मैनपुर-देवभोग क्षेत्र के लोगों से मेरा परिवारिक संबध – दुबे
मैनपुर देवभोग के वन अधिकारी कर्मचारियों ने सेवा निवृत्त होने पर एसडीओ दुबे को दी विदाई
मैनपुर। तहसील मुख्यालय मैनपुर वन विभाग विश्राम गृह में शनिवार को मैनपुर और देवभोग वन परिक्षेत्र के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित कर सेवा निवृत्त होने पर वन विभाग के एसडीओ श्री आर पी दुबे को साल श्रीफल एवं भगवान गणेश की प्रतिमा भेंट कर विदाई दी गई। विदाई समारोह में प्रमुख रूप से उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के सहायक संचालक आर के रायस्त, रायपुर से पहुंचे विनोद मिश्रा एवं परिक्षेत्र अधिकारी तौरेंगा आर एन सोरी, वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर डी एल सिन्हा, वन परिक्षेत्र अधिकारी देवभोग महादेव कान्नौजे, वन परिक्षेत्र अधिकारी धवलपुर उधोराम धु्रव, वन परिक्षेत्र अधिकारी उदंती टी आर नरेटी, वन परिक्षेत्र अधिकारी उत्पादन राजेन्द्र कुमार सोरी, एच आर साहू एवं अरूण कुमार जान विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस दौरान सेवा निवृत्त हुए वन विभाग के एसडीओ श्री आर पी दुबे ने कहा कि मैनपुर एवं देवभोग क्षेत्र के लोगों के साथ मेरा पारिवारिक संबंध जैसा रहा है और इस क्षेत्र के लोगों ने मुझे कभी अपना घर परिवार की कमी महसूस नहीं होने दी और हर दुख दर्द में ग्रामीणों ने मेरा सहयोग किया है। उन्होंने भावुक होकर मिले सम्मान व सहयोग के लिए समस्त अधिकारी कमर्चारी एंव क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान विनोद मिश्राएवन परिक्षेत्र अधिकारी एन आर सोरीए डी एल सिन्हा ने कहा कि एसडीओ आर पी दुबे हमेशा अपने कार्यों के प्रति संजग रहते थे और विभाग के अधिकारी कर्मचारियो को हमेशा उनका मार्ग दर्शन मिलता रहता था। उन्होंने आगे कहा कि शासकीय अधिकारी कर्मचारी कभी सेवा निवृत्त नहीं होते बल्कि उनका सामाजिक दायित्व और बढ़ जाता है। इस मौके पर प्रमुख रूप से सहायक परिक्षेत्र अधिकारी के सी भोई, भाजपा जिला उपाध्यक्ष योगेश शर्मा, के सी बरिहा, मनन सिंग ठाकुर, जुगलाल नायक, अघन सिंग सोरी, कोमल साहू, मोहन लाल बंजारे, गौरीशंकर प्रधान, देवदत्त तिवारी, डोमार कश्यपए लाकेश्वर धु्रव, टुमेश नागंवशी, नोहर लाल नायक, भागीरथी पटेल, दारा मरकाम, सुधीर ठाकुर, केशरीलाल नायक, कुलदीप ठाकुर, विनोद मिश्रा, रामकृष्ण धुव, अमृत लाल धु्रव, श्यामसुन्दर वांदले, हुलार ठाकुर, महेन्द्र कुमार सहित बड़ी संख्या में वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी व क्षेत्रवासी उपस्थित थे।