बाल सुधार गृह में गूंजा ‘इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर न हो’
1 min readकार्यशाला में बाल कैदियों से समाज के मुख्य धारा से जुड़ने का आह्वान
राउरकेला। मारवाड़ी महिला मंच राउरकेला शाखा ने बाल सुधार गृह में एक प्रेरक कायर्शाला का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के प्रेरक वक्ता श्री राम कथा वाचक श्रद्धेय प।श्री कमलेश जी पुना वाले उपस्थित रहे। कार्यक्रम का प्रारंभ मंच की शाखा अध्यक्ष इंदू अग्रवाल द्वारा महाराज जी के स्वागत में कहे शब्दों एवं कोषाध्यक्ष द्वारा पुष्पगुच्छ देकर किया गया, महाराज जी ने बच्चों के संग परम पिता परमेश्वर से प्राथर्ना कि इतनी शक्ति हमें देना दाता मन का विश्वास कमजोर न हो। बातों बातों में महाराज जी ने बच्चों से कहा गलतियों को भूलाकर आगे निकलना है और कुछ बनना है।तभी महाराज जी ने बच्चों से पुछा कि किसी को कोई कहानी आती हो तो मुझे सुनाओ।
एक बच्चे ने काफी सुंदर कथा सबों को सुनाया। वह भाव विभोर हो गया और फुट फुट कर रोने लगा।उन्होंने बताया रोने दो रोने से मन साफ हो जाता है। प्रसंग वश बताया कि ईश्वर किसे मिलता? क्या धोती पहनने वाले तिलक धारी को या मंदिर जाने वाले को इस प्रसंग में रामायण में प्रभु कहते कि “निर्मल मन जन सो मोहि पावा, मोहि कपट छल छिद्र न भावा। फिर आप तो बच्चे हो आपका हृदय हमेंशा निर्मल होता है और आपको सुगमता से ईश्वर की कृपा मिलती है।अपने आपको सुधारों जीवन में कुछ भी आप हासिल कर सकते हो। महाराज जी ने कई उदाहरणों से जीवन पथ को सुन्दर बनाने को कहा।अंत में महाराज जी के हाथों बच्चों को फल और पाव दिया गया। मंच की अध्यक्ष ने शाल ओढ़ाकर और पूर्व प्रांतिय अध्यक्ष ने दुशाला ओढ़ाकर सम्मानित किया। बाल सुधार गृह के शिक्षक श्री त्रिपाठी जी ने सबों को बेहतरीन प्रेरक कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया।मंच द्वारा समय-समय पर बाल सुधार गृह के बच्चों के हृदय परिवर्तन कराने के उद्देश्य से प्रेरक कार्यक्रमों का आयोजन कराती है।