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October 17, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

आपातकाल की विपरीत परिस्थितियों में लोकतंत्र की रक्षा के लिए डटें मीसाबंदियों का मुख्यमंत्री निवास पर सम्मान

  • सम्मान समारोह में गरियाबंद जिले के दो मीसाबंदी परिवार का मुख्यमंत्री ने किया सम्मान
  • शेख हसन खान, गरियाबंद 

गरियाबंद। लोकतंत्र के लिए सबसे घातक समय आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए जेल की सजा काट चुके लोकतंत्र सेनानियों (मीसाबंदियों) का मुख्यमंत्री निवास में बुधवार को सम्मान समारोह का आयोजित किया गया,आपातकाल के 49 वीं वर्षगांठ स्मृति दिवस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि आपातकाल की विभीषिका को याद करते हुए कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लोकतंत्र सेनानियों के त्याग तपस्या और बलिदान को कभी भुलाया नही जा सकता कांग्रेस सरकार ने देश में आपातकाल लगाकर भारतीय संविधान पर प्रचंड प्रहार किया था लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचला गया था और अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंट दिया गया था।

उक्त कार्यक्रम में गरियाबंद जिले के गोहरापदर से 1975 के आपातकाल में जेल में सजा काटने वाले स्व. शिवनारायण तिवारी के स्थान पर उनकी धर्मपत्नी रनिया तिवारी, सुपुत्र गुरुनारायण तिवारी का सम्मान किया गया साथ ही पांडुका कुटेना निवासी लोचन राम साहू को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सम्मानित किया।दरअसल 1975 में तत्कालीन इंदिरा गांधी की कांग्रेस सरकार ने आपातकाल में लाखों देशभक्तों को मीसा क़ानून के तहत जबरन जेल में डाल दिया गया तब गोहरापदर के स्व.शिवनारायण तिवारी सहित गरियाबंद ज़िले के 4 कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया था।

सम्मान समारोह के पश्चात मुख्यमंत्री द्वारा आयोजित भोज में दोनों परिवार के परिवार जन शामिल हुए। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को तिवारी परिवार ने गणेश जी की लकड़ी से बनी हस्तशिल्प मूर्ति भेंट की।उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने शॉल श्रीफल से मीसाबंदियों को सम्मानित किया गया।