विधायक, सांसद का इंतजार करते थके ग्राम डुमरघाट के ग्रामीण, कमार विकास अभिकरण के सदस्य पिलेश्वर सोरी पहुंचे डुमरघाट
1 min read- कमार जनजाति के लोगों ने सड़क, बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य शिक्षा जैसे मूलभूत समस्याओं के समाधान के लिए सौंपा ज्ञापन
- रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर
मैनपुर – मैनपुर विकासखण्ड के दुर्गम जंगलों के भीतर बसे कमार आदिवासी ग्राम डुमरघाट का आज कमार विकास अभिकरण गरियाबंद के सदस्य पिलेश्वर सोरी पहुंचे तो कमार जनजाति के लोगों ने आत्मीयता से उनका स्वागत किया। ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत बोईरगांव के आश्रित ग्राम डुमरघाट बेहद दुर्गम स्थल में होने के कारण यहा तक जंनप्रतिनिधि व उच्च अधिकारियाें का दौरा नहीं होने से यहा गांव मूलभूत समस्याआें से पुरी तरह महरूम है। यहां के ग्रामीणाें ने कमार विकास अभिकरण के सदस्य पिलेश्वर सोरी को बताया कि चार वर्ष पहले छत्तीसगढ़ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह ग्राम बोईरगांव पहुंच थे तब उन्होंने छः माह के भीतर ग्राम डुमरघाट तक पक्की सड़क और पुल पुलिया तथा बिजली लगाने की घोषणा किया था। पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह के घोषणा के बाद भी आज तक इस गांव में बिजली नहीं लगा और न ही सड़क बन पाया, जिसके कारण खासकर बारिश के दिनो में गर्भवती माताओं कों अस्पताल तक ले जाने में भारी परेशानियाें का सामना करना पड़ता है, और कांवर में बिठाकर लगभग 15 किलोमीटर 07-08 नदी नालों को पार कर बरदुला या मैनपुर ले जाना पड़ता है।
गांव तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं है। पगडडी रास्ता से ग्रामीणाें को आना जाना करना पड़ता है। जंगल रास्ता होने के कारण हमेंशा जंगली जीव जंतुओं का डर बना रहता है, साथ ही राशन के लिए बरदुला 15 किलोमीटर पैदल जाना पडता है, तब कही जाकर ग्रामीणाें को राशन चांवल, दाल मिटटी तेल मिल पाता है गांव में सौर उर्जा प्लेट की स्थिति खराब है। ग्रामीणाें ने बताया कमार परियोजना द्वारा कमार जनजाति के विकास के लिए अनेक योजनाए संचालित किया जा रहा है लेकिन इन येाजनाओं का लाभ उन्हे नही मिल पा रहा है।
ग्रामीण रामेश्वर कमार, पलटन कमार, बजारू राम कमार, समारू राम कमार, अर्जुन कमार, नकुल कमार, जागेश्वर कमार, अमिता बाई, मोनिका बाई, ईतवारिन बाई , महेश नेताम ने बताया कि इस गांव में आज तक कोई भी विधायक, सांसद, और तो और जनपद अध्यक्ष भी नहीं पहुंचे है। कई बार गांव आने का निमंत्रण दिया गया है। पश्चात कमार विकास अभिकरण के सदस्य पिलेश्वर सोरी ग्राम तौरेंगा पहुचें जंहा ग्रामीणाें ने उन्हे बताया कि गांव में सौर उर्जा प्लेट बैटरी खराब हो गई है और मुश्किल से एक दों घंटा ही चल पाता है, पुरा रात गांव के लेागो को अंधेरे में गुजारना पड़ता है। ग्रामीणाें के समस्या को पिलेश्वर सोरी ने गंभीरता से सुनकर सभी समस्याआें से जिले के आला अधिकारियाें को अवगत कराकर समस्या समाधान करने की बात कही है।
ग्राम डुमरघाट और तौरेंगा के दौरे के बाद मैनपुर पहुचे पिलेश्वर सोरी ने बताया कि डुमरघाट और तौरेंगा के ग्रामीणाें को मूलभूत सविधाए नहीं मिल रही है। ग्रामीण परेशान है, इन गांव में पेयजल, सडक, स्वास्थ्य शिक्षा राशन , बिजली जैसे समस्याआें से ग्रामीणों को जुझना पड रहा है। श्री सोरी ने आगे कहा उक्त समस्याआें को अभिकरण के बैठक में रखेंगे, साथ ही गरियाबंद जिला के कलेक्टर निलेश क्षीरसागर तथा संबधित विभाग के उच्च अधिकारियाें को अवगत कराकर समस्या समाधान करने की मांग करेंगे साथ ही जल्द ही प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू से मुलाकात कर समस्या समाधान के लिए प्रयास किया जायेगा ।