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December 13, 2025

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मैनपुर क्षेत्र गूंज उठा एक तीर एक कमान सभी आदिवासी एक समान – हजारों आदिवासियों ने पारंपारिक वेशभूषा के साथ भव्य रैली निकाल जमकर थिरके

  • शेख हसन खान, गरियाबंद 
  • जल जंगल जमीन का असली मालिक है आदिवासी – भुवनसिंह कोर्राम
  • मैनपुर में सर्व आदिवासी समाज द्वारा विशाल कार्यक्रम का आयोजन

गरियाबंद- तहसील मुख्यालय नगर में सर्व आदिवासी समाज मैनपुर द्वारा विश्व आदिवासी दिवस समारोह का आयोजन किय गया हजारो की संख्या में आदिवासी समाज के महिला पुरूष युवा पारंपारिक वेशभुषा के साथ अपने पारंपारिक हथियार तीर धनुष एवं ध्वज लेकर भव्य रैली निकाली और देर शाम तक जमकर थिरके। मैनपुर चारो तरफ सतरंगी ध्वज एवं एक तीर एक कमान सभी आदिवासी एक समान ,जय जोहार के गगन भेदी नारो से गूंज उठा। मैनपुर सामुदायिक भवन में सुबह 10 बजे देवी देवताओ की विशेष पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गोड़वाना गोड़ महासभा राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष भुवनसिंह कोर्राम, संयुक्त सचिव गजराज सिंह टेकाम, राष्ट्रीय महासचिव लोकेन्द्र कोमर्रा, जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष संजय नेताम, जिला पंचायत सदस्य एवं आदिवासी समाज के महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष लोकेश्वरी नेताम, आदिवासी नेता उमेंदी कोर्राम, महेन्द्र नेताम, बी एस ठाकुर, पूर्व जिला पंचायत सभापति श्रीमति धनमति यादव एवं आदिवासी समाज के वरिष्ठजन उपस्थित थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष भुवनसिंह कोमर्रा ने कहा आज आदिवासी समाज के युवा पीढ़ी को आगे आने की जरूरत है जल जंगल जमीन का असली मालिक आदिवासी है लेकिन हर क्षेत्र में सरकार में बैठे लोग आदिवासियो के अधिकारो का हनन कर रहा है सभी आदिवासियो को आपसी मतभेद भुलाकर अपने हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ने की जरूरत है। गोड़वाना गोड़ महासभा के राष्ट्रीय महासचिव लोकेन्द्र सिंह कोमर्रा ने कहा दुनिया की रक्षक की भुमिका पर आदिवासी है लेकिन आज आदिवासियो को उनके गांव घर से बेदखल करने का षडयंत्र रचा जा रहा है कही माइंस के नाम पर तो कही खदानो के नाम पर आदिवासियो को परेशान किया जा रहा है इसलिए समय की मांग है कि अपने बच्चो को बेहतर शिक्षा दे और उन्हे आगे बढ़ने संघर्ष करने सिखाना होगा। जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष संजय नेताम नें कहा कि आदिवासी समाज का काफी गौरवशाली इतिहास रहा है आज इस कार्यक्रम में पुरे क्षेत्र से हजारों की संख्या में समाज के लोग शामिल हुए है। उन्होनेे कहा जल जंगल जमीन का असली मालिक यहां के मूलनिवासी आदिवासी है आदिवासी समाज प्रदेश और देश का गौरव है, आदिवासी समाज की एक अपना अलग परंपरा और संस्कृति है।

जिला पंचायत सदस्य एवं आदिवासी महिला प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्रीमति लोकेश्वरी नेताम ने कहा मैनपुर एक ऐसा विकासखण्ड है जहां आदिवासी समाज के लोग अपने त्यौहारो को पूरी परंपरा और रीति रिवाज के अनुसार मनाते है। उन्होने आगे कहा आदिवासी काफी सीधे सरल व सज्जन स्वभाव के होते है ,समाज के बच्चे अच्छे शिक्षा हासिल कर परिवार समाज और राष्ट्र के विकास मे योगदान देंगें। कार्यक्रम का संचालन आदिवासी नेता महेन्द्र नेताम एवं आभार प्रदर्शन श्रीमति लोकेश्वरी नेताम ने किया।

  • आदिवासी नृत्य को देखने उमड़ पड़े क्षेत्र के लोग

विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आज सामुदायिक भवन से शाम 4 बजे भव्य रैली निकाली गई रैली में हजारो की संख्या में आदिवासी समाज के लोग जहां शामिल हुए वही आदिवासी युवक युवतिया पारंपारिक वेशभुषा के साथ काफी मनमोहक पारंपारिक नृत्य करते रैली निकाले रैली को देखने और आदिवासी परंपरा एवं नृत्य को देखने भारी भीड़ लग गई पुलिस को शांति व्यवस्था एवं सड़क में ट्रेफिक व्यवस्था सुचारू करने में भारी दिक्कतो का सामना करना पड़ा। रैली में चारो तरफ एक ही नारे गूंज रहे थे एक तीर एक कमान सभी आदिवासी एक समान। इस दौरान डीजे की धून में भी जमकर थिरके।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से आदिवासी नेता गुजरात कमलेश, ग्वालसिंह सोरी, हरचंद नेताम, जबरसिंह, बेलोराम मांझी, सेवक दीवान, चरणसिंह, लंबोदर ध्रुव, नोकेलाल ध्रुव, प्रतापसिंह मरकाम, थंजुलता, लोकेश नेगी, कुशल सोरी, जमुना बाई, फुलचंद, अभिराम, डाॅ तनुजा ठाकुर, खिलेन्द्री फरस, वेतरीन ध्रुव, झरना मरकाम, कमलेश्वरी नागेश, कुसुम मरकाम, निर्मला नेगी, सीता नेगी, ईतेश्वरी, फुलेश्वरी, रेखा, हर्षलता, ममता, अनुसुईया ओटी, गीता ध्रुव, रमुला सोरी, तृप्ति नेताम, भावना नेताम, मोनिका नेताम, गजेन्द्र नेगी, सोहन नागेश, धनसिंह नेगी, गगन नेगी, तरूण नागेश, युवराज नेताम, प्रदीप ध्रुव, योगेन्द्र मरकाम, लोकेश नेगी, योगेश, बिशेश्वर ध्रुव, प्रेमसाय ध्रुव, सरपंच खेलन दीवान, मैनपुर सरपंच हनिता नायक, सरपंच गज्जु नेगी, धरमीन बाई, बृजलाल सोनवानी, रिजवान बेग, तनवीर राजपूत, सहदेव सांडे, देवीसिंह कमलेश, कमलकिशोर सांडे, बसंत ध्रुव, खेमराज नेगी, वेदप्रकाश नागेश, दुर्जन नेताम, भुपेन्द्र नागेश, गणेश सांडे, उमेन्द्र नेताम, पुष्पा नेगी, मालती बाई कोर्राम, कवलीबाई दीवान, महेश दीवान, जाड़ापदर सरपंच उपासीन नागेश, मुकेश कपिल, सुबेसिंह सोरी, निरा सांडे, विष्णु मरकाम, अरविंद नेताम एवं मैनपुर, धवलपुर, राजापड़ाव, गौरगांव, धुरवागुड़ी, अमलीपदर, देवभोग, नवागढ़, जोबा, गरियाबंद एवं पूरे जिले भर से हजारो की संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।