सुवर्णपुर के नए कलेक्टर कब पदभार संभालेंगी ?
1 min read- भ्रष्ट राजनेता , भ्रष्ट सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारी , जमीन माफियाओं के साथ ठगी ठेकेदारों में हड़कंप
- मोनिशा बनर्जी (आईएएस ) सुवर्णपुर जिला कलेक्टर बनाने को लेकर राज्य सरकार के फेसला को लोगों में स्वागत
सुवर्णपुरl Odisha news- ओडिशा के सुवर्णपुर शहर को दितीय बनारस भी कहा जाता है, इस शहर तथा जिले बहुत सारे प्राचीन कीर्ति के साथ अनेक इतिहास रचा है, क्योंकि सुवर्णपुर जिला एक रजवाड़ों का अंचल माना जाता है l 108 मंदिरों के साथ जिले की मूंग दाल, मोगरे का फूल , मछली उन्नत क्वालिटी का माना जाता है, लेकिन अफसोस की बात है कि सभी चीज विलुप्त के कगार पर है l स्थानीय निवासियों का कहना है की राजनीति राजनीतिक तथा प्रशासनिक उदासीनता के चलते जिले में किसानों के हालात बदतर हो चुकी है किसान अभी खेती-बाड़ी करने से पहले सौ बार सोचने लगे हैं l
धान बेचने के लिए किसान दर-दर भटक रहे हैं, अनेक सरकारी योजना के बावजूद कुछ भ्रष्ट राजनेता सरकारी अधिकारी एवं मिल मालिकों के मधु चंद्रिका किसानों को झीनझोरकर रख दिया है l 1993 अप्रैल 1 तारीख को सुवर्णपुर जिला तो घोषित हो गया परंतु अभी तक विकास की कोई ठोस योजना कारगर साबित नहीं हुई है जिसका उदाहरण अभी बारिश के दिन साफ झलक आ गया है l बीनीका ब्लॉक के अनेक मार्ग तथा पुल जलमग्न था लिहाजा जिला हेडक्वार्टर को आवाजाही करने वाले किसान, मरीज एवं विद्यार्थियों को काफी परेशानी सामना करना पड़ा है l सोनपुर शहर में चारों ओर कंक्रीट जंगल बढ़ गई है l ग्रीष्म ऋतु मैं पारा 46 पार कर गया है, लेकिन नगर पालिका के भ्रष्ट योजनाओं के चलते ड्रेन आदि में जल निष्कासन सही रूप से नहीं हुआ लिहाजा चारों ओर परिवेश प्रदूषित होते हुए लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है l शहर में शुद्ध पेयजल सप्लाई ठीक नहीं है इसलिए कुछ दिन पहले नगर निवासियों के बीच रोग फैलने के कारण सैकड़ों लोग जिला मुख्य अस्पताल में दाखिला हुए थे l शहर में कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़ी हो रही है क्योंकि कुछ दिन पहले दिनदहाड़े रामेश्वर मंदिर से चोरी की घटना , शाम होते ही शराबियों की आतंक का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है लिहाजा प्रशासन एवं पुलिस के ऊपर लोगों के भरोसा दिन-ब-दिन टूटता जा रहा है l जिले की दो विधानसभा क्षेत्र के एमएलए मंत्री बनने के बावजूद प्रशासनिक व्यवस्था ढीली का कारण क्या है ? नगर पालिका के चारों ओर जमीन माफियाओं द्वारा सरकारी जमीन को अतिक्रमण एवं जबरन कब्जा करते हुए गैर कानूनी ढंग से निर्माण आदि क्या गया है l अनेक मार्ग आदि को भी जबरन कब्जा क्या गया है लिहाजा आम जनता आवाजाही करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है l जमीन माफियाओं ने हम मंत्री जी के खास आदमी बोलते हुए लोग एवं अधिकारियों के ऊपर दबाव डालते हैं l माफियाओं ने इस कदर पहुंच गए हैं कि “आम के आम गुठलियों का भी दाम ” जेसी सरकारी जमीन पर विभिन्न संस्थाओं का नाम देते