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November 20, 2024

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किडनी पीड़ित डोंगरा निवासी जयराम वर्मा की दर्द की दास्तान, कोई मदद तो कर दो साहब

Kidney sufferer Dongra resident Jairam Verma's story of pain

बलौदाबाजार। जिला मुख्यालय बलौदाबाजार से करीब 22किलोमीटर एवं नवघोषित तहसील लवन  से महज05 किलोमीटर की दूरी पर बसा ग्राम पंचायत डोंगरा है।जँहा की आबादी करीब 3 हजार है।डोंगरा में एक गरीब युवक पिछले दो साल से गंभीर बीमारी किडनी रोग से पीड़ित हैं।युवक के इलाज में युवक के पास जो भी जमीन थीं वह इलाज के खर्च में जमीन को बेचना पड़ा फिर भी युवक की समस्याओं का अंत नहीं हुआ। आईए पूरे मामले पर प्रकाश डालते हैं तो हमे पीड़ित युवक जयराम वर्मा ने अपनी आप बीती नम आंखों से बताते हुए कहा कि उन्हें विगत वर्ष  2017  उनके दोनों  किडनी खराब है जिसके चलते उन्हें इलाज के लिए खुद का एक एकड़ जमीन को बेचकर इलाज करवाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।अब इलाज के लिए उनके पास रुपये भी नहीं है नहीं परिवार का हालत इतनी अच्छी है कि वह इस बीमारी का उचित इलाज करवा सके।इलाज में अभी तक किसी से सहयोग  मांगने की बात कहने पर कहा कि उनके द्वारा अभी तक किसी से सहयोग के लिए नहीं कहे हैं।आगे यह भी बताया कि उन्हें सफ्ताह में दो बार रायपुर निजी अस्पताल डायलिसिस के लिए जाना पड़ता है हर बार सफ्ताह में दो बार जाने में हजारों रुपये की ख़र्च होती है।

Kidney sufferer Dongra resident Jairam Verma's story of pain

डायलिसिस के लिए उधार लेकर जाने को विवश रहते हैं।इसके अलावा पीड़ित ने यह भी बताया कि आयुष्मान योजना से भी कुछ समय तक इलाज हुआ।अब योजना का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है।ऐसे में ईलाज कैसे होगा कि चिंता दिन रात सताता है।किसी के द्वारा जमीनी स्तर पर सहयोग करने की बात पूछने पर बताया कि गांव का समाजसेवी शिव वर्मा अपने तरफ़ से रायपुर डायलिसिस करवाने जाने के लिए कुछ आर्थिक सहायता करते हैं।इसके अलावा अभी तक और अन्य किसी ने भी सहयोग नहीं किये हैं।जयराम वर्मा ने हमारे संवाददाता  को यह बात भी बताया कि उन्हें उम्मीद है कि उन्हें ग्राम पंचायत डोंगरा  एवं  क्षेत्र की लोकप्रिय विधायक बहन सुश्री शकुंतला साहू उन्हें इलाज में अवश्य सहायता करेंगे और पीड़ित ने ग्राम पंचायत डोंगरा एवं  विधायक से इलाज में सहयोग की अपील भी किये है।अब देखने वाली बात होगी कि जयराम वर्मा की उम्मीद को पंख मिलता है या उम्मीद केवल उनके लिए उम्मीद बनकर रह जायेगा।गौरतलब हो कि ग्राम पंचायत डोंगरा को प्राथमिकत स्तर पर पीड़ित के मदद के लिए आगे आना चाहिए।गौरतलब हो कि यदि पीड़ित को ग्राम पंचायत , शासन प्रशासन या क्षेत्र की विधायक  स्तर पर सहयोग मिलता है तो निश्चित ही  पीड़ित जयराम वर्मा का जीवन  भी अन्य लोगों की तरह एक स्वस्थ एवं  बेहतर होगा। गौरतलब हो कि पीड़ित जयराम वर्मा के परिवार में उनका  उनका बड़ा भाई ही देखरेख करते आ रहा है।पीड़ित का माँ और बाप उनके भईया भाभी ही है।पीड़ित का पूरा परिवार खपरैल की छत वाली  कच्ची मकान में रहते हैं।पीड़ित के इलाज कराने में उनके परिवार पूरी तरह से कर्ज में डूब गए हैं।ऐसे में पीड़ित एवं उनके परिवार को वाकई में  सहयोग की दरकार है।पीड़ित जयराम के मामले पर ग्राम पंचायत डोंगरा सरपंच ताराचंद वर्मा ने कहा कि उनके पंचायत स्तर पर पीड़ित को सहयोग दिये जायेंगे।कसडोल विधानसभा की लोकप्रिय विधायक सुश्री शकुंतला साहू को हमारे संवाददाता ने पीड़ित की दास्तान के बारे में चर्चा करने पर विधायक महोदया ने सकारात्मक विचारों के साथ हमारे संवाददाता को बताया कि पीड़ित को स्वेच्छादान राशि का आर्थिक सहयोग प्रदान किये जायेंगे।

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