बिहार में जहरीली शराब पीने से 66 से अधिक लोगों की मौत
- लोगों ने कहा कि परिवार तो दूर यहां तो इलाका ही उजड़ गया
कार्रवाई के नाम पर मशरक थानेदार और चौकीदार को निलंबित किया गया
छपरा। सारण के मशरक के आधा दर्जन गांवों में मंगलवार से शुरू हुआ मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा। शुक्रवार दोपहर तक यह आंकड़ा 66 पहुंच गया। सारण जहरीली शराब कांड ने मशरक के कई परिवारों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। कई ऐसे परिवार हैं, जहां या तो अब सिर्फ महिलाएं बची हैं या कोई पुरुष बच्चा। जहरीली शराब के कारण 16 साल के किशोर तक ने जान गंवाई है। ऐसे भी परिवार हैं, जिनमें अधेड़ पिता के साथ जवान बेटे की भी मौत हो गई है। ब्मरने वालों की सूची में शुक्रवार को पहली महिला का भी नाम शामिल हो गया।
अभी सिर्फ कार्रवाई के नाम पर मशरक थानेदार और चौकीदार को निलंबित किया गया है, जबकि एसडीपीओ को ट्रांसफर कर विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। शराब नहीं, ठंड से मौत बताने का पुलिसिया दबाव मीडिया गुरुवार को सुबह ही सामने ला चुका है। इसुआपुर माहुली की रहने वाली मंजू देवी की शराब से मौत हुई है। मौतों की पुष्टि के लिए डीएम की ओर से नोडल अधिकारी घोषित नहीं किए जाने के कारण ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। अब मशरक पुलिस पर एक और आरोप लगा है कि इसके मालखाने में रखे जब्त स्पिरिट के कई ड्रम खाली हैं और इसी से शराब के धंधेबाजों ने जहरीली शराब बनाई।