हुए विधायक कोष के पैसे से निर्माण करते हुए जबरन कब्जे के साथ व्यवसाय का आसान तरीका अपना रहे हैं l जिसे लेकर चारों और चर्चे का बात बनी हुई है बुद्धिजीवियों का कहना है कि विधायक व मंत्री जी को इस बारे में पता है कि नहीं भगवान ही जाने या तो फिर उनकी मिलीभगत साजिद साजिश का भी आशंका जताई जा रही है l कुछ जागरूक नागरिक अपना नाम गोपन रखते हुए कहे की इस विषय को लेकर आगे उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर किया जाएगा एवं भ्रष्टाचारियों के मुखोटे हटाया जाएगा lलेकिन नवीन सरकार की निर्णय मुताबिक जब एक आईएएस लेडी अक्सर मोनिशा बनर्जी को जिला कलेक्टर के रूप में तबादले का ऑर्डर निकला तब से लोगों के मन में कुछ सुधार का आशा संचार हुआ है l क्योंकि पता चला है कि” मनीषा बनर्जी ” ने राउरकेला को स्मार्ट सिटी बनाने में उनका योगदान सराहनीय रहा है l
व्यवसाई , समाजसेवी तथा भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय मीडिया प्रभारी श्री “निरंजन त्रिपाठी ” का कहना है कि जून महीने के अंतिम सप्ताह से सरकार की तबादला ऑर्डर निकलने के बावजूद अभी तक नई कलेक्टर साहिबा अपना पदभार नहीं संभाले हैं जिसे लेकर लोगों के मन में अनेक अटकल बाजी चल रही है l प्रोमोटिव कलेक्टर आदि को जिलाधीश बनाते हुए नेताओं ने अपना मनमानी करने में जुटे हुए हैं जिसका उदाहरण देखने को मिला है पद में रहे कलेक्टर बीजू जनता दल के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं जिसे लेकर लोगों में रोष का वातावरण पैदा हो रहा है l सूचना अधिकार कर्मियों का कहना है कि जिले के सभी दफ्तरों आदि का सूचना सही ढंग से नहीं मिल रही है सेक्शन 4 (1) b के अनुसार स्वयं प्रकट करने वाले सूचना नियम अनुसार पालन नहीं किया गया है लिहाजा भ्रष्टाचार की बू आ रही है lकुछ भ्रष्ट राजनेता ठेकेदार एवं जमीन माफियाओं में हड़कंप मची हुई है लिहाजा मोनिशा बनर्जी आईएएस को अपना पदभार संभालने के लिए ऊपर से लाबी करते हुए रोका गया है, साथ में अभी का जिलाधीश मधुसूदन मिश्रा को रिलीफ नहीं किया जा रहा है l जिले के चारों ओर एक रोचक दृश्य सामने आया है अभी का जिला कलेक्टर मधुसूदन मिश्रा जी को कलेक्ट्रेट पुलिस विभाग जुड़ी सियारी विभाग के साथ अनेक विभागों द्वारा बिदाई कालीन सभा करते हुए फेयरवेल प्रदान किया गया है लेकिन रिलीफ नहीं करने को लेकर लोगों के मन में अनेक अटकलें बाजी चल रही है साथ में बीजू जनता दल सरकार के प्रति लोगों के मन में अलग प्रकार की चित्र आ रही है l
- कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सरकार अपनी इज्जत बचाने के लिए मधुसूदन मिश्रा जीके बदले दूसरा कोई प्रोमोटिव अफसर को लाया जा सकता है साथ में मनीषा बनर्जी की ऑर्डर को खारिज किया जा सकता है l मनीषा बनर्जी आम जनता ओं का अफसर के रूप में अपनी एक स्वतंत्र परिचय है l इसलिए नेताओं के मन में डर है l लेकिन नवीन सरकार के फैसले को स्वागत क्या जा रहा है एवं जल्द से जल्द मनीषा बनर्जी को सुवर्णपुर जिला कलेक्टर रूप में भेजने के लिए सरकार को लोगों द्वारा गुजारिश किया गया है l