देश व विदेश में सैकड़ों किशोरियों को बेचने में करोड़पति मानव तस्कर गिरफ्तार

राउरकेला व आसपास के दर्जनों युवतियों चंगुल में फंसी
राउरकेला । झारखंड के सबसे बड़े मानव तस्कर को पुलिस ने खूंटी से गिरफ्तार कर लिया है ।उसने अब तक एक हजार से अधिक किशोरियों व युवतियों को देश के विभिन्न शहरों समेत विदेशों में भी बेचा है । आरोपी के तार राउरकेला समेत जिले के विभिन्न हिस्सों से जुड़े हैं और उसके जरिये दर्जनों लकडियों को बेचे जाना का मामला लंबित है,जिससे उसकी गिरफ्तारी बड़ी सफलता है । उसकी गिरफ्तारी खूंटी की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग युनिट में छह अगस्त 2018 को दर्ज केस के अनुसार पर की गई है । इस मामले में उसने खंूटी की तीन किशोरियों को दिल्ली ले जाकर बेच लिया था ।
इन 15 वर्षो में उन्होंने 80 करोड़ की संपत्ति बनाई है ।पन्नालाल झारखंड समेत ओडिशा के विभिन्न जिलों से युवतियों को काम दिलाने के बहाने बाहर ले जाकर उन्हें बेच दिता था ।खासकर सुदूरवर्ती इलाकों के गरीब किशोरियों को निशाना बनाता है । पन्नालाल इन युवतियों को अच्छा पैसा मिलने का लालच देकर अपने साथ ले जाता था । पूछताछ में पन्नालाल ने पुलिस को बताया है कि उसकी दिल्ली में तीन प्लेसमेंट एजेंसियां है जसके माध्यम से वह मानव तस्करी कर लाए गए युवतियों को बाहर भेजता था ।उसने यह भी स्वीकार किया है कि झारखंड और ओडिशा से ले जाए गए युवतियों से घरेलू काम,बंधुवा मजजदूरी कराए जाते थे ।इस काम में विभिन्न जिलों में सक्रिय दलाल और प्लेसमेंट एजेंसियां शामिल है । ओडिशा समेत गुड़गाव, फरीदाबाद, नोयडा, गाजियाबाद, चंडीगढ़, जयपुर, लखरऊ, कानपुर, पटना, बेंगलुरू, दिल्ली,हैदराबाद,गोवा आदि शहरों में एजेंट नियुक्ति कर युवतियों की तस्करी किया करता था ।