Recent Posts

December 26, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

कोरोनाकाल में शराब दुकान और शराबियों की खुली छूट… भगवान गणेश पूजा पर कड़े नियम क्यो

1 min read

मुड़ागांव (कोरासी)

जिला गरियाबंद सामाजिक कार्यकर्ता एवं कार्यकारी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ युवा प्रकोष्ठ रायपुर संभाग के रूपसिगं साहू ने छत्तीसगढ़, शासन के मुख्य सचिव आरपी मंडल जी को पत्र लिखकर मांग किया है की हिन्दु धर्म का धार्मिक उत्सव आगामी गणेश-पूजा पर छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना संक्रमण के फैलाव के नाम पर जारी सख्त गाईड लाईन, नियम कानून को नियम शिथिल कर हिन्दु धर्म के रीति रिवाज के अनुसार प्रथम पूजा भगवान श्री गणेश जी की होती हैं.

गणेश पूजा के लिए जिला प्रशासन का तुगलकी फरमान भक्तों को परेशान करने वाला हैं और धार्मिक आस्थाओं के साथ खिलवाड़ हैं।

श्री साहू ने कहा की एक ओर जहां सरकार के द्वारा कोरोनाकाल में शराब दुकान और शराबियों का खुली छूट दी गई हैं। वहीं भगवान गणेश जी के पंडाल में कोरोना से संक्रमित होने पर गणेश समितियों को पूरा खर्चा उठाने सहित गणेशजी की मूति की उंचाई, पंडाल का साईज, लोंगों की उपस्थिति की निर्धारित संख्या, दर्शन करने वालें भक्तों का नाम पता एवं मोबाइल नंबर व अन्य विवरण, सीसीटीवी कैमरा लगाने आदि गणेश मूर्ति की स्थापना से लेकर विसर्जन तक बहुत सारे कड़े नियम बनाए गया हैं जो कि अनुचित और अन्यायपूर्ण हैं। 

जबकि भगवान श्री गणेश जी के दर्शन मात्र से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती हैं, और रोगी भी निरोगी हो जाते है । वहीं दूसरी तरफ शराब दुकानों में प्रतिदिन उमड़ने वाली भीड़ लॉकडाऊन के नियमों का मजाक उड़ा रही हैं और वहां पर कोरोना संक्रमण फैलने का ज्यादा खतरा हैं जहां से हुए संक्रमितों का भी खर्चा राज्य सरकार वहन कर रही हैं, सरकार का यह रवैया धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता हैं और शराबियों के प्रति प्रेम दिखलाता हैं सरकार के नियम और कानून सिर्फ आम जनता के लिए हैं अब तो भगवान को भी इन्होंने नहीं छोड़ा नियमों के डर से भक्त अब गणेश पूजा भी नहीं कर सकेंगें। इस संबंध में जल्द ही गणेश पूजा में नियमों को शिथिलकरण करने का मांग करते हुए पत्र लिखकरक शासन को 11 दिन शराब दुकानों को बंदकर भगवान गणेश जी की पूजा करें कोरोना हारेगी और छत्तीसगढ़ जीतेगी ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *