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October 17, 2024

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कांग्रेस में जाने का सवाल नहीं, समाजवादी पार्टी का निष्ठावान कार्यकता हूँ: लौटन निषाद

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  • पार्टी के पद से हटा हूँ, दल से व राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के दिल से नहीं
  • लखनऊ 15 अक्टूबर, 2020।

समाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौ. लौटन निषाद ने आज जारी यहां बयान में कहा कि समाजवादी पार्टी के पद से हटा हूँ न कि दल से और राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के दिल से। समाजवादी था, समाजवादी हूँ और समाजवादी ही रहूँगा। उन्होंने कांग्रेस में जाने की अफवाह का खंडन करते हुए कहा कि कुछ विरोधी तत्व इस तरह की अफवाह उड़ायें है कि दिग्विजय सिंह के माध्यम से कांग्रेस में शामिल हो गया हूँ, जो कि हास्यास्पद व झूठा दुष्प्रचार है। उन्होंने कहा कि पद से हटने का मुझे किसी भी प्रकार का मलाल नहीं है और न ही पार्टी व राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के प्रति कोई गलत भावना। राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का निर्णय स्वीकार है और उन्होंने जो भी निर्णय लिये होंगे पार्टी के हितार्थ ही लिये होंगे।पार्टी अध्यक्ष जी का जो दिशा-निर्देश प्राप्त होगा,उसके अनुसार पहले से बेहतर काम पिछडों,दलितों व वंचितों को जोड़ने का करूँगा।विधानसभा उपचुनाव में सपा उम्मीदवारों को जीताने का पिछडों,दलितों व निषाद-लोधी-बिन्द-कश्यप समाज से अपील किया है।

निषाद ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा में कोई अन्तर नहीं है। दोनेां एक सिक्के के दो पहलू है। मण्डल कमीशन, सामाजिक न्याय व पिछड़ा वर्ग आरक्षण के विरोधी भाजपा व कांग्रेस दोनों है। लौटन निषाद सामाजिक न्याय के प्रति बिल्कुल प्रतिबद्ध,आबद्ध व कटिबद्ध है। सामाजिक न्याय के सूत्र धार ज्योतिबा फूले, सामाजिक न्याय के जनक छत्र पति साहू जी महाराज, पिछड़ा वर्ग आरक्षण के लिए प्रथम संविधान संशोधन कराने वाले ईवी रामा स्वामी नायकर, संविधान निर्माता बाबा साहेब अम्बेडकर, मण्डल मसीहा बिन्देश्वरी प्रसाद मण्डल, वयस्क मताधिकार के सूत्रधार बाबू राम चरण निषाद, राम प्रसाद अहिर, शिव दयाल व बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा की सामाजिक न्याय की विचारधारा से पूरी तरह रचा बसा हूँ।

निषाद ने कहा कि मिशन-2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार व राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी को मुख्यमंत्री बनाने का लक्ष्य लेकर कार्य कर रहा था और उसी लक्ष्य के प्रति एकाग्रचित होकर निष्ठा लगन ईमानदारी के साथ पिछड़े दलित वंचित अकलियत व पसमान्दा समाज को जोड़ने व जगाने के लिए कार्य करूँगा। कोई ऐसा कदम मेरे द्वारा नहीं उठाया जायेगा जिससे पार्टी का नुकसान व विरोधियों का लाभ हो। पद से हटाये जाने के बाद पिछड़ों, दलितों व वंचित वर्गों का जो बहुत बड़ा समर्थन मुझे मिला है, उनकी भावनाओं को ठेस पहुॅचाकर सामाजिक न्याय की जड़ों में गर्म पानी व मट्ठा नहीं डालेगा। सामाजिक न्याय मेरे लिए एक अहम मुद्दा है और सामाजिक न्याय के मुद्दे को निज स्वार्थ में किसी भी दशा में कुन्द नहीं होने दूँगा। मुझे जो समर्थन मिला है वह सामाजिक न्याय, मण्डल वाद के कारण ही मिला है। उन्होंने कहा कि हमने अपने नाम से राम शब्द को हटा चुका हूँ और हमें चौ.लौटन राम निषाद की जगह चौ.लौटन निषाद के नाम से जाना जाऊँगा। कहा कि आजमगढ़ व वाराणसी मण्डल के 57612 शिक्षकों का मुझे सामाजिक न्याय की विचारधारा के कारण बड़ा समर्थन मिला है।

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