नौकरी लगाने के नाम पर महेन्द्र तिवारी उर्फ अशोक पाण्डेय ने की करोड़ों की ठगी, फर्जी आईएएस बनकर लगाया चुना, गिरफ्तार
1 min read- मध्यप्रदेश के जेल में बंद था आरोपी, बलौदाबाजार लेकर आई पुलिस की टीम
- बलौदाबाजार, कोंडागांव, कांकेर, नारायणपुर, बस्तर और मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में की थी ठगी
बलौदा बाजार, रायपुर। आज कल ठगी की शिकायते आम बात हो गई है। कुछ ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ में आया है। सिटी कोतवाली पुलिस ने धारा 420, 419, 34 भादवि के आरोपी तथाकथित आईएएस अधिकारी महेन्द्र तिवारी उर्फ अशोक पाण्डेय पिता शेषमणि तिवारी 31 वर्ष निवासी ग्राम उडतान करमन टोला थाना कोतमा जिला अनुपपुर मध्यप्रदेश को गिरफ्तार कर न्यायायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। मध्यप्रदेश के हबीबगंज पुलिस व्दारा गिरफ्तार करने के बाद से वह जेल में बंद था। पुलिस इसे लेकर बलौदाबाजार पहुंची और यहां दर्ज मामले में गिरफ्तार करते हुए कोर्ट में पेश किया।
आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर बलौदा बाजार व छ.ग. के अन्य जिलों समेत मध्य प्रदेश में बेरोजगारों को महिला बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रूपये ठग लिये थे। नौकरी अथवा टेंडर नहीं मिलने के बाद जब ठगी का शिकार हुए लोग जब अपने रूपये को वापस मांगने लगे तो आरोपियों द्वारा कुछ दिनों बाद एक फर्जी लिस्ट जारी करते हुए लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया गया। जब लोगों को पता चला कि यह लिस्ट फर्जी तरीके से बनाया गया है, किसी प्रकार की नौकरी व टेंडर नहीं मिला है तब आरोपिया मेवा चोपड़ा, महेंद्र तिवारी व उनके साथी फरार हो गये थे। प्रकरण में शुरुआती विवेचना में महेंद्र तिवारी के 4 साथियों को गिरफ्तार कर उनके खाते को जब्त किया गया। पश्चात मेवा चोपड़ा की भी गिरफ्तारी कर उनके भी खातों को जब्त किया गया था।
करीब 1 वर्ष तक वह फरार था। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रार्थीगण टिकेश्वरी साहू, राकेश कुमार वर्मा, जानकी बंजारे एवं प्रभा मिरी ने 28 जुलाई 2020 को लिखित शिकायत की थी जिसमें उल्लेख था कि आरोपीगणों द्वारा आंगनबाड़ी विभाग में सुपरवाईजर के पद पर नियुक्ति तथा सम्पूर्ण पोषक आहार का टेंडर दिलाने हेतु बलौदा बाजार महिला बाल विकास परियोजना की तत्कालीन पर्यवेक्षक मेवा चोपड़ा एवं महेंद्र तिवारी उर्फ अशोक पाण्डेय व उनके साथीगण ने मिलकर अलग-अलग लोगों से धोखधड़ी कर करीब 4 से 5 करोड़ रूपये ठग लिये थे।