मैनपुर क्षेत्र में बढ़ रहे मलेरिया के मरीज, जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ गार्गी यदु द्वारा दुरस्थ वनांचल पहाड़ी ग्रामों में घोड़ा के माध्यम से भेजी गई जीवन रक्षक दवाई
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- जिला चिकित्सा अधिकारी गरियाबंद दूरस्थ वनचलों के ग्रामों में पहुंचकर ग्रामीणों से किया मुलाकात
गरियाबंद। गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में लगातार बुखार और मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में छोटे छोटे स्कूली छात्र छात्राओं की भींड सुबह से लगी रहती है। साथ ही प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में बुखार और मलेरिया के मरीज मिल रहे हैं।
चार दिन पूर्व भी मैनपुर क्षेत्र के ग्राम दर्रीपारा में मलेरिया और खून की कमी से एक छात्र की मौत की खबर के बाद जिला प्रशासन ने इस मामले को संज्ञान में लिया और ग्राम देहारगुडा, दर्रीपारा में स्वास्थ्य अमला पहुंचकर जहां एक ओर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया वही गांव में रैली निकालकर लोगों को मलेरिया, डायरिया के प्रति जन जागरूकता अभियान लगातार चलाया जा रहा है। इसी बीच आज मंगलवार को गरियाबंद जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ गार्गी यदु मैनपुर पहुंची और मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया साथ ही साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। अस्पताल में पहुंचे मरीजों से उनके हालचाल जाने इसके बाद सीधे मैनपुर विकासखण्ड के दुरस्थ वनांचल कुल्हाडीघाट मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गार्गी यदु पहुंची इस विशेष पिछड़ी कमार बाहुल्य ग्राम के घर घर पहुंचकर जिला चिकित्सा अधिकारी ने ग्रामीणों से चर्चा किया साथ ही स्कूल में पहुंचकर छात्र छात्राओं से हालचाल जाना। स्कूली छात्र छात्राओं तथा ग्रामीणों को मलेरिया और डायरिया बीमारी के संबंध में विस्तार से बताया साथ ही यहां स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया हितग्राहियों को मच्छरदानी का उपयोग करने के बारे में बताया गया।
- पहाड़ी उपर बसे ग्रामों में घोड़ें के माध्यम से भेजा गया जीवन रक्षक दवा
मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ गार्गी यदु आज कुल्हाडीघाट पहुंची इस दौरान कुल्हाडीघाट के पहाड़ी के उपर बसे अति दुर्गम ग्राम ताराझर, कुर्वापानी, भालूपानी, मटाल जैसे ग्रामों में ग्रामीणों के लिए घोड़ें में जीवन रक्षक दवा लादकर भेजा गया ताकि ग्रामीणों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो साथ ही स्थानीय अधिकारियों को जल्द गांव गांव स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। इस मौके पर प्रमुख रूप से जिला मलेरिया अधिकारी डॉ एम मनीष, डॉ लक्ष्मीकांत जांगडे, खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ गजेन्द्र ध्रुव, डॉ शंकर पटेल, डॉ सृष्टि एवं मुकेश साहू तथा स्वास्थ्य विभाग के अमला उपस्थित थे।
- पहाड़ी क्षेत्र ओंड आमामोरा में लगा स्वास्थ्य कैंप, दुर्गम रास्तों में फसी रही वहन
- बारिश शुरू होते ही गरियाबंद जिले के दुरस्थ वनांचलों में मुश्किलों का दौर हुआ शुरू
मौसमी बुखार के साथ मलेरिया के मिल रहें मरीज, गरियाबंद कलेक्टर दीपक अग्रवाल के निर्देशानुसार और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गार्गी यदु पाल मैडम के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग के 10 सदस्यीय टीम द्वारा जिले के दुर्गम पहाड़ियो पर बसे उप स्वास्थ्य केंद्र ओड, आमामोरा के सभी आश्रित ग्रामों जोबपारा, कुकरार , नगरार हथौड़ाडीह में घर घर जाकर मलेरिया सर्वे किया गया।
नगरार और जोबपारा में जा रही टीम को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा ,सर्वे करने जा रही टीम की चार पहिया वाहन किचड़ भरे रास्ते में एक घंटे फंसी रही। वहीं दूसरी ओर नगरार जा रही स्वास्थ्य टीम ने दोपहिया वाहन से जैसे तैसे पहुंच कर लोगों का उपचार किया। गावों में घर घर भ्रमण कर सर्वे टीम द्वारा 1140 लोगों रैपिड मलेरिया टेस्ट किया गया जांच में 8 मलेरिया धनात्मक रोगियों को एसीटी किट की प्रथम डोज दवा खिलाकर त्वरित उपचार किया गया गांव की मितानिन के पास पर्याप्त मात्रा में मलेरिया जांच और उपचार कीट के साथ बुखार, उल्टी दस्त और मौसमी बीमारियों के उपचार के लिए दवाइयां उपलब्ध कराई गई ।