मनुवाद और अम्बेडकरवाद एक साथ नहीं चल सकते- श्यामलाल
1 min read
सुलतानपुर। आज दिनांक 25-06-2019 को राजकुमार यादव के आवास (कुड़वार) पर मोस्ट कल्याण संस्थान के तत्वाधान में आयोजित सारे बंधन तोड़ो मोस्ट (बहुजन) समाज जोड़ो” की मीटिंग प्रधान राजकुमार यादव के नेतृत्व में सम्पन्न हुई।
मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद ने कहा कि भारत का संविधान समता और न्याय के दर्शन पर आधारित है किंतु मनुवादी व्यवस्था के कारण समाज मे आज भी विषमता कायम है। विषमता पर आधारित मनुवाद और समता पर आधारित अम्बेडकरवाद साथ-साथ नही चल सकते तथा धार्मिक व जातीय संगठन अप्रत्यक्ष रूप से समाज मे समता कायम करने में बाधक है इसलिए समाज मे समता प्रिय मोस्ट (बहुजन) समाज को जाति धर्म से ऊपर उठकर अम्बेडकरवाद के पक्ष में संगठित होना चाहिए। मीटिंग में राम उजागिर (नेवी ऑफिशर), फूलचंद गौतम, राकेश कुमार, राम करन (कोटेदार), विश्वनाथ,भवानीफेर, फागूलाल गौतम, राजेश कुमार यादव, साहेब दयाल कोरी, एडवोकेट विनोद कुमार गौतम, राजेश कुमार मौर्य, नरेंद्र कुमार, सुरेश कुमार यादव, विनोद कुमार, अजय कुमार यादव, राजीव कुमार निषाद, हरिवंश कोरी, महेन्द्र यादव, देव यादव, अशफाक खान, अनिल कोरी सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।