देश को आजाद कराने में शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान को नहीं भुलाया जा सकता – लोकेन्द्र कोमर्रा
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस के अवसर पर प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया
मैनपुर। आदिवासी विकास खंड मैनपुर क्षेत्र के कांदाडोंगर राज में शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस के अवसर पर हजारों आदिवासियों ने विशाल शोभायात्रा निकाली और पूरा क्षेत्र शहीद वीर नारायण सिंह के जयकारों से गूंज उठा। ग्राम उरमाल में शहीद वीर नारायण सिंह शहादत दिवस मनाया गया देवभोग एवम मैनपुर से आदिवासी विशेषकर गोंड समाज के हजारों पुरुष महिलाएं युवा बच्चे इस कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में सर्वप्रथम देव पूजन किया गया फिर एक विराट रैली निकाली गई जिसमे युवा रंग बिरंगे पोशाक में सजे हुए आदिवासी लोक नृत्य नाचते गाते नारे लगाते शामिल हुए।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा के महासचिव लोकेंद्र सिंह कोमर्रा थे कार्यक्रम की अध्यक्षता जय सिंह शांडिल्य राज अध्यक्ष अमात गोंड समाज केंद्रीय समिति कांडाडोंगर देवभोग राज, विशेष अतिथि आर एन ध्रुव प्रदेश अध्यक्ष अनु जन जाति शासकीय सेवक विकास संघ विशेष रूप से उपस्थित थे। शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस के अवसर पर समाज के प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं को नगद राशि के साथ प्रमाण पत्र एवं शील्ड देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अखिल भारती गोंडवाना गोंड महासभा के राष्ट्रीय महासचिव लोकेंद्र सिंह कोमर्रा ने कहा कि देश को आजाद कराने में शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान को नहीं बुलाया जा सकता। बलिदानी वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ के प्रथम क्रांतिकारी है। उन्होंने गरीब मजदूर एवं प्रदेश के सभी लोगों के लिए लड़ाई लड़ाई लड़ी उन्होंने आगे कहा समाज संगठित रहेगा तो विकास करेगा और प्रजातंत्र में सगंठन का बड़ा महत्ता है। आदिवासी समाज नशा से दूर रहे शिक्षा को अपनाए तो खुद ही विकास करने में सक्षम है।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर अनु जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष श्री आर एन ध्रुव ने कहा आज हम आदिवासी समाज के लोगों को सबसे ज्यादा शिक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है। इस कार्यक्रम के माध्यम से हम सबको संकल्प लेना है कि हम अपने बच्चों को और बेहतर से बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा हमारे समाज के बच्चे अच्छे शिक्षा हासिल कर बड़े बड़े पदों पर आसीन होकर समाज , गांव और परिवार का नाम रोशन करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अमात गोंड समाज कांदाडोंगर देवभोग राज अध्यक्ष जय सिंह शांडिल्य ने का शहीद वीर नारायण सिंह गरीबों के मसीहा थे आज समाज के लोगों को उनके बताए रास्ते पर चलने की जरूरत है और समाज को और अधिक संगठित करने की जरूरत है। इस दौरान कार्यक्रम को आदिवासी समाज के अनेक वरिष्ठ जनों ने संबोधित किया तथा अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में युवाओं बच्चों ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। समाज के प्रतिभाशाली बच्चों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया एवम शहीद वीरनारायण सिंह अमर रहे के बीच शहीद वीरनारायण का रूप में एक बच्चे ने चावल के पैकेट का वितरण किया एवम इतिहास को पुनर्जीवित किया अंत में राज अध्यक्ष श्री जय सिंह शांडिल्य आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सलाहकार महेश्वर सिंह कोमर्रा हेम सिंह मांझी ,जबर सिंह नागेश ,अमृतलाल कोमर्रा ,नोकचंद छैदैया, दुष्यंत ध्रुवा ,लंबोदर ध्रुव, रूपेंद्र पोर्ते रामसिंह नेताम,रामेश्वर कपिल, अमृतलाल , मोहन सिंह मांझी ,रोहित नागेश ,केशव नागेश, चरण सिंह, राकेश कुमार सिंह , डोमार सिंह परधानी, लंबोदर कोमार्रा, किरण सिंह नागेश ,भोला सिंह मरकाम , भूपेन्द्र पुजारी ,पुष्पा बाई, वैरागी बाई, अहिल्या नागेश ,मीता नागेश एवं हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग कार्यक्रम में शामिल हुए।