मुंगेली कलेक्टर ने किया नशा मुक्ति केंद्र का शुभारंभ…
समाज कल्याण विभाग एवं अशासकीय समाज सेवी संस्था हेल्प अस सोसायटी के संयुक्त तत्वाधान में स्थापित नशा मुक्ति केंद्र का शुभारंभ
मुंगेली/ कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज शासकीय जिला अस्पताल रामगढ़ मुंगेली के प्रांगण में स्थित टी.बी. अस्पताल के समीप समाज कल्याण विभाग एवं अशासकीय समाज सेवी संस्था हेल्प अस सोसायटी के संयुक्त तत्वाधान में स्थापित नशा मुक्ति केंद्र का शुभारंभ किया। उन्होने मां सरस्वती एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। तत्पश्चात कलेक्टर डाॅ. भुरे ने नशा मुक्ति केंद्र का निरीक्षण कर केंद्र के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर उन्होने नशा मुक्ति के संबंध में अपने विचार आगंतुक डायरी में नोट किये। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सीडी टंडन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती नुपूर राशि पन्ना, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेश खैरवार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक उत्कर्ष तिवारी, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के. भुआर्य, निश्चेतना विशेषज्ञ श्रीमती डाॅ. रश्मि भुरे सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
शुभारंभ अवसर पर समाज कल्याण विभाग के उप संचालक शारदा जायसवाल ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र एक आवासीय केंद्र है। वर्तमान युग में शराब, जर्दा, गुटखा, तम्बाकू, सिगरेट, गांजा, भांग इत्यादि नशा की लत के कारण लोगों को व्यक्तिगत पारिवारिक एवं सामाजिक हित की हानि हो रही है। साथ ही यह अपराध, आत्महत्या, हिंसा एवं दुर्घटना के लिए एक बड़ा जिम्मेदार कारक है, जो एक सभ्य समाज बनने की दिशा में एक बाधक तत्व है। ऐसे तत्व से छुटकारा दिलाने के लिए कलेक्टर डाॅ. भुरे के मार्गदर्शन में नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना की गई है। उन्होने बताया कि नशे के आदि व्यक्तियों को नशा मुक्ति केंद्र में प्रवेश दिलाकर परामर्श एवं ईलाज के माध्यम से उन्हे नशा मुक्त बनाया जायेगा। ताकि नशे की लत लग चुके लोगों को नशा का लत छुड़ाकर उन्हें परिवार एवं समाज में पुनः स्थापित कर समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। उन्होने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र में परामर्श, दवाई, ईलाज, आवास एवं भोजन आदि निःशुल्क प्रदाय किया जायेगा। उन्होने आम लोगों से अपील की है कि यदि उनके परिवार, पड़ोस, रिश्तेदारी या समाज में कोई व्यक्ति नशा का आदि है तो उन्हें इस केंद्र में प्रवेशित कराकर, उनके जीवन को बेहतर बनाने में उनकी सहायता करें।