पँचायती राज बनाम अमानत में खयानत
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सरपंच सचिव एवं सरपंच पति , सभी ने मिलकर पंचायत में किया कई लाख रूपये का फर्जीवाङा
सबै भूमि गोपाल की बनाम सबै रूपईया ?
सफेदपोश हाथियों का कुनबा बना पँचायती राज
सरपंच सरपंच पति सचिव की ऐसी कारगुजारी ?
क्या भौतिक सत्यापन करायेगी सरकार?
शिखा दास
महासमुँद (पिथौरा) EXCLUSIVE
पिथौरा – विकास की इबारत लिखने के लिए सरकार के द्वारा पंचायतों को लाखों रुपए की राशि आवंटित की जा रही है जिससे कि पंचायत का समूचित विकास हो और गांव के अंतिम व्यक्ति तक शत प्रतिशत महत्वकांक्षी योजनाओ का लाभ मिल सके किंतू पंचायतो में बैठे सरपंच सचिव सरकार की मंशा को पानी फेरते हूए जमकर फर्जीवाङा करने में कोई कसर नही छोङ रहे है। भ्रष्टाचार भी ऐसा–मानो स्वयं महिला सरपंच करती है गली सफाई , पति करता है नाली सफाई और सचिव करता है तालाब सफाई जिसके एवज में निकाले है पंचायत के खातो से लाखो रूपये
सरपंच पति विजय मलिक बन बैठे मालिक पँचायत के
ये मामला है विकास खण्ड पिथौरा के ग्राम पंचायत देवरी का यहां के सरपंच सचिव तथा सरपंच पति तथा पूर्व सचिव ने सब मिलकर गली सफाई , नाली सफाई ,तालाब सफाई और निर्माण कार्य हेतू सामाग्री क्रय ,मिष्ठान क्रय , मूरूम ढूलाई , हैण्डपम्प मरम्मत , पेयजल की ब्यवस्था, मोटरपम्प खरीदी, मजदूरी राशि, रेती ढूलाई , निर्वाचन कार्य तथा बृद्धा पेनशन की राशि के नाम से लाखो रूपये आहरण कर गोलमाल किया गया है। वर्ष 2015-16 से वर्ष 2018-19 में सरपंच किरण मलिक स्वयं अपने नाम से 5,54,827 रूपये राशि आहरण कि है सरपंच पति विजय मलिक को भी 98,260 रूपये चेक के माध्यम से राशि भूगतान किया गया है तथा तात्कालिन सचिव धनुर्जय साहू को भी शौचालय निर्माण , अंत्योदय मेला ,वृद्धा पेंशन की राशि 2,65,350 रू भूगतान किया गया है इसी तरह वर्तमान सचिव प्रकाश साण्डे को तालाब सफाई, मोटर खरीदी , नाली मरम्मत ,मूरूमीकरण के नाम से 3,24,588 रूपये भूगतान किया गया है। इसी तरह वृद्धा पेंशन की राशि 65450 रू को दिनांक 25/05/2018 को पटेल कृषि सेवा केन्द्र को भूगतान किया गया है जबकी पेंशन की राशि को किसी और को भूगतान करना प्रतिबंधित है लेकीन ग्राम पंचायत देवरी में सरपंच सचिव ने अधिकारियो से मिलकर सारे नियमो को ताक में रखकर चेक के बजाय अनेको कथित फर्मो को भी नगदी भूगतान किया गया है मामले में जनपद सी ई ओ प्रदीप प्रधान अनजान बने बैठे हैं ऐसे में इन अधिकारियो की भूमिका भी संदेह के दायरे में है। उक्त मामले की शिकायत मुख्य मंत्री जन चौपाल में किये जाने की तैयारी में है ग्रामीण।
किसी भी भ्रष्टाचार के मामले मे बयान देने से बचने वाले व पँचायतो को भ्रष्टाचार की खुली छूट देने वाले ये महोदयMR MADHUKAR जो कि प्रभारी पँचायत निरीक्षक हैं पर कहते हैं मैं नहीं पँचायत इँसपेक्टर ।
लाखों रुपये का फर्जी आहरण
सैँया भये कोतवाल:::ही नही कैशियर
सरपंच सरपंच पति सचिव की भरॆ।शाही शासन केGUIDE LINE की धज्जी उड़ा रहे !!
पूर्व सचिव धनुरजय ने कहा कि उसके नाम से नही ठेकेदार बँजारे के नाम से कटा है CHQ, अनुत्तरित सवाल जवाब गोलमोल
सचिव है या कांग्रेस का कार्यकर्ता यह सचिव प्रकाश साँडे
जनपद पिथौरा देवरी पँचायत के
सचिव प्रकाश साण्डे ने कहा कि 14 वे वित्त आयोग की राशि आहरण किया हूँ ।
बसना विधायक की धौँस :: दिखाने की कोशिश
क्या ब सना विधायक ऐसे मामले मेँ सचिव को सँरक्षण देँगे मान लो नही तो फिर सचिव ने पहले ही बसना विधायक का नाम लेकर mob काटना चाहा पर जब हमारी प्रतिनिधि ने कहा कि विधायक की धौँस मीडिया को मत दिखाओ अपना पक्ष रखो तब बमुश्किल गोलमोल जवाब के बीच कहा कि 14 वे वित्त आयोग की राशि आहरण किया हूँ और chq सरपँच पति के नाम पर क्यो काटते हो CHQआदि पर आगे अभी कुछ नही कह सकता क्योंकि बसना विधायक के साथ में हूँ कहा सचिव ने बाकी सवालो पर चुप्पी साधक MOB CUT । क्या सचिव हमेशा ब सना विधायक के इर्द गिर्द घूमते हैं यह भी जाँच का विषय और सोचते हैं कि मैं भ्रष्टाचार से बच जाऊँगा जिला प्रशासन को ठेँगा दिखा रहे हैं ?
CEO MR PRADHAN MOB RECEIVE करने से बचे क्योंकि सरपंच पति को FULLY POWER जो दे दिये CHQ स्वयं के नाम से भी लेने का आखिर पकड़ में आ ये तो अब क्या जवाब दे ?
प्रभारी पँचायत निरिक्षक (बनाम करारोपण अधिकारी )श् रीमान मधुकर
मैं कुछ नही जानता । मैं नहीं पँचायत निरीक्षक। पूर्ण रूपेण पलड़ा झाड़ लेते हैं । इस मामले मे बयान ही नही दिये ।ये तो पदभार में होने के बावजूद पद में होने से ही इँकार कर देते है हास्यास्पद है भ्रष्टाचार व भय । आला अफसरशाही ने ऐसा सँरक्षण दिया है कि एक ओर 98% पँचायतो में सरपंच पति ही चला रहे पँचायतो को और अब चेक तक पतियो के नाम से कट रहे फर्जीवाड़ा चरम सीमा पर देवरी पँचायत मे सरपँचसरपंच पति व सचिव की तानाशाही भरॆ।शाही चरम सीमा पर ।
ग्रामीण भौतिक सत्यापन की माँग कर रहे । क्या ग्राम सुराज SHINING INDIAऐसी अँधेरनगरी चौपट राजा की तजॆ से आयेगा ? क्या ऐसे सरपंच पति सचिव सरपंच शासन के फण्ड का सिर्फ दुरूपयोग करने बैठे है जिनको PUBLICको बेचारी बनाने में अपनी भलाई देखते है और ना ही जिला प्रशासन शासन का कोई भय हैं इनको ? क्या इन सबके ऊपर पँचायती राज अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी ? सोते हुए अधिकारियों की कुँभकरणी निद्रा टूटेगी ?