशुओं की कार्य क्षमता भी इस बीमारी के होने से कम हो जाती है। इस बीमारी से बड़ी संख्या में हर साल पशुओं की मौत होती है। इसके कारण पशुपालकों को नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने ब्लॉक के किसानों एवं पशुपालकों से अपने गौवंशीय एवं भैंसवंशीय पशुओं को खुरहा-चपका की बीमारी से बचाने के लिए अनिवार्य रूप से टीका लगाने की अपील की है।
- इस कारण से होती है बिमारी
यह रोग पशुओं को एक बहुत ही छोटे आंख से न दिख पाने वाले विषणु द्वारा होता है। मुंहपका-खुरपका रोग किसी भी उम्र की गायें एवं उनके बच्चों में हो सकता है। इसके लिए कोई भी मौसम निश्चित नहीं है। कहने का मतलब यह है कि यह रोग कभी भी गांव में फैल सकता है। इस रोग के बचाव हेतु टीके लगवाना फायदेमन्द है।